आयुर्वेद में इस देसी ड्रिंक को माना जाता है पेट के लिए अमृत, डाइजेशन में सुधार के साथ देती है ये चमत्कारी फायदे

Benefits Of Buttermilk For Gut Health: अगर आप नियमित इस खास आयुर्वेदिक ड्रिंक का सेवन करेंगे तो इससे न सिर्फ आपका पाचन स्वास्थ्य दुरुस्त होगा, बल्कि सेहत को भी चमत्कारी फायदे मिलेंगे। आयुर्वेद में इस ड्रिंक के स्वास्थ्य लाभों का काफी गुणगान भी किया गया है। यहां जानें इस खास ड्रिंक के बारे में सुबकुछ..

Ayurvedic Drink For Healthy Gut

Ayurvedic Drink For Healthy Gut

Benefits Of Buttermilk For Gut Health: अगर हमारी पाचन स्वास्थ्य दुरुस्त है, तो आप शारीरिक रूप से भी स्वस्थ रहते हैं। हम जो कुछ भी खाते हैं उसका हमारे को कितना और कैसे लाभ मिलेगा, यह सभी हमारी आंत और पाचन स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। जब व्यक्ति का पेट स्वस्थ नहीं रहता है, तो इसकी वजह हमारी इम्यूनिटी से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक गंभीर रूप से प्रभावित होता है। इसलिए अगर सेहतमंद रहना है तो आपको अपने पेट को स्वस्थ रखने की भी जरूरत है। जब पेट को स्वस्थ रखने की बात आती है, तो इसके लिए आयुर्वेद में एक ड्रिंक को बहुत खास माना जाता है। आयुर्वेद नियमित इस ड्रिंक का सेवन करने की सलाह देता है। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ-साथ सेहत को भी कई चमत्कारी फायदे देती है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसी कौन सी ड्रिंक है जिसका आयुर्वेद में इतना गुणगान किया गया है। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं...

पेट के लिए अमृत है ये आयुर्वेदिक ड्रिंक - Ayurvedic Drink For Healthy Gut

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. चैतली राठौड़ के अनुसार आयुर्वेद में मसाला छाछ को गट हेल्थ के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। आयुर्वेद में छाछ को तक्र कहा जाता है, यह छाछ न अधिक गाढ़ी होती है, न मीठी होती है और न ही खट्टी होती है, इसमें फैट की मात्रा अधिक होती है। यह छाछ पेट के अलावा भी कई स्वास्थ्य स्थितियों के लिए अमृत है जैसे,

  • मोटापा: वजन घटाने और वजन प्रबंधन में मदद करती है।
  • ल्यूकोरिया: यह योनि से सफेद पानी या व्हाइट डिस्चार्ज को कम करने में मदद करती है
  • पाचन में सुधार: यह पाचन शक्ति को बढ़ाता है, भूख बढ़ाता है, बेहतर मेटाबॉलिज्म में मदद करती है।
  • बवासीर: बवासीर की स्थिति को कम करने में मदद करती है।
  • कब्ज: कब्ज की समस्या को कम करती है।
  • सूजन कम करे: थायराइड, पीसीओएस, पेल्विक सूजन जैसी हार्मोनल समस्याओं में यह सूजन को कम करता है।
  • लीवर की बीमारी: इसमें लीवर रोग, फैटी लीवर, एसिटिस को ठीक करने और लीवर को डिटॉक्स करने के वाले गुण होते हैं।

सर्वोत्तम परिणामों के लिए आपको छाछ में कुछ मसाले जैसे धनिया और जीरा पाउडर, ताजा पुदीना की पत्तियां, काला नमक आदि मिलाकर इसका सेवन करना चाहिए। दोपहर के भोजन के दौरान छाछ पीने का सबसे अच्छा समय है। हालांकि, पित्त प्रकृति वाले लोगों को यह सलाह दी जाती है कि खट्टी छाछ पीने से से बचें और रात में इसका सेवन न करें।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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