World Iodine Deficiency Day: शरीर में इन खतरनाक बीमारियों को जन्म दे सकती है आयोडीन की कमी, डॉक्टर से जानें इसके लक्षण, कारण और इलाज

Iodine Deficiency Symptoms Causes And Treatment: आयोडीन शरीर के लिए बहुत आवश्यक मिनरल है, जो शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों में बहुत अहम भूमिका निभाता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाती है, तो इसके सेहत पर गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। यहां जानें आयोडीन की कमी के लक्षण, कारण और इलाज।

Iodine Deficiency Symptoms Causes And Treatment

Iodine Deficiency Symptoms Causes And Treatment

Iodine Deficiency Symptoms Causes And Treatment: जब भी बाजार से नमक लाने की बात आती है तो हमारी मम्मी हमेशा यह कहकर भेजती है कि आयोडीन युक्त नमक ही लाना। वहीं हेल्थ एक्सपर्ट भी आयोडीन वाला नमक खाने की सलाह देते हैं। आपको बता दें कि आयोडीन हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक ट्रेस मिनरल है, जो शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों में बहुत अहम भूमिका निभाता है, खासकर थायराइड ग्रंथि के फंक्शन को बनाए रखने के लिए यह बहुत आवश्यक है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाती है तो इसके स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं। लेकिन आजकल हम देखते हैं कि लोगों में आयोडीन की कमी काफी तेजी से बढ़ रही है।

ऐसे में लोगों के बीच इस गंभीर समस्या को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए हर साल विश्व आयोडीन अल्पता दिवस दिवस मनाया जाता है। आयोडीन की कमी के सेहत पर प्रभाव, इसके लक्षण, कारण, बचाव और इलाज के बारे में जानने के लिए हमने शारदा अस्पताल और शारदा केयर - हेल्थसिटी जनरल मेडिसिन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. ए.के. गडपायले से बात की। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

आयोडीन शरीर के लिए क्यों आवश्यक है - Why Iodine Is Important For Health In Hindi

डॉ. ए.के. गडपायले के अनुसार, आयोडीन की कमी एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयोडीन नहीं मिल पाता, जिससे थायरॉयड ग्रंथि ठीक से काम नहीं कर पाती। थायरॉयड शरीर की ऊर्जा को मैनेज करता है। यह अंगों के सही कार्य को सुनिश्चित करता है। यह प्रेग्नेंसी में भ्रूण के मस्तिष्क और हड्डियों के विकास में मदद करता है। यदि शरीर में आयोडीन की कमी हो जाए, तो इसका सीधा असर थायरॉयड हार्मोन के उत्पादन और विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं पर पड़ता है।

आयोडीन की कमी के सेहत पर प्रभाव - Iodine Deficiency Affect On Health In Hindi

आयोडीन की कमी विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के लिए खतरनाक हो सकती है। यह उनमें कई जटिलताओं का कारण बन सकती है जैसे,

  • गर्भपात होना
  • मृत बच्चे का जन्म होना
  • बच्चों में बौनापन और मानसिक विकास में कमी
  • क्रीटीनिज्म नामक एक दुर्लभ स्थिति जिसमें बच्चा बौद्धिक और शारीरिक रूप से अविकसित रह जाता है।

आयोडीन की कमी के कारण - Iodine Deficiency Causes In Hindi

आयोडीन की कमी शरीर के उन क्षेत्रों में अधिक देखने को मिलती है जहां आहार में आयोडीन की मात्रा कम होती है। आयोडीन की कमी के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं,

  • आयोडीन से भरपूर फूड्स का सेवन न करना जैसे दूध से बनी चीजें, मांस और मछली आदि।
  • भोजन में आयोडीन युक्त नमक का उपयोग न करना
  • शाकाहारी और वीगन आहार अपनाने वाले लोगों में यह समस्या अधिक होती है।
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को सामान्य से अधिक आयोडीन की आवश्यकता होती है।

आयोडीन की कमी के लक्षण - Iodine Deficiency Symptoms In Hindi

आयोडीन की कमी से सबसे पहला असर थायरॉयड ग्रंथि पर पड़ता है। इसके शरीर पर की संकेत और लक्षण देखने को मिल सकते हैं जैसे,

  • गॉइटर (Goiter): इसमें थायरॉयड ग्रंथि का आकार बढ़ जाता है। इससे सांस लेने और निगलने में कठिनाई हो सकती है।
  • हाइपोथायरॉयडिज्म: इस स्थिति में थायरॉयड हार्मोन का उत्पादन पर्याप्त नहीं होता है, जिससे थकान, वजन बढ़ना, ठंड सहन न कर पाना और त्वचा में सूजन और फूला हुआ फेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • बालों का झड़ना और त्वचा में ड्राइनेस
  • तेज सिरदर्द और मानसिक भ्रम
  • बांझपन और आवाज में खरखराहट

आयोडीन की कमी से बचाव कैसे करें - How To Prevent Iodine Deficiency In Hindi

डॉ. ए.के. गडपायले के अनुसार आयोडीन की कमी को रोका जा सकता है, यदि लोग अपने आहार में आयोडीन युक्त फूड्स शामिल करें और आयोडीन युक्त नमक का सेवन करें। ऐसे में आपको कुछ चीजें अपनी डाइट में शामिल जरूर करनी चाहिए जैसे,

  • आयोडीन युक्त नमक।
  • मछली, झींगा, समुद्री शैवाल और दूध से बनी चीजें।
  • प्रेगनेंसी में डॉक्टर की सलाह से आयोडीन सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।

आयोडीन की कमी का इलाज - Iodine Deficiency Treatment In Hindi

  • आयोडीन सप्लीमेंट: आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट दिए जाते हैं।
  • थायरॉयड हार्मोन की गोलियों का सेवन: यदि आयोडीन की कमी से हाइपोथायरॉयडिज्म की समस्या हो जाए, तो डॉक्टर थायरॉयड हार्मोन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं।
  • थायरॉयड हार्मोन की गोलियों का सेवन जीवनभर करना पड़ सकता है, इसलिए दवा को बीच में बंद न करें। समय-समय पर डॉक्टर जरूरत के अनुसार दवा की खुराक में बदलाव कर सकते हैं।
  • शिशुओं का उपचार: यदि नवजात में आयोडीन की कमी पाई जाए, तो तुरंत इलाज शुरू करना जरूरी है ताकि भविष्य में विकास संबंधी समस्याओं से बचा जा सके।

डॉक्टर क्या सलाह देते हैं

डॉ. ए.के. गडपायले की मानें तो आयोडीन की कमी एक गंभीर लेकिन रोकी जा सकने वाली समस्या है। लोगों को अपने आहार में आयोडीन-युक्त भोजन और नमक शामिल करने पर जोर देना चाहिए, खासकर गर्भवती महिलाओं और शाकाहारी लोगों को। सही समय पर पहचान और उपचार से इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है। विश्व आयोडीन अल्पता दिवस के अवसर पर हमें इस महत्वपूर्ण मुद्दे के प्रति जागरूक रहना चाहिए और दूसरों को भी जागरूक करने का प्रयास करना चाहिए।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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