Mustard Oil Vs Desi Ghee: दिल को सेहतमंद रखने के लिए सरसों तेल ज्यादा फायदेमंद है या देसी घी, जानें किसे खाने से कम होती हैं Heart की बीमारियां
Mustard Oil Vs Desi Ghee Which Is Better: सरसों तेल और देसी घी का प्रयोग हम सभी खाना पकाने के लिए काफी बड़े स्तर पर करते हैं। कुछ लोगों को सरसों तेल में पका खाना पसंद होता है, तो वहीं कुछ घी में पका खाना अधिक पसंद करते हैं। लेकिन अक्सर लोग यह सवाल पूछते हैं कि आखिर हृदय स्वास्थ्य के लिए लिहाज से किसका सेवन अधिक लाभकारी होता है? यहां जानें सबकुछ..
Mustard Oil Vs Desi Ghee Which Is Better In Hindi
Mustard Oil Vs Desi Ghee Which Is Better: भोजन पकाने के लिए हम भारतीय सरसों के तेल या देसी घी का प्रयोग काफी बड़े स्तर पर करते हैं। ये दोनों ही हमारे किचन का एक अहम हिस्सा हैं। इनका प्रयोग कुकिंग के लिए काफी बड़े स्तर पर किया जाता है। इनकी मदद से तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। लेकिन आजकल लोगों में हृदय स्वास्थ्य जुड़ी समस्याएं काफी तेजी से बढ़ रही हैं। इसका एक बड़ा कारण खाना पकाने तेल का अधिक प्रयोग करना है। ज्यादा तला-भुना और तैलीय भोजन करने से दिल की बीमारियां बढ़ती है। ज्यादा तैलीय चीजें खाने से नसों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी बढ़ जाती है। यह शरीर में चर्बी के निर्माण और वजन बढ़ाने में भी योगदान देता है।
हालांकि, खाना पकाने के लिए सरसों तेल और घी का प्रयोग स्वस्थ माना जाता है। लेकिन इनका प्रयोग भी सीमित मात्रा में ही करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में लोग अक्सर यह भी सवाल पूछते हैं कि आखिर सरसों तेल और घी में से हृदय स्वास्थ्य के लिए क्या अधिक फायदेमंद है। किसमें पका हुआ भोजन हृदय स्वास्थ्य के लिए कम नुकसानदेह होता है। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
सरसों का तेल
आपको बता दें कि जब खाना पकाने की बात आती है, तो सरसों का चीजों को डीप फ्राई करने के लिए सबसे अच्छा है। सरसों के तेल का स्मोकिंग प्वाइंट काफी अधिक होता है। सरसों तेल को अगर आप अधिक तापमान पर पकाते हैं, तो यह जल्दी खराब नहीं होता है। इसका पोषण बरकरार रहता है। ऐसे में यह शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है। हालांकि, बार-बार एक ही तेल में खाना पकाने की सलाह नहीं दी जाती है, अधिक पकाने से तेल खराब हो जाता है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में योगदान देता है।
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देसी घी
घी हेल्दी फैट्स से भरपूर होता है। इसका प्रयोग भी खाना पकाने के लिए स्वस्थ माना जाता है। लेकिन देसी घी का स्मोकिंग प्वाइंट सरसों तेल की तुलना में कम होता है। जब आप इसे अधिक तापमान पर पकाते हैं, तो यह बहुत जल्दी खराब हो जाता है। ऐसे में यह सेहत के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
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सरसों का तेल या घी किसे खाने से बढ़ता है दिल की बीमारियों का खतरा
अगर भोजन पकाने की बात करें तो सरसों तेल घी की तुलना में अधिक बेहतर विकल्प है। घी का प्रयोग सिर्फ हल्का रोस्ट करने के लिए किया जा सकता है। भोजन के ऊपर डालकर खाने के लिए घी स्वस्थ है, लेकिन डीप फ्राइंग या लंबे समय तक आंच पर पकाने के लिए घी अच्छा विकल्प नहीं है। ऐसे में हृदय स्वास्थ्य के लिए सरसों तेल अधिक लाभकारी साबित हो सकता है। लेकिन अधिक मात्रा में तेल का प्रयोग करने से बचने की सलाह दी जाती है। दोनों का ही सेवन सीमित मात्रा में करें।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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