बारिश का कहर: अमरनाथ यात्रा लगातार चौथे दिन स्थगित, उत्तराखंड से भूस्खलन से 4 तीर्थयात्रियों की मौत
यात्रा स्थगित होने के बावजूद तीर्थयात्री अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन को लेकर दृढ़ और आशावादी हैं। वे कई दिनों तक इंतजार करने को भी तैयार हैं।
People waiting as authorities suspend the Amarnath Yatra
Rain Update: मानसून की बारिशपूरे देश में कहर मचा रही है। राजधानी दिल्ली सहित हिमाचल, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर राज्यों में मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से हालात गंभीर हो गए हैं। इसका असर अमरनाथ यात्रा पर भी पड़ा है।रामबन में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के एक हिस्से के बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण मंगलवार को लगातार चौथे दिन जम्मू से आगे की अमरनाथ यात्रा स्थगित रही, जिससे करीब 15 हजार श्रद्धालु जम्मू में फंस गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश से राजमार्ग को बेहद नुकसान पहुंचा है और इसे सोमवार को यातायात के लिए बंद करना पड़ा। रामबन जिले में पड़ने वाला हिस्सा बेहद बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
तीर्थयात्री अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन को लेकर दृढ़
यात्रा स्थगित होने के बावजूद तीर्थयात्री अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन को लेकर दृढ़ और आशावादी हैं। वे कई दिनों तक इंतजार करने को भी तैयार हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जम्मू से यात्रा अभी फिर शुरू नहीं हुई है। राजमार्ग बंद होने के कारण यह अब भी निलंबित है। मंगलवार को जम्मू आधार शिविर से किसी भी नये जत्थे को कश्मीर की ओर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
यातायात अधिकारियों ने सोमवार रात एक परामर्श जारी किया, जिसमें कहा गया है कि प्रशासन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के दिनभर के सामूहिक प्रयासों से सड़क की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। इसके यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल होने में कुछ और समय लग सकता है। इसलिए प्रशासन ने मंगलवार को राजमार्ग पर यातायात निलंबित रखने का निर्णय लिया है।
आधार शिविर में आठ हजार तीर्थयात्री फंसे
जम्मू में खासकर भगवती नगर आधार शिविर में करीब आठ हजार से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए हैं, जबकि रामबन जिले में चंद्रकोट आधार शिविर पर करीब छह हजार यात्रियों को आगे बढ़ने का इंतजार है। कठुआ और सांबा शिविर में करीब दो हजार तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अमरनाथ की आगे की यात्रा के लिए अधिक तीर्थयात्रियों का जम्मू पहुंचना जारी है। एक अधिकारी ने कहा कि संख्या बढ़ रही है, लेकिन उनमें से अधिकतर को विभिन्न आवास केंद्रों में ठहराया जा रहा है।
भारी बारिश और खराब मौसम के कारण कश्मीर में पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों से निलंबित कर दी गई वार्षिक तीर्थयात्रा रविवार को वहां से फिर से शुरू कर दी गई थी। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग (250 किलोमीटर लंबा) कश्मीर को हर मौसम में देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र रास्ता है। शनिवार और रविवार को भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में राजमार्ग के कुछ हिस्से बह गए।
रामबन जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि रामबन से लखनपुर तक करीब पांच हजार वाहन फंसे हुए हैं। हिमालयी क्षेत्र में स्थित 3,888 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को शुरू हुई, जो 31 अगस्त तक चलेगी। जम्मू आधार शिविर से 30 जून तक सात जत्थों में कुल 43,833 तीर्थयात्री गुफा मंदिर के लिए रवाना हो चुके हैं।
उत्तरकाशी में चार श्रद्धालुओं की मौत
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी क्षेत्र के गंगनानी में भारी बारिश के दौरान हुए भूस्स्खलन के मलबे में तीन वाहन दब गए, जिससे उनमें सवार मध्य प्रदेश के चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई। भटवाड़ी के उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने बताया कि सोमवार रात गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी पुल के पास पहाड़ी से बड़ी मात्रा में मिट्टी धसकने और बोल्डर गिरने से तीन यात्री वाहन मलबे के नीचे दब गए।
चौहान के मुताबिक, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर स्थानीय लोग और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के मजदूर भी राहत कार्य में मदद कर रहे हैं। चौहान के अनुसार, घटना में मारे गए चार में से तीन श्रद्धालुओं के शव बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक अन्य के शव को भी बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। चारों मृतक मध्य प्रदेश के निवासी बताए जा रहे हैं। चौहान के मुताबिक, घटना में सात अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। (भाषा इनपुट)
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