Thyroid in women: पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में क्यों ज्यादा होता है थायराइड? डॉक्टर से समझें इसके कारण और बचाव के उपाय
Thyroid in Female in Hindi : थायराइड की समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है। यदि नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं कि थायराइड महिलाओं को ज्यादा क्यों परेशान करता है?
Thyroid in Women
थायराइड लाइफस्टाइल से जुड़ा एक गंभीर रोग है,जिससे आज बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे है। इस रोग के प्रभाव की बात करें तो अचानक वजन कम होना या बहुत तेजी वजन बढना इसके सबसे कॉमन लक्षण हैं। थायराइड हमारे गले में मौजूद एक ग्रंथि होती है, जिसका फंक्शन यदि बिगड़ जाए तो आपको थायराइड की समस्या हो सकती है। आपने अक्सर देखा होगा कि थायराइड की समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है। इसी सवाल का जबाव लेने के लिए हमने बात की Dr. Bhumesh Tyagi Associate Professor General medicine, Sharda Hospital से जिन्होंने हमें विस्तार से बताया कि आखिर ऐसा क्यों होता है और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।
क्या है थायराइड? - What is Thyroid
थायराइड एक गंभीर रोग है, जिसे आप लाइफस्टाइल से जोड़कर देख सकते हैं। इस रोग से आज बहुत बड़ी संख्या में लोग परेशान हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि थायराइड हमारे गले में मौजूद एक ग्रंथि होती है, जिससे हमारे शरीर में एक हार्मोन का सीक्रेसन होता है। जब यह ग्रंथि अपना काम ठीक से करना बंद कर देती है, तब थायराइड रोग की स्थिति पैदा हो जाती है। इसके चलते कई तरह के रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है।
कैसे होता है थायराइड? - How does thyroid occur?
हमारे शरीर में मौजूद थायराइड ग्लैंड दो तरह के हार्मोन्स का उत्पादन करती है पहला T1 और दूसरा T4 हार्मोन। जब हमारे शरीर में थायराइड ग्रंथि का फंक्शन प्रभावित होता है तो इन हार्मोन्स का उत्पादन कम या ज्यादा होने लगता है। जो हमारे शरीर में कई तरह के रोगों का कारण बन जाता है। ये दोनों ही हार्मोन हमारे शरीर के बाकी हार्मोनल बैलेंस के लिए भी जरूरी होते हैं। यही कारण है कि इसे कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी होता है।
कितनी तरह का होता है थायराइड? - Types of Thyroid
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि थायराइड दो तरह का होता है, 1. हाइपोथायराइड 2. हाइपरथायराइड। आइए आगे जानते हैं कि कैसे ये दोनों ही स्थितियां हमारे लिए नुकसानदायक हो जाती हैं।
क्या है हाइपोथायरायडिज्म? - What is Hypothyroidism?
जब हमारी थायराइड ग्रंथि में सूजन की समस्या होने लगती है, तो इसे हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है। इस स्थिति में हमारा थायराइड ग्लैंड पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाता है। ऐसी स्थिति में हमारी इम्यूनिटी थायराइड ग्लैंड के काम को प्रभावित करने लगती है। इसका मुख्य कारण शरीर में होने वाली आयोडीन की कमी है। इसे 'थायरॉयडिटिस' नाम से भी जाना जाता है। इसके कारण आपका वजन बढ़ना सबसे अहम लक्षण है।
क्या है हाइपरथायरायडिज्म? - What is Hyperthyroidism?
इस स्थिति में हमारी थायराइड ग्लैंड अतिसक्रिय हो जाती है। जिसका सबसे बड़ा कारण ग्रेव्स रोग सामने आता है। इस रोग में हमारे शरीर में थायराइड हार्मोन अधिक मात्रा में बनने लगता है। जो हमारे शरीर के कई प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है। इसके कारण आपका वजन कम होना सबसे अहम लक्षण है। अधिक मात्रा में आयोडीन का सेवन करने से यह रोग हो सकता है।
पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को क्यों होता है थायराइड? - why thyroid disease more common in females
डॉक्टर भूमेश त्यागी ने बताया कि महिलाओं में थायराइड की संभावना ज्यादा होने का कारण हार्मोनल चेंजेस, आनुवंशिक कारण और इम्यूनिटी संबंधी कारण हैं। जो कि मासिक धर्म, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के समय काफी बढ़ जाता है। इसके अलावा महिलाओं में थायरॉयडिटिस और ग्रेव्स रोग भी काफी आम होता है। जो महिलाओं में थायराइड की समस्या का मुख्य कारण बनते हैं। इसके साथ ही पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) जैसी समस्याएं भी महिलाओं में थायराइड की समस्या को बढ़ा देती हैं। उपरोक्त कारणों से स्पष्ट है कि महिलाओं में थायराइड की संभावना पुरुषों की अपेक्षा अधिक होती है।
महिलाओं में हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण - Hyperthyroidism symptoms in Female
- स्वभाव में चिड़चिड़ापन होना।
- लगातार बिना कारण वजन कम होना।
- थायराइड ग्रंथि का साइज बढ़ जाना या गण्डमाला होना।
- हाथ-पैरों में कंपन की समस्या हो जाना।
- बहुत अधिक गर्मी लगना।
- मासिक धर्म की अनियमितता या पूरी तरह बंद होना।
महिलाओं में हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण - Hypothyroidism Symptoms in Female
- लगातार थका हुआ फील करना।
- तेजी से वजन बढ़ना।
- दिमाग की क्षमता (भूलने की समस्या) कमजोर होना।
- मासिक धर्म के दौरान अधिक मात्रा में खून आना।
- बालों का रूखा और मोटा होना।
- बहुत अधिक ठंड लगना।
क्या है थायराइड का नॉर्मल लेवल? - Normal Range of Thyroid
थायराइड का सामान्य स्तर महिला और पुरुषों में समान ही होता है। इसलिए इसे दोनों के लिए अलग-अलग व्याख्या नही की जा सकती है। थायराइड का नॉर्मल स्तर 0.4 mU/L से 4.0 mU/L के बीच होता है। थायराइड के नॉर्मल स्तर में अंतर सिर्फ उम्र के हिसाब से अलग होता है। जिसमें 18 से 50 साल की आयु के लोगों में थायराइड का स्तर करीब 0.5 mU/L – 4.1 mU/L के बीच होता है। जबकि 51-70 साल के लोगों में यह स्तर 0.5 mU/L से 4.5 mU/L के बीच में होता है।
आयु | थायराइड का नॉर्मल लेवल |
18-50 | 0.5 mU/L – 4.1 mU/L |
51-70 | 0.5 mU/L से 4.5 |
थायराइड के कारण क्या हैं? - Causes of Thyroid?
- थायरॉयडिटिस रोग के कारण थायराइड ग्लैंड में सूजन आ जाती है, जो थायराइड रोग का कारण बनता है।
- आयोडीन की कमी भी थायराइड (हाइपोथायरायडिज्म) के होने का एक बड़ा कारण होती है।
- आयोडीन की अधिकता भी अधिकता भी थायराइड (हाइपरथायरायडिज्म) का एक मुख्य कारण होती है।
- ग्रेव्स रोग थायराइड रोग का एक मुख्य कारण है जिसमें हमारी थायराइड ग्लैंड का साइज बढ़ने लगता है।
- थायराइड ग्रंथि का ठीक से काम न करना भी इस रोग का कारण बनता है, जो जन्मजात समस्या होती है।
थायराइड से बचाव के उपाय - How to prevent Thyroid
डॉक्टर भूमेश ने थायराइड से बचाव के लिए कुछ जरूरी टिप्स बताए हैं।
- इससे बचाव के लिए आपको नियमित व्यायाम को लाइफस्टाइल का हिस्सा बना लें, जिसमें वॉक, योगा, जिम और साइक्लिंग जैसी चीजें शामिल करें।
- आपको अपनी डाइट में हेल्दी फूड्स को शामिल करना चाहिए, वहीं आयोडीन की मात्रा को लेकर काफी सतर्क रहना चाहिए।
- अनहेल्दी फूड्स जैसे मसालेदार, फ्राइड और प्रोसेस्ड फूड को खाने से परहेज करना चाहिए।
- आपको 7-8 घंटे की भरपूर नींद लेनी चाहिए, यह आपको थायराइड के प्रबंधन में मदद करती है।
- अपने तनाव को कम करने का प्रयास करें, क्योंकि तनाव भी थायराइड इंबैलेंस का बड़ा कारण बन जाता है।
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पॉटरी नगरी के नाम से मशहूर खुर्ज़ा शहर का रहने वाला हूं। हेल्थ, लाइफस्टाइल और राजनीति से जुड़े विषयो...और देखें
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