छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 2 नक्सली ढेर, मौके से हथियार और विस्फोटक बरामद

2 Naxalites Killed in Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए। मौके से हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं। एक दिन पहले ही नारायणपुर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में सात नक्सली मारे गए थे, जबकि सुकमा जिले में 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।

naxal encounter

छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 217 नक्सली मारे गए। (फाइल फोटो- एजेंसी)

Bijapur Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शुक्रवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि नेन्द्रा और पुन्नुर गांवों के जंगलों में सुबह उस समय मुठभेड़ हुई जब सुरक्षाकर्मियों का एक दल नक्सल विरोधी अभियान पर निकला था। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ बंद हो जाने के बाद घटना स्थल से दो नक्सलियों के शव, एक राइफल, अन्य माओवादी सामग्री बरामद की गयी।

सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 2 नक्सली

पुलिस ने बताया है कि बासागुड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेंद्रा-पुन्नूर के जंगलों में आज सुबह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गए। मौके से दो 12 बोर की बंदूकें, नक्सलियों की वर्दी, साहित्य, विस्फोटक और अन्य नक्सली सामग्री बरामद की गई। उन्होंने बताया कि अन्य विवरण की प्रतीक्षा है क्योंकि इलाके में तलाश अभियान अभी चल ही रही है।

इस साल अब तक अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए 217 नक्सली

पुलिस ने बताया कि इस घटना के साथ ही इस साल अब तक छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में अलग-अलग मुठभेड़ों में 217 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। इस संभाग में बीजापुर समेत सात जिले हैं। बृहस्पतिवार को नारायणपुर जिले के दक्षिण अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में सात नक्सली मारे गए थे।

नारायणपुर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे सात नक्सली

एक दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में बृहस्पतिवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो महिला नक्सली समेत सात नक्सली मारे गए थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुरक्षा बलों की सराहना की और कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक इस खतरे को पूरी तरह से खत्म नहीं कर दिया जाता। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर दक्षिण अबूझमाड़ के जंगल में तड़के करीब तीन बजे उस समय मुठभेड़ शुरू हुई जब सुरक्षाबलों का एक संयुक्त दल नक्सल विरोधी अभियान पर निकला था।

सुंदरराज ने बताया था कि क्षेत्र में माड़ डिवीजन के नक्सलियों की मौजूदगी के आधार पर 10 दिसंबर को शुरू किए गए अभियान में नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और कोंडागांव जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान शामिल थे। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से दो महिला नक्सली समेत सात नक्सलियों के शव बरामद होने के बाद सात घंटे से अधिक समय तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही। अधिकारी ने बताया था कि मौके से भारी मात्रा में हथियार और दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद की गईं। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबल के जवान सुरक्षित बताए जा रहे हैं और क्षेत्र में तलाशी अभियान अब भी जारी है।

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 11 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

वहीं सुकमा जिले में बृहस्पतिवार को सुरक्षाबलों के सामने 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया था कि जोगेंद्र यादव, हेमला देवा और नौ अन्य नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। चव्हाण ने बताया था कि इनमें से यादव प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की पेद्दाबोडकेल क्रांतिकारी पार्टी समिति के तहत कृषि समिति का अध्यक्ष था। उन्होंने बताया कि हेमला इसकी जनसंपर्क समिति का प्रमुख था, जबकि नौ अन्य नक्सली निचले स्तर के कैडर हैं।

अधिकारी ने बताया था कि नक्सलियों ने माओवादियों की अमानवीय और खोखली विचारधारा से तंग आकर तथा राज्य सरकार की नक्सलवाद उन्मूलन नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया था कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार लाभ मिलेगा।

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आयुष सिन्हा author

मैं टाइम्स नाउ नवभारत (Timesnowhindi.com) से जुड़ा हुआ हूं। कलम और कागज से लगाव तो बचपन से ही था, जो धीरे-धीरे आदत और जरूरत बन गई। मुख्य धारा की पत्रक...और देखें

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