World Liver Day: क्या होता है लिवर सिरोसिस? लिवर के लिए क्यों है खतरे की घंटी, जानिए इसे कैसे किया जा सकता है रिवर्स

Liver Cirrhosis Can Be Reversed: लिवर सिरोसिस एक गंभीर स्थिति है, जो लंबे समय में आपके लिवर को पूरी तरह से खराब कर सकती है। लिवर हमारे शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग है, अगर यह ठीक से काम नहीं करता है तो शरीर में गंभीर बीमारियां पैदा होने लगती हैं। यह शरीर में विभिन्न कार्यों में बहुत अहम भूमिका निभाता है। लिवर स्वास्थ्य के प्रति लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए हर 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है। यहां जानें लिवर सिरोसिस क्या है और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी।

Does Liver Cirrhosis Can Be Reversed

Does Liver Cirrhosis Can Be Reversed

Does Liver Cirrhosis Can Be Reversed: हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है ताकि लोगों को लिवर से जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरूक किया जा सके। अक्सर हम लिवर को तब तक नजरअंदाज करते हैं, जब तक वह जोर से "सिग्नल" न देने लगे। लिवर हमारी बॉडी का साइलेंट हीरो है यह पाचन, डिटॉक्स और कई जरूरी काम चुपचाप करता रहता है। लेकिन जब ये बीमार हो जाता है, खासकर लिवर सिरोसिस जैसी स्थिति में, तब हमें गंभीर खतरे का सामना करना पड़ता है।

सिरोसिस धीरे-धीरे लिवर को खराब करता है, और जब तक इसके लक्षण दिखने लगते हैं, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। बहुत से लोग अक्सर यह सवाल पूछते हैं कि आखिर लिवर सिरोसिस क्या है, इसके कारण क्या हैं, इलाज के विकल्प क्या हैं और सबसे जरूरी क्या इसे रोका या रिवर्स किया जा सकता है? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने डॉ. शालीन अग्रवाल से बात की, जो फरीदाबाद के अमृता हॉस्पिटल में प्रिंसिपल कंसल्टेंट और लिवर ट्रांसप्लांट एवं एचपीबी सेवाओं के प्रमुख हैं। इस लेख में आसान भाषा में समझें लिवर सिरोसिस से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी।

लिवर सिरोसिस आखिर है क्या - What Is Liver Cirrhosis In Hindi

डॉ. शालीन अग्रवाल की मानें तो जब लिवर को सालों तक धीरे-धीरे नुकसान होता रहता है चाहे शराब की वजह से हो, मोटापे से, वायरल इंफेक्शन से या डायबिटीज से तो लिवर के ऊतक (tissues) सख्त और बेकार होने लगते हैं। यही स्थिति सिरोसिस कहलाती है।

इसमें लिवर का आकार छोटा हो सकता है, उसकी सतह उबड़-खाबड़ हो जाती है और वह ठीक से काम नहीं कर पाता। शुरुआत में यह प्रक्रिया इतनी खामोशी से होती है कि कोई खास लक्षण महसूस नहीं होते। लेकिन जब लिवर का ज्यादातर हिस्सा डैमेज हो जाता है, तब जाकर शरीर संकेत देने लगता है।

भारत में लिवर सिरोसिस के मामले क्यों बढ़ रहे हैं?

भारत में लिवर सिरोसिस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, और इसके पीछे कई वजहें हैं जैसे,

  • शराब का ज्यादा सेवन: अभी भी सिरोसिस का सबसे कॉमन कारण है।
  • मोटापा और डायबिटीज: खासतौर पर शहरी इलाकों में, यह तेजी से बढ़ रहा है।
  • वायरल हेपेटाइटिस B और C: अब इनका इलाज संभव है, लेकिन सही समय पर पहचान न हो तो ये भी सिरोसिस की वजह बन सकते हैं।
  • NAFLD: नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज, यह बीमारी उन लोगों में पाई जाती है जो शराब नहीं पीते, लेकिन उनका वजन और ब्लड शुगर कंट्रोल में नहीं होता।

लिवर सिरोसिस क्यों है खतरे की घंटी?

लिवर एक ऐसा अंग है जो बहुत सहनशील होता है। कई बार तो 70-80% तक डैमेज हो जाने पर भी शरीर में कोई लक्षण नहीं दिखते। यही कारण है कि ज्यादातर लोग तब तक लापरवाह रहते हैं, जब तक स्थिति गंभीर न हो जाए। जब सिरोसिस एडवांस स्टेज में पहुंच जाता है, तब ये लक्षण दिख सकते हैं,

  • हर वक्त थकावट
  • भूख कम लगना
  • आंखों या पेशाब का पीला होना (पीलिया)
  • पेट में पानी भरना
  • उलझन, भ्रम या बेहोशी
  • खून की उल्टी या काले रंग का मल

इस स्टेज को डि-कंपेन्सेटेड सिरोसिस कहा जाता है, और इसका इलाज सिर्फ लिवर ट्रांसप्लांट ही होता है।

क्या सिरोसिस को रोका या रिवर्स किया जा सकता है - Does Liver Cirrhosis Can Be Reversed In Hindi

डॉ. शालीन की मानें तो अपने अंतिम चरण में सिरोसिस को ठीक नहीं किया जा सकता। हेपेटोलॉजी में महत्वपूर्ण प्रगति के बावजूद, वर्तमान में ऐसी कोई दवा मौजूद नहीं है जो स्टेज 4 सिरोसिस को पूरी तरह से रिवर्स या ठीक कर सके। अगर सिरोसिस शुरुआती स्टेज (F1, F2, या F3) में पकड़ में आ जाए, तो सही समय पर कदम उठाकर इसे रोका या आंशिक रूप से रिवर्स भी किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है:

  • शराब पूरी तरह छोड़ दें
  • वजन कंट्रोल करें
  • ब्लड शुगर नॉर्मल रखें
  • हेल्दी डायट और नियमित व्यायाम अपनाएं

हाल ही में कुछ दवाइयों से भी उम्मीद जगी है, जो शुरुआती फाइब्रोसिस को सुधार सकती हैं। लेकिन अगर सिरोसिस F4 स्टेज तक पहुंच चुका है, तो उसे पूरी तरह ठीक करना संभव नहीं है। इस स्थिति में “जादुई इलाज” के दावे केवल भ्रम फैलाते हैं।

अगर सिरोसिस डायग्नोज हो जाए तो क्या करें?

अगर आपकी रिपोर्ट में सिरोसिस या लिवर फाइब्रोसिस बताया गया है, तो घबराएं नहीं लेकिन देरी भी न करें। तुरंत किसी अच्छे गैस्ट्रो या हेपेटोलॉजिस्ट से मिलें। डॉक्टर सबसे पहले ये पता करेंगे कि सिरोसिस का कारण क्या है जैसे - वायरल, मेटाबॉलिक या लाइफस्टाइल से जुड़ा। उसी हिसाब से इलाज की दिशा तय की जाएगी। अगर मामला गंभीर नहीं है तो दवाएं और जीवनशैली में बदलाव असर कर सकते हैं। लेकिन अगर सिरोसिस एडवांस स्टेज पर है, तो लिवर ट्रांसप्लांट ही आखिरी रास्ता होता है।

ट्रांसप्लांट के बाद क्या जीवन सामान्य हो सकता है?

बहुत से लोग सोचते हैं कि लिवर ट्रांसप्लांट के बाद जिंदगी सामान्य नहीं रह पाती, लेकिन ऐसा नहीं है। अगर सर्जरी सफल हो जाए और मरीज लाइफस्टाइल में सुधार करे जैसे कि शराब से पूरी तरह दूरी, दवाएं समय पर लेना और हेल्दी आदतें अपनाना, तो वह एक लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकता है।

निष्कर्ष

लिवर सिरोसिस कोई अचानक होने वाली बीमारी नहीं है। ये सालों की गलत आदतों और अनदेखी का नतीजा होता है। अच्छी बात यह है कि इसे समय रहते रोका जा सकता है। आपका लिवर बहुत कुछ सह लेता है, लेकिन जब वो बोलता है तो बहुत देर हो चुकी होती है। समय रहते उसकी सुने।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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