मोरबी ब्रिज हादसे में 1262 पेज की चार्जशीट दाखिल, ओरेवा कंपनी के मालिक बनाए गए मुख्य आरोपी

गुजरात पुलिस ने मोरबी ब्रिज हादसे में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस केस में रखरखाव करने वाली कंपनी ओरेवा के मालिक को मुख्य आरोपी बनाया गया है।

मोरबी ब्रिज हादसे में चार्जशीट दाखिल

Morbi bridge accident charge sheet: मोरबी ब्रिज गिरने में मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है।मोरबी कोर्ट में पेश की चार्जशीट में ओरेवा ग्रुप के प्रमुख जयसुख पटेल समेत 10 आरोपियों के नाम है।इनमें जयसुख पटेल को छोड़कर सभी आरोपी जेल में है।जयसुख पटेल की अग्रिम जमानत की अर्जी पर 1 फरवरी को सुनवाई होगी।पुलिस ने 90 दिनों की समय-सीमा से पहले ही इस हादसे की जांच के बाद चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में कुल 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है। जिसमें ओरेवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल नाम शामिल हैं। बता दें कि पटेल को पुलिस ने भगोड़ा घोषित किया है। गुजरात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि जयसख पटेल को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

1262 पेज की चार्जशीट

पुलिस ने अभी तक ही ड्यूटी पर तैनात चौकीदार, ओरेवा मैनेजर और टिकट खिड़की क्लर्क समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।1262 पन्नों की चार्जशीट में मोरबी पुलिस ने 135 लोगों की जान लेने वाले इस घटना में 1262 पन्नों की चार्जशीट दायर की है।जिसमें आरोपी के खिलाफ धारा 308, 304, 336, 338 व 114 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।अजंता ब्रांड के तहत दीवार घड़ियां बनाने के लिए जानी जाने वाली कंपनी ओरेवा ग्रुप को मच्छू नदी पर 100 साल पुराने निलंबन पुल के नवीनीकरण, संचालन और रखरखाव के लिए बेवजह ठेका दिया गया था। पुल फिर से खुलने के चार दिन बाद 30 अक्टूबर को ढह गया था।

एसआईटी ने की है जांच

राज्य सरकार द्वारा गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने ओरेवा समूह द्वारा घटिया रखरखाव, पुल पर लोगों की संख्या को सीमित करने में विफलता और टिकटों की अप्रतिबंधित बिक्री जैसी कई खामियों का हवाला दिया।पुलिस के मुताबिक करीब 300 लोग पुल पर थे और जब केबल टूट गए तो पुल ढह गया।पटेल को पहले गिरफ्तार किए गए नौ लोगों के साथ 10वें आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, जिसमें उपठेकेदार, टिकट क्लर्क के रूप में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं। लेकिन विपक्ष का आरोप है कि बड़े लोग तो अब भी फरार हैं।

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