डिप्रेशन बढ़ने का कारण कहीं आपके खानपान की आदतें तो नहीं? ये फूड खराब कर रहे मेंटल हेल्थ, आज ही करें डाइट से बाहर
Kya Khane Se Depression Hota Hai: बहुत से लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है, कि क्या हमारे द्वारा खाए गए फूड्स और भोजन भी डिप्रेशन को ट्रिगर कर सकते हैं? क्योंकि हमारा पूरा शरीर का आधार हमारा भोजन ही होता है। शरीर में सभी कार्य हमारे द्वारा खाए गए भोजन और उनमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से ही हो पाते हैं। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल आता है कि आखिर डिप्रेशन में भोजन की क्या भूमिका है। यहां जानें..
Which Foods Can Trigger Depression In Hindi
Kya Khane Se Depression Hota Hai: जब भी हम बीमार पड़ते हैं और डॉक्टर के पास जाते हैं, तो डॉक्टर सबसे पहले अपने खानपान में सुधार करने की सलाह देते हैं। क्योंकि हमारे शरीर में अधिकांश बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के पीछे का कारण हमारा खराब खानपान ही होता है। यहां तक कि डॉक्टर यह भी कहते हैं कि अगर सिर्फ बैलेंस और अच्छी डाइट ली जाए, तो व्यक्ति को किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या नहीं हो सकती है। आजकल हम देखते हैं कि बहुत से लोगों में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी काफी तेजी से बढ़ रही हैं। इनमें सबसे आम है तनाव, एंग्जायटी और डिप्रेशन।
ये आज के समय में हर दूसरे व्यक्ति की समस्या बन गई है। वैसे तो इस तरह की मानसिक समस्याओं के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। लेकिन बहुत से लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि क्या हमारा खानपान भी डिप्रेशन को ट्रिगर कर सकता है? तो आपको बता दें कि इसका जवाब हां है। खराब खानपान का असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है और यह डिप्रेशन जैसी स्थितियों का कारण बन सकता है। यहां जानें किन फूड्स के सेवन खराब होती है मेंटल हेल्थ...
किन फूड्स को खाने से डिप्रेशन ट्रिगर होता है - Which Foods Can Trigger Depression In Hindi
अनहेल्दी ड्रिंक्स
ज्यादा चाय-कॉफी, मीठे ड्रिंक्स, सोडा-कोला और यहां तक की फ्रूट जूस आदि का सेवन करने से भी ड्रिप्रेशन ट्रिगर हो सकता है। यह ब्लड शुगर में स्पाइक का कारण बनते हैं। साथ ही, कैफीन का अधिक सेवन तनाव बढ़ाने में योगदान देता है। इनकी वह से मूड स्विंग की स्थिति देखने को मिलती और व्यक्ति चिड़चिड़ा तनावग्रस्त महसूस करता है।
मीठे, जंक और प्रोसेस्ड फूड्स
जब हम चिप्स, नमकीन, पिज्जा-बर्गर, मिठाई, चीनी युक्त फूड्, पैकेज्ड फूड्स आदि जैसे फूड्स का सेवन करते हैं, तो इसकी वजह से खुशी हार्मोन रिलीज होता है, जिससे इन्हें खाने की क्रेविंग अधिक होती है। इनमें कैलोरी भरपूर होती है और आप इन्हें अधिक मात्रा में खाते हैं। जब आपको ये फूड्स नहीं मिलते हैं, तो आपको चिड़चिड़ापन महसस होता है। ये डिप्रेशन को ट्रिगर करेत हैं।
जल्दी पचने वाले फूड्स
बहुत से फूड्स ऐसे होते हैं जो पचने में बहुत आसान होते हैं, जैसे मैदा से बनी चीजें, मिठाइयां और कई ऐसे फूड्स हैं जो जल्दी पचते हैं और ग्लूकोज बढ़ाते हैं। ये शुगर बढ़ाने वाले फूड्स हमारे मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं। शुगर का संतुलन बिगड़ने की वजह से तनाव हार्मोन रिलीज होते हैं।
इन सभी फूड्स में पोषक तत्व न के बराबर होते हैं। लेकिन शुगर और हानिकारक कण भरपूर मात्रा में होते हैं, जो लंबे समय में संपूर्ण स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए इनके सेवन से सख्त परहेज करना चाहिए या फिर सिर्फ सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें
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