देश में फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित अधिकांश लोगों ने कभी नहीं पी सिगरेट, अध्ययन में सामने आई बीमारी की असली वजह

Main Cause Of Lung Cancer In Hindi: देश में फेफड़ों के कैंसर के बढ़ते मामलों पर हुई एक हालिया स्टडी में चौंका देने वाले खुलासे हुए हैं। अध्ययन में यह बात सामने आई है कि यह गंभीर कैंसर उन लोगों को अधिक होता है, जिन्होंने कभी न तो सिगरेट पी है और न ही तंबाकू का सेवन किया है।

Main Cause Of Lung Cancer In Hindi

Main Cause Of Lung Cancer In Hindi

Main Cause Of Lung Cancer In Hindi: आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं उन लोगों को अधिक परेशान करती हैं, जो लोग स्मोकिंग करते हैं या सिगरेट अधिक पीते हैं। लेकिन फेफड़ों में कैंसर पर हुए एक अध्ययन में यह सामने आया है कि इस बीमारी की प्रमुख वजह स्मोकिंग नहीं हैं। द लांसेट में प्रकाशित एक हालिया समीक्षा में यह फेफड़ों के कैंसर के बढ़ते मामलों को लेकर कई नए खुलासे किए गए हैं।
आपको बता दें कि अध्ययन में यह बात सामने आई है कि फेफड़ों के कैंसर की बीमारी से पीड़ित ज्यादातर मामले ऐसे हैं, जिन्होंने कभी न तो तंबाकू का सेवन किया है और न ही कभी स्मोकिंग की है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर फेफड़ों के कैंसर की प्रमुख वजह क्या है? अध्ययन में कैंसर की वजह को लेकर भी चौंका देने वाला खुलासा हुआ है। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

महिलाएं हो रहीं फेफड़ों के कैंसर का शिकार

अध्ययन में यह पाया गया है कि फेफड़ों के कैंसर का एक बड़ा हिस्सा महिलाओं से आता है। यह बीमारी महिलाओं में काफी तेजी से फैल रही है। साथ ही, उन महिलाओं में जो न तो धूम्रपान करती हैं और न ही तंबाकू आदि का प्रयोग करती हैं। ऐसे में यह काफी चिंताजनक है।

क्या है फेफड़ों के कैंसर की प्रमुख वजह

आपको बता दें कि देश में बढ़ता प्रदूषण फेफड़ों के कैंसर के लिए जिम्मेदार प्रमुख कारणों में से एक है। हम सभी ऐसे वातावरण में जी रहे हैं, जिसमें न सिर्फ धुंआ है बल्कि कई अन्य हानिकारक धातुएं और जहरीली गैस अदि भी मौजूद हैं। इनमें फैक्ट्रियों और कारखानों से निकलने वाला जहरीला धुंआ, साथ ही वाहनों से होने वाला प्रदूषण भी शामिल है।
जो लोग स्मोकिंग नहीं भी करते हैं, वे भी पार्टिकुलेट मैटर (पीएम 2.5) के संपर्क में आते हैं। वह सांस के माध्यम से न सिर्फ धुंआ लेते हैं, बल्कि कई अन्य हानिकारक कण भी उनके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाने में योगदान देते हैं। इनकी वजह से हमारे फेफड़ों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचता है।

ये लक्षण दिखें तो तुरंत लें डॉक्टर की सलाह

अगर किसी व्यक्ति के फेफड़ों को प्रदूषण की वजह से नुकसान पहुंच रहा है या कैंसर का विकास हो रहा है, तो ऐसा होने पर कई संकेत और लक्षण देखने को मिलते हैं। इन लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो किसी गंभीर नुकसान से बचा जा सकता है। साथ ही, कैंसर के उपचार में भी मदद मिल सकती है। ऐसे में आपको इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए..
  • भूख कम लगना
  • अचानक वजन कम होना
  • थूकते समय खून या लाल थूक आना
  • सांस लेने में बहुत परेशानी महसूस होना
  • लंबे समय से चल रही खांसी
  • आवाज में बदलाव और भारीपन
  • सांस लेने या खांसते समय छाती में दर्द
अगर कोई व्यक्ति इन तरह के लक्षण सामान्य से अक्सर नोटिस करता है, तो ऐसे में उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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