देश हो या विदेश हर जगह टूटे भारतीय छात्रों के सपने, ट्रूडो के देश कनाडा में सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स की मौत

Indian Students Death : विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने गत शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि बीते पांच सालों में विदेशों में भारतीय छात्रों पर हमले हुए। इन हमलों में कनाडा में 19 छात्रों और अमेरिका में छह छात्रों की जान गई। इन 633 मौतों में 108 छात्रों की मौत अमेरिका में, ब्रिटेन में 58, ऑस्ट्रेलिया में 57 और रूस में 37 छात्रों की मौत हुई।

दिल्ली में छात्रों की मौत पर प्रदर्शन।

मुख्य बातें
  • दिल्ली में कई सारे ऐसे शैक्षिक कोचिंग सेंटर हैं जो कि सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन कर रहे हैं
  • दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए देश भर से बच्चे आते हैं लेकिन सुरक्षा राम भरोस
  • कुछ दिनों पहले दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले छात्र की करंट लगने से मौत हुई

Indian Students Death : दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके में सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत ने एक साथ कई सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और उसकी व्यवस्था कठघरे में हैं। हादसे के बाद हर बार की तरह इस बार भी स्थानीय प्रशासन एक्शन में है। राजनीति भी चल रही है। राजनीतिक दल इस हादसे के लिए एक दूसरे को कसूरवार ठहरा रहे हैं। राजधानी दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए देश भर से बच्चे आते हैं लेकिन उनकी सुरक्षा राम भरोसे है।

दिल्ली में मौत की दुकान बन रहे कोचिंग सेंटर

कुछ दिनों पहले दिल्ली में करंट लगने से एक छात्र की मौत हो गई तो पिछले साल एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से छात्रों को बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान बचानी पड़ी। कुल मिलाकर दिल्ली में छात्रों को परीक्षा तैयारी कराने वाले कोचिंग सेंटर उनसे मोटी रकम तो वसूलते हैं लेकिन उन्हें सुविधाएं और सुरक्षा नहीं देते।

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