पैरों में बार-बार हो रही है झनझनाहट तो तुरंत लें डॉक्टर की सलाह, इन 5 बीमारियों का हो सकता है संकेत
Tingling In Legs symptoms Of Which Disease: अगर कोई व्यक्ति बार-बार हाथ-पैरों में झुनझुनी का सामना करता है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह शरीर में किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें, जिससे कि किसी बड़े नुकसान से बचा जा सके।
Tingling In Legs symptoms Of Which Disease
पैरों में झनझनाहट होना किन बीमारियों का लक्षण है - Tingling In Legs symptoms Of Which Disease
ऑटोइम्यून बीमारियां
कमजोर इम्यूनिटी, रूमेटाइड अर्थराइटिस और ल्यूपस आदि जैसी ऑटोइम्यून स्थितियां पैरों में झुनझुनी के पीछे जिम्मेदार हो सकती हैं। इसलिए इसे ऑटोइम्यून स्थितियों के संकेत के रूप में भी देखा जा सकता है।
वायरल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन
जब व्यक्ति किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आ जाता है, तो यह उनकी नसों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। इसकी वजह से पैरों में झनझनाहट होना बहुत सामान्य है। इसके अलावा, इसके कारण व्यक्ति को हाथों-पैरों में चुभन और दर्द भी महसूस हो सकता है।
कार्पल टनल सिंड्रोम
यह एक ऐसी बीमारी है, जो नसों में देखने को मिलती है। जब नसों पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है या नसों से जुड़ी कोई समस्या होती है, तो पैरों में झुनझुनी देखने को मिल सकती है।
अनियंत्रित ब्लड शुगर
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, उनमें भी हाथ-पैरों में झनझनाहट की समस्या काफी देखने को मिलती है। क्योंकि हाई ब्लड शुगर के कारण नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचता है, यह नर्व डैमेज का कारण बनता है। जिसकी वजह से हाथ-पैरों में झुनझुनी और त्वचा पर उभरी हुई नीली नसें भी देखने को मिल सकती हैं।
खराब किडनी फंक्शन
अगर आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है या आपको किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है, तो ऐसे में भी हाथ-पैरों में झनझनाहट देखने को मिल सकती है। ऐसा इसलिए होता क्योंकि ऐसी स्थिति में किडनी रक्त को फिल्टर नहीं कर पाती है। इससे हमारे नर्वस सिस्टम को भी नुकसान पहुंचता है, जिसके कारण इस झनझनाहट देखने को मिलती है।
अगर कोई व्यक्ति बार-बार हाथ-पैरों में झुनझुनी का सामना करता है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे में तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें, जिससे कि किसी बड़े नुकसान से बचा जा सके।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | हेल्थ (health News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
हेल्थ की फ़िक्र हर किसी को होती है। दुनियाभर में कई ऐसी बीमारियां हैं जिनके बारे में हम सभी नहीं जानते हैं, तो कुछ ऐसी बीमारियां हैं जिनसे हम अपने रोजम...और देखें
एंटी एजिंग कहे जाते हैं ये 3 योगासन, रोजाना 20 मिनट करने से 40 के बाद भी बनी रहेगी 24 वाली फिटनेस
Brain Stroke: ठंड में क्यों बढ़ जाता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा? शुरुआती लक्षणों से करें पहचान तो बच जाएगी जान
क्या है कीटो डाइट? जिसे फॉलो कर गोली की रफ्तार से होता है वेट लॉस, जानें इसके फायदे और नुकसान
वेट लॉस से कोलेस्ट्रॉल कम करने में रामबाण है सेब से बना ये खट्टा रस, गलत तरीके से पिया तो होगा नुकसान, ये है सही तरीका
ठंड बढ़ते ही बंद होने लगी नाक, गंभीर हो रही साइनस की समस्या तो तुरंत अपनाएं ये सरल उपाय, खुलकर आएगी सांस
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited