आयुर्वेद में छिपा है पैरों में उभरी नीली नसों (वैरीकोज वेन्स) का देसी इलाज, चुटकियों में मिल सकती है सूजन और दर्द से राहत

Varicose Veins Treatment In Ayurveda In Hindi: अगर कोई व्यक्ति पैरों पर उभरी हुई नीली नसों से परेशान है, इसकी वजह से उसे काफी दर्द और तकलीफ का सामना करना पड़ता है, तो ऐसे में आयुर्वेद की मदद से इससे आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। आयुर्वेद में नैचुरली इसका इलाज किया जा सकता है।

Varicose Veins Ayurvedic Treatment In Hindi

Varicose Veins Ayurvedic Treatment In Hindi

Varicose Veins Treatment In Ayurveda In Hindi: आपने अक्सर देखा होगा कि बहुत से लोगों के पैरों में नीली-नीले नसें उभरने लगती हैं। समय के साथ यह अधिक बढ़ जाती हैं और पैर मकड़ी का जाल सा बन जाता है। इसकी वजह से पैरों में गंभीर दर्द और ऐंठन देखने को मिलती है। आपको बता दें कि पैरों में उभरी हुई इन नीलों नसों की समस्या को वैरिकोज वेन्स (Varicose Veins) कहा जाता है। यह स्थिति तब पैदा होती है, जब नसों के वाल्व कमजोर होने लगते हैं। हमारी नसें पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन के लिए जिम्मेदार होती हैं।
हमारे पैरों में कुछ ऐसी नसें होती हैं, जो हृदय को रक्त फिल्टर करने के लिए भेजती हैं, लेकिन वेरीकोज वेन्स की समस्या में रक्त हृदय की ओर सर्कुलेट तो होता है, लेकिन किसी कारण पैरों में ही जम जाता है। वह ऊपर नहीं जा पाता है। इससे नसों में सूजन हो जाती है और नसें फूलकर नीली-नीली पड़ जाती हैं। इसकी वजह से व्यक्ति को चलने-फिरने से लेकर बैठने-उठने तक में काफी परेशानी होती है। ऐसे में लोग अक्सर यह सवाल पूछते हैं कि आखिर इनसे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है। साथ ही, आयुर्वेद में वैरिकोज वेन्स क इलाज कैसे किया जाता है। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

वेरीकोज वेन्स का आयुर्वेदिक इलाज - Varicose Veins Ayurvedic Treatment In Hindi

आयुर्वेद में वेरीकोज वेन्स के उपचार के लिए कई क्रियाओं की मदद ली जाती है। इसमें दवाओं के सेवन से लेकर, कुछ थेरेपी और फिजिकल एक्टिविटी आदि शामिल हैं। आमतौर पर आयुर्वेदिक चिकित्सक इलाज के लिए इन चीजों का सुझाव देते हैं,

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

वेरीकोज वेन्स के उपचार के लिए आयुर्वेदिक दवा के रूप में कुछ जड़ी-बूटियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसमें ब्राह्मी, सरीवा, गिलोय, मंजिष्ठा जैसी शक्तिशाली हर्ब्स दी जाती हैं। इसके अलावा, कैशोर गुग्गुल भी दिया जाता है, क्योंकि रक्त को शुद्ध करने में मदद करता है और वैरिकोज वेन्स उपचार में मदद करता है। रक्त को शुद्ध करने के लिए सारिवाद्यासव का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

तेल से मालिश

आयुर्वेद में वैरिकोज वेन्स की सूजन कम करने और दर्द से राहत के लिए सहचरादि हर्बल तेल का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। इस तेल को लगाकर हल्के हाथ से मालिश करने से बहुत आराम मिलता है।

पंचकर्म चिकित्सा

यह आयुर्वेद की ऐसी थेरेपी है, जिसकी मदद से पूरे शरीर की शुद्धि की जाती है। यह शरीर को डिटॉक्स करने का एक बेहतरीन तरीका है। इससे शरीर बीमारियों के खिलाफ लड़ने में सक्षम बनता है और रोग मुक्त बनता है। यह वैरिकोज वेन्स के उपचार में भी लाभकारी है।

योग और स्ट्रेचिंग

योग और कुछ सरल स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने से भी नसों को खोलने और उनकी सूजन को कम करने में बहुत मदद मिल सकती है। अगर किसी व्यक्ति को वेरीकोज वेन्स की समस्या है, तो वह एक्सपर्ट की सलाह से योग करने का विकल्प चुन सकते हैं।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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