'दिल्ली के CM केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण', ED के समन पर सुप्रिया सुले का बड़ा बयान

Delhi Excise Policy Case: ED द्वारा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को नौवां समन जारी करने के बाद सांसद सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। दुर्भाग्य से जिस तरह से लोगों के खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल किया जाता है वो बहुत निराशाजनक है।

Supriya Sule

प्रतिशोध की राजनीति ने भारत पर कब्जा कर लिया है- सुप्रिया सुले

Delhi Excise Policy Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को नौवां समन जारी करने के बाद, एनसीपी-एससीपी नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रतिशोध की राजनीति ने भारत पर कब्जा कर लिया है। सुप्रिया सुले ने कहा कि उन्हें कल ही अदालत से राहत मिल गई थी, लेकिन उन्हें एक बार फिर से समन किया गया है। प्रतिशोध की राजनीति चल रही है। स्वतंत्र लोकतंत्र का मतलब यह नहीं है। दुर्भाग्य से, अगर आप आज भारत को देखते हैं, तो जिस तरह से लोगों के खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल किया जाता है वो बहुत निराशाजनक है।

इलेक्टोरल बॉन्ड एक बड़ा भ्रष्टाचार - सुप्रिया सुले

सांसद सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि ईडी ने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 मामले में अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच में आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को नौवां समन जारी किया है और उन्हें मार्च में जांच में शामिल होने के लिए कहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को ताजा समन आठवें समन के बाद आया है, जिसे उन्होंने 4 मार्च को नहीं भेजा था। ईडी का यह कदम केजरीवाल द्वारा मामले के संबंध में शनिवार को पहली बार शहर के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होने के एक दिन बाद आया है, क्योंकि एजेंसी ने पहले दो समन दायर किए थे। दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में जांच में शामिल होने के लिए उनके समन की अवहेलना करने की शिकायत करते हुए अदालत में उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज की गईं। बाद में अदालत ने उन्हें एजेंसी द्वारा समन जारी न करने के मामले में जमानत दे दी।
ईडी द्वारा दर्ज शिकायतों के मामले में केजरीवाल को 15000 रुपये के जमानत बॉन्ड पर जमानत मिल गई थी। वह जमानत पर हैं और अदालत ने उनसे ईडी के समन का जवाब देने और कानून का पालन करने को कहा है। कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को निर्देश दिया कि संविधान की शपथ लेने वाले व्यक्ति के लिए कानून का पालन करना उचित है। आगे सुप्रिया सुले ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज अखबारों में कई आर्टिकल हैं कि इलेक्टोरल बॉन्ड एक बड़ा भ्रष्टाचार है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद। इस पर एक श्वेत पत्र आना चाहिए।
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Shashank Shekhar Mishra author

शशांक शेखर मिश्रा टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल (www.timesnowhindi.com/ में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। इन्हें पत्रकारिता में करीब 5 वर्षों का अनुभव ह...और देखें

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