सुधा मूर्ति ने संसद में महिलाओं में बढ़ते सर्वाइकल कैंसर को लेकर कही ये बड़ी बात, बचाव के लिए इस चीज को बताया जरूरी

Sudha Murthy Parliament Speech: सुधा मूर्ति ने संसद में अपने पहले भाषण में महिलाओं के स्वास्थ्य मुद्दों पर जोर दिया। उनका यह भाषण सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। उनके पहले भाषण की जमकर तारीफ की जा रही है। पीएम मोदी ने भी सुधार मूर्ती के भाषण की तारीफ की। आम जनता भी भाषण की खूब सराहना कर रही है।

Sudha Murthy Parliament Speech

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Sudha Murthy Parliament Speech: संसद में सुधा मूर्ति का पहला भाषण इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है। उन्होंने अपने भाषण में कई गंभीर मुद्दे उठाए। उनके भाषण की लोग काफी सराहना कर रहे हैं। पीएम मोदी से लेकर देश की आम जनता तक उनके भाषण की तारीफ कर रही है। सुधा मूर्ति संसद में महिलाओं के स्वास्थ्य मुद्दों के लेकर भी कई जरूरी बातें कहीं। संसद में उन्होंने अपने 13 मिनट के भाषण में महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े विषयों पर बात की। सुधा मूर्ति ने में महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए वैक्सीन से जुड़े मामले को उठाया। उन्होंने महिलाओं में बढ़ रहे इस खतरनाक कैंसर को लेकर बहुत महत्वपूर्ण बात कही, साथ ही इसके बचाव के लिए जल्द निवारक उपायों का आवश्यकता पर जोर दिया। महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर और इसकी रोकथाम को लेकर सुधा मूर्ति भाषण में किन बातों पर जोर दिया, इस लेख में विस्तार से जानें...

देश महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा प्रमुख कारण सर्वाइकल कैंसर

सुधा मूर्ति ने अपने भाषण में चौंका देने वाली बात कही। उनका कहना है कि भारत में महिलाओं की कैंसर के कारण होने वाली मौत का सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे प्रमुख कारण बन गया है। महिलाओं में इसको लेकर जागरूकता की कमी है। साथ ही, स्क्रीनिंग कार्यों तक पहुंचने के विकल्प भी उनके पास बहुत कम हैं। ग्रामीण इलाकों में तो महिलाएं अपने स्वास्थ्य की पर्याप्त देखभाल तक नहीं कर पाती हैं। सुधा मूर्ति का कहना है कि ह्यूमन पैपिलोमावायरस वायरस (एचपीवी) महिलाओं में बढ़ते सर्वाइकल कैंसर के लिए जिम्मेदार एक प्रमुख जोखिम कारक है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए सुधा मुर्ती ने भाषण में कही ये बड़ी बात

सुधा मूर्ति ने सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ सरकार समर्थित टीकाकरण प्रोग्राम की वकालत की। उन्हें बताया कि इसका उद्देश्य इस कैंसर से लड़ना और बचाव में मदद करना है। कैंसर से बचाव में गर्भाशय ग्रीवा टीकाकरण भी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। यह टीकाकरण नौ से 14 वर्ष की आयु के बीच लड़कियों को दिया जाता है। अगर लड़कियों को यह टीका लगाया जाता है, तो इससे कैंसर से बचाव में बहुत मदद मिल सकती है। ऐसे में महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए देश में टीकाकरण को बढ़ावा देना चाहिए और इसको लेकर जागरूकता फैलानी चाहिए, क्योंकि क्योंकि हमेशा रोकथाम को इलाज से बेहतर माना है।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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