मुख्य बातें
- सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है 7-8 घंटे सोना।
- नींद पूरी नहीं होने पर गंभीर बीमारियों का है खतरा।
- कम सोने से प्रतिरक्षा प्रणाली पर पड़ता है बुरा असर।
Side effects of lack of sleep in Hindi: विशेषज्ञ मानते हैं कि हेल्दी बॉडी के लिए इंसान को रोजाना कम से कम 7-8 घंटे जरूरी सोना चाहिए। जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं उन्हें कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। सुकून भरी नींद हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायता करती है। इसके साथ ही ये हमारे दिमाग को भी तरोताजा और आराम देने का काम करती है। हमारी बॉडी के लिए जिस प्रकार अच्छी डाइट और वर्कआउट करना जरूरी माना जाता है। ठीक उसी तरह अच्छी नींद लेना भी जरूरी होता है।
तनाव और चिंता
जो लोग अपनी नींद के साथ खिलवाड़ करते हैं। उनको हमेशा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कामकाजी लोगों से लेकर घर में रहने वाली महिलाओं तक को सुकून भरी नींद लेना जरूरी है। कई रिसर्च में बताया गया है कि नींद कम लेने की वजह से स्ट्रेस और टेंशन समेत चिड़चिड़ाहट और व्याकुलता जैसी समस्याएं होती रहती हैं।
हृदय रोग होने का खतरा
नींद कम लेने से दिल की सेहत खराब रहने लगती है और ह्रदय से जुड़ी बीमारियां जल्दी होने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे लोगों को डायबिटीज, स्ट्रोक्स, दिल की बीमारी, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं होना आम है। जब हम कम सोते हैं तो हमारा दिमाग उर्जा नहीं जुटा पाता है, जिसकी वजह से हमारा माइंड फ्रेश फील नहीं करता है। ऐसे में मानसिक समस्याएं होना और याददाश्त से जुड़ी दिक्कतें भी हो सकती हैं।
स्किन पर पड़ता है बुरा प्रभाव
कुछ एक्सपर्ट्स की मानें तो पूरी नींद न लेने से आंखों में सूजन आ सकती है और स्किन में भी ड्राइनेस की परेशानी देखने को मिलती है। अपर्याप्त नींद लेने से डार्क सर्कल, स्किन में ड्राइनेस, झुर्रियां और त्वचा की चमक खोने जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं। जब हम रात के वक्त सोते हैं तो हमारी बॉडी से सभी टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। इसलिए जो लोग कम आराम करते हैं। उनकी बॉडी आम लोगों की तुलना में अधिक कमजोर और डिएक्टिवेट रहती है।
इम्यून सिस्टम पर पड़ता है बुरा असर
जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं। ज्यादातर उनका इम्यून सिस्टम कमजोर रह सकता है। 6-8 घंटे की नींद न लेने वाले इंसानों को फ्लू, इंफेक्शंस, खांसी और बदन दर्द जैसी आम बीमारियां आसानी से अपने कब्जे में ले लेती है। इसके अलावा कम सोने की आदत डालने वाले लोगों को तनाव और चिंता हमेशा सताते रहते हैं और वे मूड स्विंग, मोटापा जैसी परेशानियों से घिर जाते हैं। वहीं नींद पूरी नहीं होती है तो इसका असर हमारे पाचन तंत्र पर भी पड़ता है।
मोटापा
नींद पूरी न होने पर वजन अधिक हो जाता है, जिसकी वजह से शरीर में सुस्ती होने लगती है। इसलिए नींद के चलते अपने वजन को अधिक ना बढ़ने दें। क्योंकि मोटापा सुस्ती, कमजोरी और थकान के अलावा भी कई समस्याओं को दावत देने का काम करता है। इसलिए अच्छी नींद लेनेे के साथ ही अपने डाइट चार्ट में अच्छी और मौसमी चीजों को शामिल करें।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)