500 रुपये में कराएं जांच, इस खतरनाक बीमारी से बचेगी जान

Testing and Treatment of AIDS: उत्तर भारत में एचआईवी के साथ जी रहे लोगों में देश के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा क्रिप्टोकोक्कल एंटीजन का प्रसार दर बहुत ऊंचा है। क्रिप्टोकोकक्कल मेनिनदाइटिस केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र से जुड़ा संक्रमण है, जो कवक होता है, एचआईवी के साथ जी रहे लोगों में मृत्यु का प्रमुख कारण है।

AIDS: समय पर एड्स की जांच और इलाज से बच जाएगी अब जान!

Testing and Treatment of AIDS: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के एक समूह ने एचआईवी एड्स (HIV AIDS) के साथ जी रहे लोगों में क्रिप्टोकोक्कल मेनिन्जाइटिस प्रबंधन को लेकर एक अत्यंत महत्वपूर्ण अध्ययन किया है। इस अध्ययन (Study) के मुताबिक एड्स रोगियों (AIDS Patients) की समय पर जांच (Testing) व इलाज (Treatment) से उनकी मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। यह जांच बीएचयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में 500 रुपए में की जाती है। शोध ने क्रिप्टोकोक्कल संक्रमण के प्रति अति गंभीर एचआईवी संक्रमित मरीज़ों की मृत्यु दर में कमी लाने का एक प्रभावी तरीका सुझाया है। अध्ययन में पाया गया कि उत्तर भारत में एचआईवी के साथ जी रहे कमजोर प्रतिरक्षण वाले लोगों में क्रिप्टोकोक्कल एंटीजेंस की उपस्थिति अधिक है।

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उत्तर भारत में एचआईवी के साथ जी रहे लोगों में देश के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा क्रिप्टोकोक्कल एंटीजन का प्रसार दर बहुत ऊंचा (15 प्रतिशत) है। क्रिप्टोकोकक्कल मेनिनदाइटिस केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र (सीएनएस) से जुड़ा संक्रमण है, जो कवक (फंगल संक्रमण) से होता है, एचआईवी के साथ जी रहे लोगों में मृत्यु का प्रमुख कारण है। शोधकर्ताओं के मुताबिक इसका इलाज लंबा चलता है और इलाज के बाद भी मृत्यु दर अधिक होती है। हलांकि, बीएचयू के अध्ययन में पाया गया है कि गंभीर रूप से कमजोर प्रतिरक्षण वाले एचआईवी के साथ जी रहे लोगों की क्रिप्टोकोक्कल एंटीजन जांच, लक्षण दिखने से पहले ही व उचित थेरेपी शुरू कर मृत्यु दर कम किया जा सकता है।

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