Covid Virus: कोविड वायरस गंध और स्वाद को क्यों करता है प्रभावित? रिसर्च में सामने आई वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

Covid Virus: गंध और स्वाद की मानव इंद्रियां परिधीय तंत्रिका तंत्र में संवेदी न्यूरॉन्स पर निर्भर करती हैं। प्रारंभिक साक्ष्यों से पता चला कि वायरस न्यूरॉन्स को संक्रमित नहीं कर सकता या केवल उन्हें शायद ही कभी संक्रमित करता है।

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Covid Virus: कोविड वायरस गंध और स्वाद को क्यों करता है प्रभावित?

तस्वीर साभार : IANS

Covid Virus: कोविड-19 (Covid-19) का कारण बनने वाला वायरस सार्स-कोव-2 संवेदी न्यूरॉन्स को संक्रमित कर देता है, जिससे कई लोग गंध (Smell) और स्वाद (Taste) की अनुभूति नहीं कर पाते। यह बात एक शोध (Research) में सामने आई है। साल 2020 में जब कोविड-19 फैलना शुरू हुआ, तो इसने संक्रमित लोगों के परिधीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित किया। इस स्थिति में नसों का नेटवर्क जो मस्तिष्क और शरीर के बाकी हिस्सों के बीच संचार को सक्षम बनाता है, वह कमजोर पड़ जाता है। गंध और स्वाद की मानव इंद्रियां परिधीय तंत्रिका तंत्र में संवेदी न्यूरॉन्स पर निर्भर करती हैं।

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वायरस न्यूरॉन्स को संक्रमित नहीं कर सकताप्रारंभिक साक्ष्यों से पता चला कि वायरस न्यूरॉन्स को संक्रमित नहीं कर सकता या केवल उन्हें शायद ही कभी संक्रमित करता है। हालांकि अमेरिका में व्हाइटहेड इंस्टीट्यूट फॉर बायोमेडिकल रिसर्च की एक टीम ने पाया है कि सार्स-कोव-2 संवेदी न्यूरॉन्स को संक्रमित कर सकता है, जिससे कोशिकाओं की जीन अभिव्यक्ति में बदलाव आ सकता है। ये निष्कर्ष यह समझाने में मदद कर सकते हैं कि वायरस परिधीय तंत्रिका तंत्र में लक्षण कैसे पैदा करता है, जिससे शोधकर्ताओं के लिए उपचार विकसित करने की नींव तैयार होगी। व्हाइटहेड इंस्टीट्यूट के संस्थापक सदस्य रुडोल्फ जेनिश ने कहा, "संवेदी न्यूरॉन्स, जैसे कि गंध और स्वाद पर सार्स-कोव-2 संक्रमण का स्पष्ट रूप से नैदानिक प्रभाव होता है, और हमें नहीं पता कि इसका कारण क्या हो सकता है।"

मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में जीव विज्ञान के प्रोफेसर जेनिश ने कहा कि यह जानते हुए कि वायरस संक्रमित कर सकता है और संभवतः कोशिकाओं के कार्य को बदल सकता है, हमें संकेत मिलता है कि इसका कारण क्या हो सकता है। आईसाइंस जर्नल में प्रकाशित शोध निष्‍कर्ष के मुताबिक, टीम ने प्रयोगशाला में प्रेरित प्लुरिपोटेंट स्टेम कोशिकाओं को मानव संवेदी न्यूरॉन्स में विभेदित किया। उन्होंने पुष्टि की कि कोशिकाएं संवेदी न्यूरॉन्स में विभेदित हो जाती हैं। इसके बाद शोधकर्ताओं ने यह देखने के लिए परीक्षण किया कि क्या संवेदी न्यूरॉन्स एसीई2 को व्यक्त करते हैं, वह जीन जो प्रोटीन को एन्कोड करता है, जिसका उपयोग सार्स-कोव-2 मानव कोशिकाओं में प्रवेश पाने के लिए करता है। उन्होंने पाया कि संवेदी न्यूरॉन्स ने एसीई2 को वायरस से संक्रमित होने वाली अन्य कोशिका प्रकारों के तुलनीय स्तर पर व्यक्त किया - यह पहला संकेत है कि संवेदी न्यूरॉन्स संभवतः संक्रमित हो सकते हैं।

इसके बाद शोधकर्ताओं ने संवेदी न्यूरॉन्स को सार्स-कोव-2 के तीन उपभेदों, मूल डब्‍ल्‍यूए1/2020 उपभेदों और डेल्टा और ओमीक्रॉन उपभेदों के संपर्क में लाया, जो कोविड संक्रमण में वृद्धि का कारण बने। शोधकर्ताओं ने संवेदी न्यूरॉन्स से आरएनए को अनुक्रमित किया और पाया कि वायरस के सभी तीन उपभेदों ने संवेदी न्यूरॉन्स के कुछ हिस्से को संक्रमित किया है। ओमिक्रॉन ने एक ही समय सीमा के भीतर सबसे कम प्रतिशत कोशिकाओं को संक्रमित किया, जिससे पता चला कि यह संवेदी न्यूरॉन्स को संक्रमित करने के लिए अन्य उपभेदों की तुलना में धीमा रहता है। यह खोज यह समझाने में मदद कर सकती है कि ओमिक्रॉन संक्रमण के कारण पिछले उपभेदों की तुलना में स्वाद और गंध की हानि की दर कम क्यों होती है।

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