World Arthritis Day : जड़ से खत्म करना है जोड़ों का दर्द तो बदल दें ये 4 आदतें, अर्थराइटिस का नहीं रहेगा नामोनिशान

हर साल 12 अक्टूबर के दिन World Arthritis Day दुनिया भर में मनाया जाता है। अर्थराइटिस रोग के लिए दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ये दिन मनाया जाता है। आज हम आपको लाइफस्टाइल के कुछ ऐसे बदलाव के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अर्थराइटिस से निजात पाने के लिए बेहद जरूरी हो सकते हैं।

lifestyle changes for artharistis
अर्थराइटिस यानी गठिया एक ऐसी बीमारी है जिससे आज बहुत से लोग परेशान हैं। बीते कुछ सालों में खान पान और लाइफस्टाइल की खराबी के कारण गठिया के मरीजों में काफी तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। अर्थराइटिस एक लाइलाज बीमारी है लेकिन इसके लक्षणों को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। इसके साथ ही आर्थराइटिस के सही कारणों का पता लगाना भी बहुत जरूरी है क्योंकि अर्थराइटिस रोग के 50 से भी ज्यादा प्रकार होते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसे लाइफस्टाइल चेंजेस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप अर्थराइटिस जैसी समस्या से निजात पा सकते हैं।

अर्थराइटिस से बचाव के लिए लाइफस्टाइल

ज्यादा देर तक बैठने से बचें

यदि आप किसी काम को करते हैं, जिसमें लंबे समय तक बैठना होता है, तो यह आपके लिए अर्थराइटिस का बड़ा कारण बन सकता है। जी हां सीटिंग वर्क में आपको हर घंटे के बाद 10 मिनट का ब्रेक जरूर लेना चाहिए। जिसमें आप थोड़ा टहल सकते हैं। क्योंकि देर तक बैठे रहने से सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या पैदा हो जाती है।

रोजाना करें व्यायाम

अर्थराइटिस के मरीजों को रोज कम से कम 30-40 मिनट का व्यायाम जरूर करना चाहिए। इससे आपकी समस्या में काफी राहत मिल सकती है। 40 मिनट का व्यायाम आपको दिन भर के लिए जरूरी ऊर्जा दे देता है। इससे आपके शरीर में खून का फ्लो दुरुस्त होता है और जोड़ों में दर्द से राहत मिलती है।
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