राज्यसभा में बेअदबी पर नहीं हुई चर्चा तो धरने पर बैठे राघव चड्ढा, कहा- कानून में हो संशोधन

सभापति को दिए अपने लिखित नोटिस में आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि यह सदन नियम 29 के तहत सूचीबद्ध कार्य निलंबित कर बेअदबी के बढ़ते मामलों पर चर्चा करे। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसकी वजह से दुनियाभर में रह रहे पंजाबीयों में भारी गुस्सा और रोष है।

आप राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा

मुख्य बातें
  • बेअदबी करने वालों को कड़ी सजा दिलाने के लिए मौजूदा कानून में संशोधन की राघव चड्ढा ने की मांग
  • कहा- हमारे लिए गुरु साहिबान के आदर-सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं है, सर कटा सकते हैं लेकिन बेअदबी बर्दाश्त नहीं
  • सदन को इंडियन पेनल कोड (आईपीसी) की धारा 295 में संशोधन करने पर करना चाहिए विचार- राघव चड्ढा

आम आदमी पार्टी(AAP) के पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बेअदबी को लेकर बड़ा कदम उठाया है। शुक्रवार को राघव चड्ढा ने बेअदबी करने वालों को कड़ी सजा दिलाने के लिए संसद में बेअदबी से संबंधित आईपीसी की धारा में संशोधन कर सख्त बनाने की मांग की।

उन्होंने राज्यसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन से संबंधित नियम 267 के अंतर्गत शुक्रवार को राज्यसभा में सूचीबद्ध कार्यों के निलंबन के लिए सदन में नोटिस दिया। सभापति ने जब बेअदबी पर चर्चा कराने से इंकार किया तो राघव चड्ढा ने इसका विरोध किया। फिर वह संसद भवन के बाहर गांधी स्टैचू के सामने धरने पर बैठ गए और बेअदबी पर चर्चा कराने की मांग करने लगे।

सभापति को दिए अपने लिखित नोटिस में चड्ढा ने कहा कि यह सदन नियम 29 के तहत सूचीबद्ध कार्य निलंबित कर बेअदबी के बढ़ते मामलों पर चर्चा करे। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसकी वजह से दुनियाभर में रह रहे पंजाबीयों में भारी गुस्सा और रोष है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए हमारे गुरु साहिबान के आदर और सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं है। हम अपना शीश कटा सकते हैं। अपनी जान दे सकते है, लेकिन गुरु साहिब की बेअदबी बर्दाश्त नहीं कर सकते।

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