अमरनाथ गुफा तक जाना हुआ आसान, BRO ने बना डाली सड़क, सियासी दलों ने उठाए सवाल

पहलगाम में चंदनवारी से आगे संगम बेस से बीआरओ द्वारा सड़क चौड़ीकरण किया गया है और संगम टॉप तक एक नया कट एलाइनमेंट अपनाया गया है।

Amarnath cave

अमरनाथ गुफा तक बनाई सड़क (Photo- BRO)

Amarnath Cave: सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की जबरदस्त उपलब्धि के बाद श्रद्धालु अब जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा तक आसानी से जा सकते हैं। बीआरओ ने जम्मू और कश्मीर में गुफा मंदिर तक सड़क बना दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गांदरबल जिले में बालटाल बेस कैंप से गुजरने वाली डुमैल से अमरनाथ गुफा तक सड़क चौड़ीकरण परियोजना को बीआरओ ने सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। अधिकारियों ने अमरनाथ गुफा मंदिर तक सड़क संपर्क का विस्तार करके इतिहास रचा है।

पहलगाम में चंदनवारी से संगम बेस तक सड़क चौड़ी

अधिकारियों के अनुसार, पहलगाम में चंदनवारी से आगे संगम बेस से बीआरओ द्वारा सड़क चौड़ीकरण किया गया है और संगम टॉप तक एक नया कट एलाइनमेंट अपनाया गया है। रिपोर्ट्स की मानें तो निचले गुफा क्षेत्र से मंदिर तक चौड़ीकरण परियोजना भी शुरू की गई है, जहां हर साल हजारों हिंदू तीर्थयात्री आते हैं।

अमरनाथ गुफा मंदिर तक पहुंच आसान

यह उपलब्धि अमरनाथ गुफा मंदिर तक सड़क पहुंच के विस्तार में एक मील का पत्थर है और वाहनों का पहला जत्था पहले ही गंतव्य तक पहुंच चुका है। पिछले साल गुफा मंदिर तक जाने वाली पटरियों के रखरखाव की जिम्मेदारी बीआरओ के 'प्रोजेक्ट बीकन' को सौंपी गई थी। इस कदम का उद्देश्य तीर्थयात्रियों के लिए वार्षिक अमरनाथ यात्रा की सुविधा को बढ़ाना है। गुफा मंदिर को मोटर योग्य सड़क बनाने से भक्तों के लिए तीर्थयात्रा और अधिक आरामदायक होने की उम्मीद है।

पीडीपी ने की आलोचना

हालाकि, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने इसकी आलोचना की है और इसे तीर्थयात्रा के आध्यात्मिक पहलू के लिए हानिकारक माना है। पार्टी ने धार्मिक तीर्थयात्राओं को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए अवकाश स्थलों में बदलने पर चिंता जताई। जवाब में दूसरे पक्ष ने परियोजना का बचाव करते हुए इस बात पर जोर दिया कि इसे पर्यावरणीय प्रभाव के आकलन के बाद और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना पूरा किया गया है। उन्होंने बाबा अमरनाथ तीर्थस्थल से जुड़ी आस्था के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया और पीडीपी पर विभाजनकारी राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाया।

उमर अब्दुल्ला ने भी उठाए सवाल

वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा तक सड़क निर्माण पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह एक प्राकृतिक आपदा है और इस पर तुरंत दोबारा विचार करने की जरूरत है। अब्दुल्ला ने कहा, जब सरकार और अदालतों ने हरित पट्टी को बचाने के लिए डल झील श्रीनगर, पहलगाम में आवासीय घरों के नवीकरण पर प्रतिबंध लगा दिया है और जब गुलमर्ग में निर्माण रोक दिया गया है, जब सोनमर्ग में निर्माण की अनुमति नहीं दी जा रही है, तो क्या पवित्र गुफा और उसके आसपास के क्षेत्रों के पर्यावरण के बारे में क्यों नहीं सोचा गया?

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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