Winter Bath Routine: सर्दियों में ऐसे नहाना पड़ सकता है भारी, जानिए क्या है ठंड में नहाने का सही तरीका
Right way to take bath in winters: ठंड के मौसम में गर्म पानी से नहाने में बहुत मजा आता है। लेकिन ये परेशानी की वजह भी बन सकता है। यहां जानें सर्दी के मौसम में नहाने का सही तरीका।
Right way to take bath in winters: हल्की सर्दियां शुरू हो चुकी है, और इसी के साथ खांसी-जुकाम और बुखार की समस्याएं भी लगातार अपने पैर पसार रही हैं। दिन में धूप और रात को ठंडी हवाओं के चलने से, बॉडी के लिए अक्सर बदलते तापमान को स्वीकार करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि इसके अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं, जिनको नजरअंदाज करने की वजह से आप घर बैठे सर्दी का शिकार हो सकते हैं। इनमें से ठंडा-खट्टा खा लेना, बीमार व्यक्ति के संपर्क में आना, गलत तरीके से नहा लेना कुछ बहुत आम वजहें मानी जाती हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि क्या नहाने का भी कोई तरीका होता है? तो इसका जवाब है हां, सर्दियों के मौसम में गलत तरीके से नहा लेने से आप तुरंत बीमार हो सकते हैं। इसलिए ये समझना भी जरूरी है कि, ठंड के मौसम में कैसे नहाए? ताकि किसी भी बीमारी का शिकार होने का रिस्क कम से कम हो।
Tips to take bath in the winter season
- पानी का तापमान – इस बात को समझना बहुत जरूरी है कि आपकी बॉडी बहुत नाजुक होती है। और एकदम से किसी भी तरह का बदलाव उसे बीमार कर सकता है। इसी तरह जब आप नहाने जाते हैं, पानी का तापमान सही रखना बहुत आवश्यक होता है। क्योंकि आपका शरीर उस वक्त गर्म होता है और अगर एकदम उसपर ठंडा पानी डाल दें, तो सर्दी होना लाजमी है। न केवल ठंडा बल्कि बहुत गर्म पानी भी अच्छा नहीं माना जाता है। क्योंकि ये आपकी स्किन पर से नमी की परत हटा सकता है, जिससे त्वचा रूखी और बेजान हो सकती है। ऐसे में हल्के गुनगुने पानी से नहाना आपके लिए रिलेक्सिंग भी होगा और बीमार भी नहीं करेगा।
- रोज नहाएं – सर्दियों के मौसम के साथ आलस अपने आप ही आ जाता है। हालांकि इस आलस को मारकर रोज हल्के गर्म पानी से नहाना बहुत जरूरी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि नहाने का आपके शरीर पर हाइपर्थर्मिक असर पड़ता है। जिसके परिणामस्वरूप आपके शरीर को गर्मी मिलती है। साथ ही ये इसलिए भी जरूरी है क्योंकि, ठंड के कारण कई बार आपकी हार्ट रेट कम हो सकती है। और दिल का अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए, इस तरह के हाइपर्थर्मिक इफेक्ट्स का होना लाभदायक माना जाता है।
- समय का रखें ध्यान – रोजाना आपके शरीर के लिए मात्र 10 मिनट तक, नहाना पर्याप्त माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि लंबे समय तक नहाने के अपने नुकसान होते हैं। ठंड का सबसे बुरा असर आपकी त्वचा पर पड़ता है। और जब आप बहुत लंबे समय तक के लिए नहाते हैं, या पानी में रहते हैं। तो इससे आपकी त्वचा का मॉइस्चर खत्म हो जाता है। और ड्राई स्किन के साथ साथ आपको ठंड लगने, सर्दी होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
- मॉइश्चराइज करें – रूखी, ड्राई स्किन को वापस अच्छा बनाने के लिए जरूरी है कि, आप सर्दियों में अपने शरीर पर ऑलिव ऑयल, मस्टर्ड ऑयल, कोकोनट ऑयल या फिर कोई सा अन्य तेल या क्रीम जरूर लगाएं। जिससे आपकी त्वचा को पोषण मिले और वो फिर से कोमल हो जाए।
- ब्लो ड्राई न करें – नहाने के तुरंत बाद ब्लो ड्राई करने से भी शरीर को नुकसान हो सकता है। क्योंकि ऐसा करने से भी तापमान में एकदम बदलाव आता है। जिससे सर्दी होने की संभावना अत्यधिक हो जाती है। इसलिए बॉडी को सुखाते समय, एक सामान्य तापमान बनाए रखना जरूरी है।
- नर्मी से नहाए – सर्दियों में बदलते तापमान की वजह से, त्वचा वैसे ही बहुत ड्राई हो जाती है। और ऐसे में जब उसे आप तेज तेज घिसते हैं, कड़क तौलिए से सुखाते हैं, या बहुत रूखा लूफा यूज करते हैं। तो स्किन पर बहुत नकारात्मक असर पड़ सकता है, आपको रैशेज, ड्राईनेस, खुजली जैसी समस्याएं होना आम हो सकता है। यहीं नहीं इससे स्किन इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है।
अगर आपको सर्दी में नहाने के बाद बहुत खुजली या खुश्की होती है तो एक्सपर्ट की सलाह लें।
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मेधा चावला author
हरियाणा की राजनीतिक राजधानी रोहतक की रहने वाली हूं। कई फील्ड्स में करियर की प्लानिंग करते-करते शब्दो...और देखें
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