सर्दियों में बढ़ जाता है हड्डियों और मांसपेशियों का दर्द तो सुबह उठकर करें ये योगासन, झट से दूर होगी परेशानी
Yoga Asanas To Prevent Joint And Muscle Pain In Hindi: अगर सर्दियों के मौसम में आपकी जोड़ों में जकड़न और दर्द की समस्या बढ़ जाती है, तो हम आपके लिए एक्सपर्ट के बताए कुछ ऐसे योगासन लेकर आए हैं, जिन्हें फॉलो करके आप आसानी इससे निजात पा सकते हैं। यहां जानें कौन से आसन रहेंगे बेस्ट...
Yoga Asanas To Prevent Joint And Muscle Pain In Hindi
Yoga Asanas To Prevent Joint And Muscle Pain In Hindi: आपने अक्सर देखा होगा कि सर्दियों के मौसम में लोगों को हड्डियों व मांसपेशियों में जकड़न और दर्द की समस्या काफी देखने को मिलती है। जिन लोगों को पहले से इस तरह की समस्याएं हैं उनकी समस्याएं और भी बढ़ जाती हैं। इसकी वजह से उन्हें काफी दिक्कत और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसकी वजह से उन्हें रोजमर्रा के सामान्य काम करने में भी परेशानी महसूस होती है। बहुत से लोग इस बात को लेकर काफी परेशान रहते हैं कि आखिर उनके साथ ऐसा क्यों होता है। सर्दियां शुरू होते हैं आखिर उनकी परेशानियां इतनी क्यों बढ़ जाती हैं और इससे छुटकारा कैसे पाया जा सकता है? इस विषय पर बेहतर जानकारी हमने बात की जानने के लिए योग और अध्यात्म गुरू हिमालयन सिद्ध अक्षर (ग्रैंड मास्टर अक्षर) से बात की, जो अक्षर योगा केंद्र के फाउंडर हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं....
सर्दियों में जोड़ों में दर्द और अकड़न क्यों बढ़ जाती है - Causes Of Increased Joint Pain And Stiffness In Winter In Hindi
हिमालयन सिद्ध अक्षर की मानें तो ज्यादातर लोगों को सर्दियों में मांसपेशियों में अकड़न और जोड़ों में अकड़न महसूस हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ठंडे तापमान के कारण मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं और रक्त संचार कम हो जाता है, जिससे जोड़ों में असुविधा और दर्द बढ़ जाता है। अच्छी बात यह है कि योग को रूटीन आपके शरीर को गर्म करने, लचीलेपन में सुधार करने और सर्दियों से संबंधित मांसपेशियों और जोड़ों की कठोरता से राहत प्रदान करने में मदद कर सकती हैं।
सर्दियों में बढ़ जाती हैं ये समस्याएं
सर्दियों के दौरान, हमारा शरीर स्वाभाविक रूप से ब्लड फ्लो को कम करके गर्मी को संरक्षित करने का प्रयास करता है। इसकी वजह से कई तरह की स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है,
- मांसपेशियों में तनाव और लचीलापन कम होना
- जोड़ों की अकड़न बढ़ जाना
- मांसपेशियों की रिकवरी धीमी होनी
- खिंचाव और मोच का खतरा अधिक बढना
योग शरीर को धीरे-धीरे शरीर को गर्म करके, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाकर और मांसपेशियों को आराम देकर आपको इन समस्याओं से राहत के लिए एक प्रभावी समाधान प्रदान करता है।
सुबह करें ये योग
चक्रवकासन
इस आसन का अभ्यास करने से रीढ़ को गर्म करने और पीठ के निचले हिस्से का तनाव दूर करने में मदद मिलती है। साथ ही, यह गर्दन और कंधे के क्षेत्रों में लचीलेपन में सुधार करने में मदद करता है। इसकी हाथों और घुटनों से शुरुआत करें। अपनी पीठ को मोड़ें और गोल करने की कोशिश करें।
बालासन
- घुटनों के बल बैठ जाएं और एड़ियों के बल बैठ जाएं
- हाथों को आगे की ओर फैलाएं
- पीठ, कंधों और कूल्हों में तनाव दूर करता है
- गहरी सांस लेने और आराम को बढ़ावा देता है
दोपहर में करें ये योग
योद्धा द्वितीय मुद्रा (वीरभद्रासन)
यह आसन पैरों को मजबूत बनाता है और कूल्हे की मांसपेशियों को खोलता है। यह पूरे शरीर की स्थिरता में सुधार करता है। इसका अभ्यास करने से शरीर के निचले हिस्से में रक्त संचार बढ़ता है। घुटनों और टखनों के जोड़ों की अकड़न को कम करने में मदद करता है।
त्रिकोणासन
इस आसन का अभ्यास करने से पूरे शरीर के पार्श्व को स्ट्रेच करने में मदद मिलती है। यह संतुलन और लचीलेपन में सुधार करता है। साथ ही, कंधों और कूल्हों में तनाव दूर करता है। यह आंतरिक अंगों को एक्टिव करता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है।
जेंटल ट्विस्टेड लो लंज
इस मुद्रा का अभ्यास करने से आपके हिप फ्लेक्सर और क्वाड्रिसेप्स को स्ट्रेच करने में मदद मिलती है। इससे रीढ़ की गतिशीलता बढ़ जाती है। पीठ के निचले हिस्से में तनाव दूर करने में मदद करता है। समग्र शरीर के लचीलेपन में सुधार करता है।
शाम को करें ये योग
फॉरवर्ड बेंड
इसका अभ्यास सहारे के लिए कुर्सी या दीवार का प्रयोग करें। धीरे से हैमस्ट्रिंग और पीठ के निचले हिस्से को फैलाएं। पैर और पीठ की मांसपेशियों का तनाव कम करता है। यह शरीर को रिलैक्स करे में मदद करती है।
विपरीत करणी आसन
दीवार के सहारे पैरों को सीधा करके पीठ के बल लेट जाएं। यह ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। पैर और टखने की सूजन को कम करता है। मांसपेशियों को दैनिक तनाव से उबरने में मदद करता है।
शवासन
यह एक सरल आसान है जो संपूर्ण शारीरिक को रिलैक्स करने में मदद करता है। यह पूरे शरीर की मांसपेशियों के तनाव को कम करता है। इसके लिए बस पीठ के बल सीधे लेट जाएं और धीमी, गहरी सांसों पर ध्यान दें।
इन बातों का रखें खास ध्यान
- योग शुरू करने से पहले हमेशा वार्मअप करें
- धीरे-धीरे और धीरे-धीरे चलें, खासकर ठंड के मौसम में
- अपने शरीर की सुनें और दर्द महसूस होने पर रुकें
- सपोर्ट के लिए कंबल या ब्लॉक जैसे प्रॉप्स का उपयोग करें
- अभ्यास से पहले और बाद में हाइड्रेटेड रहें
- गर्म, आरामदायक कपड़े पहने
कितना करें अभ्यास
सुबह: 10-15 मिनट वार्म-अप करें
दोपहर: 20-30 मिनट का मोबिलिटी रूटीन फॉलो करें
शाम: 15-20 मिनट का रिकवरी रूटीन फॉलो करें
सर्दियों के महीनों के दौरान जोड़ों की गतिशीलता और मांसपेशियों के लचीलेपन में महत्वपूर्ण सुधार का अनुभव करने के लिए निरंतर अभ्यास महत्वपूर्ण है।
अगर आप सर्दियों में नियमित इन योगासनों का अभ्यास करते हैं, तो यह आपको यह हड्डियों, मांसपेशियों व जोड़ों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ किसी भी तरह की परेशानी से बचाने में मदद करेंगे।
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