अगर समय पर नहीं दिया ध्यान तो फेल हो सकती है किडनी, एक्सपर्ट से जानिए Kidney Infection के लक्षण

Kidney Infection: "ये रिश्ता क्या कहलाता है" की अभिनेत्री शिवांगी जोशी की तबीयत ठीक नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर अपने प्रशंसकों को बताया कि उन्हें किडनी में संक्रमण हो गया है। एक्सपर्ट से जानिए किडनी को कैसे स्वस्थ रखें-

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टीवी एक्ट्रेस शिवांगी जोशी को किडनी में इन्फेक्शन होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। वह अब बेहतर महसूस कर रही हैं और उन्होंने अपने प्रशंसकों के लिए "जल्द ही वापसी" करने का वादा किया है। शिवांगी को लोकप्रिय टीवी शो ये रिश्ता क्या कहलाता है में नायरा और सीरत के रूप में उनके रोल के लिए जाना जाता है। अधिकांश रोगियों में किडनी की बीमारी कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं देती है, इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। आइये एक्सपर्ट से जानते हैं कि किडनी इन्फेक्शन के लक्षण क्या हैं और गुर्दे में संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है-

मैक्स हॉस्पिटल, वैशाली (Max Super Speciality Hospital, Vaishali) के नेफ्रोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट मेडिसिन की प्रिंसिपल कंसल्टेंट, डॉ. मनीषा दस्सी ने बताया कि किडनी की बीमारी के सबसे आम कारण मधुमेह और रक्तचाप हैं। इसके अलावा मोटापा, दर्द की गोलियों का अधिक सेवन, किडनी स्टोन (Kidney Stone), धूम्रपान, प्रदूषण आदि अन्य सामान्य कारण हैं। कुछ जन्मजात और अनुवांशिक बीमारियां किडनी को प्रभावित कर सकती हैं जैसे एक किडनी होना, रिफ्लेक्स नेफ्रोपैथी, हॉर्स शू किडनी, पॉली सिस्टिक किडनी डिजीज (Poly cystic kidney disease) आदि।

डॉ. मनीषा दस्सी ने बताया कि मोटापा आज की बदली जीवनशैली का नतीजा है। व्यायाम की कमी, अधिकांश काम बैठकर किया जाता है, अधिक चिकना भोजन करना; इन सब कारणों से मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है। कोरोना (Covid-19) काल के बाद मोटापा महामारी का रूप ले चुका है। मोटापा किडनी पर अधिक बोझ डालता है, जिसके परिणामस्वरूप किडनी धीरे-धीरे समय के साथ कमजोर होती जाती है।

किडनी इन्फेक्शन के लक्षण क्या हैं ? | What are the symptoms of kidney infection?

डॉ. मनीषा के मुताबिक गुर्दे की बीमारी का सबसे प्रमुख लक्षण यूरिन की मात्रा में बदलाव है। जैसे कि यूरिन उत्पादन में कमी या वृद्धि, गहरे रंग का यूरिन (सामान्य यूरिन से गहरा), पेशाब करने की इच्छा होना लेकिन वास्तव में पेशाब नहीं होना, मुख्य रूप से रात में कम या बढ़ा हुआ पेशाब, यूरिन पास करने की प्रक्रिया में कठिनाई/दर्द आदि किडनी में इन्फेक्शन के संकेत हो सकते हैं। वहीं पेशाब में झाग आने का मतलब पेशाब में प्रोटीन का रिसना है, जो मधुमेह (Diabetes), रक्तचाप (Blood Pressure) और नेफ्रोटिक सिंड्रोम (Nephrotic Syndrome) नामक बीमारी के कारण हो सकता है।

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इसके अलावा किडनी की अलग-अलग बीमारियों के लक्षण अलग-अलग होते हैं। इनमें से प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं -सुबह उठने के बाद आंखों के ऊपर सूजन, चेहरे और पैरों में सूजन, भूख में कमी, उल्टी और मतली, विशेष रूप से रात में बार-बार पेशाब आना, कम उम्र में उच्च रक्तचाप, खून में पोषक तत्वों की कमी, थोड़ी देर चलने के बाद सांस फूलना, जल्दी थकान होना, पेशाब कम होना, पेशाब के दौरान जलन और खून और मवाद निकलना, पेशाब करने में कठिनाई, पेशाब बूंद-बूंद में टपकना, पेट में ऐंठन, पैर और पीठ में दर्द आदि. यदि आपको ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो किडनी की बीमारी की संभावना पर विचार करें और जांच के लिए तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

किडनी का कैसे रखें ख्याल ? | How to take care of your Kidneys?

डॉक्टर मनीषा ने बताया कि व्यायाम हमारे लिए बहुत जरूरी है. चूंकि डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की बीमारियां मोटापे के कारण ही होती है और इन दोनों बीमारियों में किडनी फेल होने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए प्रतिदिन आधा घंटा रोज़ाना निकालकर व्यायाम जरूर करें। जिन्हें किडनी में स्टोन की शिकायत है उन्हें दिन मे 3 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए। खाने मे नमक कम लें, जिन फूड्स में छुपा हुआ नमक होता है उनसे दूरी बनायें। किडनी के लिए धूम्रपान एवं प्रदूषण दोनों ही हानिकारक हैं, इनसे दूरी बनायें। डाइट में हरी सब्जियां, फल, होल ग्रेन्स, सलाद, दूध, मछली, चिकन एवं अंडा शामिल करना न भूलें। इसके अलावा बढ़ती उम्र एवं रिस्क फैक्टर होने की परिस्थिति में समय-समय पर रुटीन जांच कराना चाहिए।

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प्रणव मिश्र author

मीडिया में पिछले 5 वर्षों से कार्यरत हैं। इस दौरान इन्होंने मुख्य रूप से टीवी प्रोग्राम के लिए रिसर्च, रिपोर्टिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए काम किया...और देखें

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