डबल इंजन की सरकार बनन के बाद 60 रुपए वाला पेट्रोल 100 रुपए लीटर मिल रहा है, राघव चड्ढा ने बीजेपी पर साधा निशाना

आम आदमी पार्टी के नेता गुजरात प्रभारी राघव चड्ढा ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और उन्होंने कहा कि बीजपी को अरविंद केजरीवाल जी का इतना खौफ है कि उनको अपनी सारी ताकत गुजरात के चुनावी मैदान में उतारनी पड़ रही है। आप के डर से भाजपा को प्रधानमंत्री जी, गृहमंत्री जी और अपने केंद्रीय मंत्रिमंडल के दर्जनों मंत्री को गुजरात के चुनाव मैदान में उतारना पड़ रहा है। भाजपा को अपने 10 से ज्यादा मुख्यमंत्री, 150 से ज्यादा सांसद, अनगिनत MLA और अनगिनत मंत्री गुजरात चुनाव के मैदान में उतारकर पूरी जान झोंकनी पड़ रही है।

आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद एवं गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा

अहमदाबाद/गुजरात: आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद एवं गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने महत्वपूर्ण मुद्दे पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कई वक्त से भारतीय जनता पार्टी के लिए गुजरात विधानसभा चुनाव एक वॉक-ओवर चुनाव होता था। यानी कि एक ऐसा चुनाव जिसमें ना प्रचार की जरूरत पड़ती थी, ना इश्तेहार की जरूरत पड़ती थी, ना दम झोंखने की जरूरत पड़ती थी, ना अपना खून-पसीना एक करने की जरूरत पड़ती थी। हर बार भाजपा ऐसे ही अपना चुनाव जीत जाती थी। लेकिन जब से गुजरात में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी का आगमन हुआ है, तब से भाजपा की हवाइयां उड़ गई है, भाजपा की नींद उड़ गई है।

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जिसके चलते आज भाजपा को प्रधानमंत्री जी, गृहमंत्री जी और अपने केंद्रीय मंत्रिमंडल के दर्जनों मंत्री को गुजरात के चुनाव मैदान में उतारने पड़ रहे हैं। भाजपा को अपने 10 से ज्यादा मुख्यमंत्री गुजरात चुनाव में उतारने पड़ रहे हैं और उसी के साथ-साथ 150 से ज्यादा सांसद, अनगिनत एमएलए और अनगिनत मंत्री चुनाव मैदान में उतारकर पूरी जान झोंकनी पड़ रही है। और यह तो सिर्फ भाजपा का संगठन है, इसके अलावा उनकी जो सिस्टर कंसर्न है, वह सभी लगे हुए हैं कि कैसे भी करके आम आदमी पार्टी को रोको और अरविंद केजरीवाल जी को रोको। अब भाजपा को अरविंद केजरीवाल जी का इतना खौफ है कि उनको अपनी सारी ताकत गुजरात के चुनावी मैदान में उतारनी पड़ रही है।

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भाजपा का मुख्य तौर पर इस चुनाव में एक ही कैंपेन है कि डबल इंजन की सरकार बनाओ। यानी ऊपर भी भाजपा हो और राज्य में भी भाजपा हो। आज मैं आपको डबल इंजन सरकार की सच्चाई बताना चाहता हूं। पहली बार 2014 में गुजरात में डबल इंजन की सरकार बनी। 2014 से लेकर 2022 तक महंगाई रूपी राक्षस ने गुजरात एवं देश के आम आदमी की जेब पर डाका डाला है। इस चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा महंगाई है। जब 2014 में डबल इंजन की सरकार बनी तब रोजमर्रा जिंदगी की जो चीजें थी उनके दाम दो से तीन गुना बढ़ गए।

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