Gujarat: कुछ तरह खाक हुए केजरीवाल के दावे और अरमान! 14 सीटों में मिले NOTA से भी कम वोट
आज देश में केजरीवाल मॉडल पर सवाल खड़े हो रहे है। और जनता सवाल पूछ रही है... कि आखिरकार बार-बार छाप छोड़ने और सरकार बदलने का दावा करने वाली वाली पार्टी 'खाक' बनकर क्यों लौट आती है। और मोदी को टक्कर देने की बात क्या महज AAP का बड़बोलापन है।
Gujarat Elections 2022: गुजरात के चुनावी नतीजे आने से पहले तक बड़े बड़े दावे किए जा रहे थे लेकिन Results आने के बाद से कुछ लोग एकदम शांत हैं। ये वही राजनेता हैं जो सरेआम भविष्यवाणी कर रहे थे कि चुनाव में क्या होगा। ये लिखकर दे रहे थे, गुजरात का इतिहास बदलने का दावा कर रहे थे मगर गुजरात ने इनका भविष्य ही बदल दिया। इसलिए कहते हैं उतना ही बोलिए जितना कर सके।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का एक वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है, 'गुजरात में सारे सर्वे फेल होंगे आप लिख लीजिए,आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है तो हम AAP के सीएम केंडिडेट का नाम नहीं। बल्कि गुजरात के अगले मुख्यमंत्री का नाम बता रहे हैं। तारीख को इतिहास रचा जाएगा, गुजरात में जबरदस्त आंधी चल रही है परिवर्तन परिवर्तन...परिवर्तन....। ऊपरवाले ने झाड़ू चलानी शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी जा रही है... आम आदमी पार्टी आ रही है।'
दावों की निकली हवादावे हजार, बातें हजार, भविष्यवाणी जोरदार बयानबाजी बारमबार लेकिन नतीजे ढाक के तीन पात। हिंदुस्तान में AAP यानी कि आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल कि पहचान कुछ ऐसी ही बन गई है। सोशल मीडिया में पब्लिक के बीच केजरीवाल की इमेज। एक ऐसे बयानवीर और हवा हवाई नेता की बनती जा रही है। जो सिर्फ बड़ी -बड़ी बातें करना जानते हैं। सुना आपने केजरीवाल क्या दावा कर रहे थे... अब इस दावे की कैसी हवा निकली...वो भी देखिए
- केजरीवाल के दावों और भविष्यवाणियों का नतीजा 5 बटा 182 ।
- गुजरात में केजरीवाल की पार्टी के सिर्फ पांच उम्मीदवार चुनाव जीते।
- और जिस कमल को केजरीवाल झाड़ू से साफ कर देने का दावा कर रहे थे वो कमल गुजरात की 156 सीटों पर खिला।
- ये गुजरात के सियासत की सबसे बड़ी जीत है। अब तक गुजरात में किसी पार्टी ने 150 का आंकडा नहीं पार किया था।
14 सीटों पर नोटा से भी कम वोट केजरीवाल ने वोट के लिए फ्री बिजली मुफ्त शिक्षा... मुफ्त इलाज जैसी रेवड़ी बांटने की कोशिश की। अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में कुल मिलाकर 8 रैली 17 रोड शो किए। इसके जरिए केजरीवाल ने 37 विधानसभाओं को कवर किया। लेकिन गुजरात को फ्री नहीं...नरेंद्र चाहिए है.. और जीत के बाद जो प्रधानमंत्री ने कहा...वो पूरे देश को सुनना और समझना चाहिए। अब आपको वो आंकड़ा दिखाते हैं... जिसको केजरीवाल सुनना तक नहीं चाहते। गुजरात के चुनाव में AAP के 182 में से 126 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इतना ही नहीं 14 विधानसभाओं में तो AAP उम्मीदवारों को NOTA से कम वोट मिले हैं।
NOTA से भी छोटा AAP !अब्दासा, रापर, वाव, थराद, धनेरा, राधनपुर, खेरालू, खंभात, बोरसाद , अंकलव, मातर, पदरा, वागरा और सूरत पूर्व में AAP का प्रदर्शन NOTA से भी खराब रहा है। आंदोलन से नेता बने...केजरीवाल जब गुजरात पहुंचे... तो भविष्यवक्ता भी बन गए... जीत का ऐलान भी किया... वो भी लिखकर। केजरीवाल ने सबसे ज्यादा दांव जिन लोगों पर लगाया था... उनको गुजरातियों ने बेदम कर दिया। तीनों की फोटो एक ही प्लेट पर रहेगी ऊपर तीनों के हारे लिखा रहेगा... बीच में फोटो और नाम लिखा जाएगा... उसके नीचे वोट का फीगर।
- AAP के सीएम उम्मीदवार इशुदान गढ़वी खंभालिया सीट 18,745 वोट से हार गए।
- AAP के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया कतारगाम सीट से 64,627 वोट से चुनाव हारे
- AAP नेता अल्पेश कथिरिया की जीत का दावा भी केजरीवाल ने किया था, वो भी 16834 वोट से चुनाव हार गए।
- जब नतीजे आए... तो आप की लाइन लेंथ ही बदल गई।
- IB... इंटरनल ब्रोडकास्टिंग बन गया... दावा जुमला बन गया।
ये है रियल्टी अब अरविंद केजरीवाल के एक और दावे की रियल्टी रिपोर्ट देखिए, पहले सुनिए केजरीवाल ने बीजेपी के लिए क्या कहा था। 38 फीसदी बीजेपी वाली 45 - 52 अब ज़रा देखिए गुजरात में AAP के साथ क्या हुआ। बीजेपी का वोट प्रतिशत 53 के करीब पहुंच गया। आम आदमी पार्टी 13 फीसद के वोट शेयर पर सिमट गई। कांग्रेस को 14 फीसद का नुकसान हुआ। गुजरात में केजरीवाल के कई रुप दिखाई दिए। कभी हनुमान भक्त तो कभी सेक्युलर नेता। मगर वो कहते हैं ना गुजराती को चुना लगाना बहुत मुश्किल होता है। आम आदमी पार्टी को गुजरात में 5 सीटों पर जीत मिली। केजरीवाल का स्ट्राइक रेट 10.8 फीसद का रहा। ये हर किसी ने लिख लिया।
जमानत हुई जब्त आज कल टेक्नोलॉजी का जमाना है सबकुछ कैमरे में रिकॉर्ड हो जाता है। इंटरनेट में फ्री में मिल जाता है इसलिए सोच समझकर बोलना चाहिए। अब सूरत ने आम आदमी पार्टी की सूरत कैसे बिगाड़ी... वो भी देख लीजिए...क्योंकि आप का कोई भी नेता आपको ये नहीं बताएगा। सूरत में 12 विधानसभा सीट हैं। 12 में 12 बीजेपी के नाम रही, इनमें 6सीटों पर आप की जमानत जब्त हो गई। आगे बढ़ना अच्छी बात है। पार्टी को आगे बढ़ाना अच्छी बात है। यही लोकतंत्र की खूबसूरती होती है... लेकिन बड़ी बड़ी बातें करना,कभी कभी बहुत बड़ा मुद्दा बन जाता है जैसे आज कल झाड़ू वाली पार्टी के साथ हो रहा है।
हिमाचल में शर्मनाक हार देश के किसी भी कोने में चुनाव हो अरविंद केजरीवाल चुनावी मैदान में कूद जाते हैं, चाहे वो पहली बार भी उस राज्य में चुनाव क्यों ना लड़़ रहे हो वो मैदान में उतरते हैं तो सियासी पार्टियों को टक्कर देने की बात नहीं करते। वो दावा करते हैं सीधे सरकार बनाने का। झाड़ू चलाकर सबकुछ बदल देने का। ऐसा ही दावा केजरीवाल ने हिमाचल में भी किया था। लेकिन हिमाचल में तो आप का प्रदर्शन बेहद शर्मनाक रहा है। हिमाचल प्रदेश में 68 में 67 सीटों पर लड़े और 1.10% वोट मिले। 67 यानी 100% सीटों पर हार हुई। 67 यानी 100% सीटों पर जमानत जब्त हुई। 22 यानी 32.84% सीटों पर NOTA से कम वोट मिले। ये रिपोर्ट कार्ड हाल के चुनावों का हैष AAP राष्ट्रीय पार्टी बनाने का जश्न मना रही । लेकिन दिल्ली और पंजाब को छोड़ AAP का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा है।
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