लिवर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे 'कपिल शर्मा शो' के स्टार अतुल परचुरे (Image: Instagram/@atulparchure)
Liver Cancer symptoms and methods of prevention : लोकप्रिय टेलीविजन और फिल्म अभिनेता अतुल परचुरे ने हाल ही में यूट्यूब चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कैंसर से अपनी लड़ाई के बारे में बात की है। 'आरके लक्ष्मण की दुनिया' शो से टेलीविजन पर अपना सफर शुरू करने वाले परचुरे ने खुलासा किया कि उन्हें अपनी बीमारी के बारे में कैसे पता चला।
अभिनेता ने कहा कि जब उन्हें शुरुआती लक्षणों का सामना करना पड़ा, तो वह सलाह के लिए डॉक्टर के पास पहुंचे। उन्होंने साझा किया कि डॉक्टर बीमारी का पता नहीं लगा सके और उनका 'गलत डायग्नोज' किया गया और उपचार से उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार होने के बजाय उल्टा असर पड़ा। उन्होंने कहा कि गलत इलाज के कारण उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
आरके लक्ष्मण की दुनिया शो से टेलीविजन पर अपनी यात्रा शुरू करने वाले परचुरे ने साझा किया कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपने परिवार की छुट्टियों से लौटने के बाद उन्हें कैंसर से पीड़ित होने के बारे में पता चला। उन्होंने कहा कि वह कुछ भी खाने में असमर्थ थे। तभी डॉक्टरों ने उन्हें अल्ट्रासोनोग्राफी कराने का सुझाव दिया। आइये डॉक्टर से जानते हैं लिवर कैंसर के लक्षण और बचाव के तरीके
रीजेंसी हॉस्पिटल लिमिटेड के कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. विकास तलरेजा ने टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल से बातचीत में बताया कि लिवर कैंसर को हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा या हेपेटोमा के नाम से भी जाना जाता है। जब लिवर से टॉक्सिन बाहर नहीं निकल पता है तो लिवर के अंदर हानिकारक टॉक्सिन की मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसे में अगर सही इलाज न किया जाए तो लिवर फेल होने और मरीज की मौत का खतरा भी ज्यादा होता है।
लिवर कैंसर को दूसरा सबसे आम लिवर का रोग माना जाता है। लिवर कैंसर की घटना महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक होती है। उम्र पर गौर करें तो 30 साल के बाद लोगों में यह अधिक आम है। लिवर कैंसर दो तरह से होता है।
1) जब लिवर में कोशिकाएं बदल जाती हैं और अनियंत्रित तरीके से बढ़ने और अलग-अलग हिस्सों बंटने लगती हैं, तो लिवर में ही कैंसर विकसित हो जाता है, इसे प्राइमरी लिवर कैंसर कहा जाता है। यदि समय पर इलाज न किया जाए तो प्राइमरी लिवर कैंसर फेफड़ों और हड्डियों तक भी फैल सकता है।
2) लिवर कैंसर किसी अन्य स्थान से लिवर तक कैंसर फैलने के कारण होता है। शरीर के अन्य हिस्सों से कुछ कैंसर कोशिकाएं लिवर में आती हैं और बढ़ती हैं और लिवर में ट्यूमर बनाती हैं। इस प्रकार के कैंसर को मेटास्टैटिक लिवर कैंसर कहा जाता है।
लिवर कैंसर का खतरा किसे अधिक है? - Who is at higher risk of liver cancer?
जो लोग भारी शराब और सिगरेट पीने के आदी हैं, उनमें लिवर कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। यदि आपको पेट का कैंसर, पेट का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, किडनी का कैंसर या गर्भाशय का कैंसर है, तो मेटास्टैटिक लिवर कैंसर होने की अधिक संभावना है।
हेपेटाइटिस 'बी' और 'सी' वायरस से संक्रमण, मोटापा, व्यायाम की कमी, अत्यधिक शराब पीना, सिगरेट पीने की लत ये सभी कारण लीवर कैंसर का कारण बनते हैं।
लिवर कैंसर के लक्षण - Liver Cancer Symptoms
चूंकि शरीर में हानिकारक पदार्थ लिवर से बाहर नहीं निकल पाता है, इसलिए यह खून में बढ़ जाता है। परिणामस्वरूप, स्किन पीली हो जाती है, जिससे पीलिया की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। पेशाब का रंग गहरा नारंगी होता है और लिवर कैंसर प्रभावित व्यक्तियों के पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। जिसके कारण भूख कम लगना, उल्टी, मतली महसूस होना। वेट लॉस, लिवर का बढ़ना, लिवर में गांठ, पेट में पानी भरना और अगर पेट के दाहिने हिस्से में दर्द और भारीपन जैसे लक्षण अधिक दिनों तक बने रहें तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
लिवर कैंसर का पता कैसे लगायें ? - Liver Cancer Diagnosis
लिवर कैंसर का पता लगाने के लिए लिवर बायोप्सी परीक्षण (इसमें जांच के लिए बायोप्सी सुई से लिवर का एक छोटा सा टुकड़ा निकाला जाता है।), लिवर फंक्शन टेस्ट, सोनोग्राफी के अलावा सी.टी स्कैन, पीईटी स्कैन, एमआरआई स्कैन, लिवर स्कैन, अल्फा-फेटोप्रोटीन (AFP ब्लड टेस्ट) जैसे परीक्षण किए जा सकते हैं।
लिवर कैंसर से बचने के लिए बरतें सावधानी - Prevention Methods for Liver Cancer
लिवर कैंसर से बचाव के कोई निश्चित उपाय नहीं हैं। लेकिन कुछ सावधानी रखकर उपायों से लिवर कैंसर के खतरे को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। इसके लिए सावधान रहें कि हेपेटाइटिस न हो जाए। नियमित हेपेटाइटिस बी का टीका लगवाएं। इसके साथ ही अनहेल्दी फूड्स के सेवन से बचना चाहिए। साथ ही शराब और सिगरेट के अधिक सेवन से लिवर का हेल्थ खराब हो जाता है, हेपेटाइटिस, लिवर सिरोसिस लिवर की बीमारी है। इसलिए शराब-सिगरेट की लत से दूर रहें।