परमाणु क्षमता वाली अग्नि पी मिसाइल क्यों भारत के लिए है खास, एक नजर

अग्नि प्राइम, परमाणु क्षमता से युक्त है, जानकारों का कहना है कि इसके सफल प्रक्षेपण से भारतीय सैन्य शक्ति और मजबूत होगी।

अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल प्रक्षेपण( सौजन्य- PIB)

भारत ने शुक्रवार सुबह ओडिशा के तट से नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल 'अग्नि प्राइम' (Agni Prime Missile) का सफल परीक्षण किया। रक्षा अधिकारियों ने कहा कि सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा कर लिया गया है। 'अग्नि प्राइम' के लगातार तीसरे (और सफल) परीक्षण ने 'प्रणाली की सटीकता और विश्वसनीयता स्थापित की'अधिकारियों ने कहा कि रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम सहित कई ट्रैकिंग सिस्टम द्वारा प्राप्त डेटा का उपयोग करके प्रदर्शन को मान्य किया गया था।अधिकारियों ने कहा कि इन प्रणालियों को टर्मिनल बिंदु पर दो डाउन-रेंज जहाजों सहित उड़ान पथ के साथ विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया था।

अग्नि प्राइम मिसाइल की खासियत

  • एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है
  • जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा सामरिक बल कमान की परिचालन सेवा में अग्नि- I और अग्नि- II मिसाइलों के उत्तराधिकारी के रूप में विकसित किया जा रहा है,
  • बेहतर प्रणोदक, नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली के साथ रीएंट्री व्हीकल (MaRV)।
  • अग्नि-पी एक दो चरणों वाली, सड़क पर चलने वाली और ठोस ईंधन वाली एमआरबीएम है जिसे एक ट्रक द्वारा ले जाया जाता है और एक कनस्तर के माध्यम से लॉन्च किया जाता है।
  • यह बैलिस्टिक मिसाइल की अग्नि (मिसाइल) श्रृंखला की छठी मिसाइल है।
  • इसका उपयोग हिंद प्रशांत महासागर में दुश्मन के जहाजों को निशाना बनाने में हो सकता है।
End Of Feed