Pran Pratishtha : प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाने वाले नेताओं में शुमार हुए लालू यादव, शरद पवार भी नहीं जाएंगे

Lalu Prasad Yadav: लालू यादव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता शरद पवार ने भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम शामिल होने के न्योते को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि वह प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद किसी दिन अयोध्या का दौरा करेंगे।

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राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्र में शामिल नहीं होंगे लालू प्रसाद यादव।

Lalu Prasad Yadav: राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूरी बनाने वाले नेताओं में ताजा नाम राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का जुड़ गया है। लालू यादव ने कहा है कि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने वह अयोध्या नहीं जाएंगे।साथ ही लालू ने कहा कि नीतीश कुमार से उनकी कोई नाराजगी नहीं है। बिहार में महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे पर कहा कि इतना जल्दी सीट शेयरिंग नहीं होता है।
लालू यादव से पहले आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता शरद पवार ने भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम शामिल होने के न्योते को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि वह प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद किसी दिन अयोध्या का दौरा करेंगे।

पवार ने भी कार्यक्रम से बनाई दूरी

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को लिखे पत्र में पवार ने कहा, '22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद वह राम लला का दर्शन करने आएंगे। तक तक मंदिर निर्माण का कार्य भी पूरा हो जाएगा।' कांग्रेस सहित 'इंडी' ब्लॉक के अन्य दलों ने भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूरी बनाई। समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने भी कहा है कि प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद वह सपरिवार मंदिर का दर्शन करने आएंगे।

मंगलवार को शुरू हुआ प्राण प्रतिष्ठा समारोह

अयोध्या के राम मंदिर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह मंगलवार को शुरू हो गया। मंदिर न्यास के एक सदस्य और उनकी पत्नी की अगुवाई में इस दौरान कई अनुष्ठान हुए। मंगलवार से शुरू हुए अनुष्ठान नए मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ संपन्न होंगे। राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा, ‘अनुष्ठान शुरू हो गया है और 22 जनवरी तक जारी रहेगा। 11 पुजारी सभी ‘देवी-देवताओं’ का आह्वान करते हुए अनुष्ठान कर रहे हैं।’

यजमान पूजा कार्यक्रम का मुख्य ‘मेजबान’ होता है

इस महीने की 22 तारीख तक चलने वाले अनुष्ठान में यजमान मंदिर न्यास के सदस्य अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी उषा मिश्रा हैं। अनिल मिश्रा ने स्वयं इसकी पुष्टि की है। आमतौर पर, यजमान पूजा कार्यक्रम का मुख्य ‘मेजबान’ होता है। यजमान की ओर से ही प्रार्थना की जाती है। मिश्रा को सभी दिन अनुष्ठान में भाग लेना होगा, जिसमें 22 जनवरी का कार्यक्रम भी शामिल है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आखिर में PM देंगे भाषण

इससे पहले, इस बात पर बहस हुई थी कि क्या (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी वह भूमिका निभाने के हकदार हैं जो आमतौर पर एक ‘गृहस्थ’ को मिलती है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आखिर में मोदी भाषण देंगे जिसमें 8,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। हालांकि, उनमें से कुछ लोगों को ही मंदिर के गर्भगृह के अंदर जाने की अनुमति होगी। ट्रस्ट ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सात अधिवास हैं।

प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे शुरू होगी

अयोध्या में इन अनुष्ठानों का संचालन 121 आचार्य कर रहे हैं और गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ अनुष्ठान की सभी कार्यवाही की देखरेख, समन्वय एवं निर्देशन कर रहे हैं। प्रधान आचार्य काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे। आने वाले दिनों में तीर्थ पूजन, जल यात्रा और गंधाधिवास जैसे अनुष्ठान होंगे। इसमें सोमवार को प्रायश्चित एवं कर्मकुटी पूजन हुआ। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे शुरू होगी और दोपहर एक बजे तक उसके संपन्न होने की उम्मीद है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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