एक्शन अभी बाकी है...पूजा खेडकर विवाद के बीच 6 और अफसर DoPT के रडार पर

पूजा खेडकर पर आईएएस सेवा में चयन के लिए विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग कोटा का दुरुपयोग करने का आरोप है। डीओपीटी ने एक बयान में कहा कि यूपीएससी ने उपलब्ध रिकॉर्ड की जांच की है और उसे सीएसई-2022 नियमों के प्रावधानों के उल्लंघन में कार्य करने का दोषी पाया है।

पूजा खेडकर विवाद

Puja Khedkar Row: संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आईएएस प्रोबेशनर पूजा खेडकर का प्रमाणपत्र रद्द करने के बाद अब छह सिविल सेवकों के विकलांगता प्रमाणपत्र जांच के दायरे में हैं। News18 की रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) इन छह लोगों के मेडिकल दस्तावेजों को देख रहा है, क्योंकि उनके प्रमाणपत्रों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखाया गया था। इन छह सिविल सेवकों में से पांच आईएएस और एक आईआरएस से हैं।

विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग कोटा का दुरुपयोग किया

ऐसा पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द करने के बाद हुआ है क्योंकि यूपीएससी ने उनके खिलाफ परीक्षा नियमों और दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के आरोपों को सही पाया था। पूजा खेडकर पर आईएएस सेवा में चयन के लिए विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग कोटा का दुरुपयोग करने का आरोप है। डीओपीटी ने एक बयान में कहा कि यूपीएससी ने उपलब्ध रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच की है और उसे सीएसई-2022 नियमों के प्रावधानों के उल्लंघन में कार्य करने का दोषी पाया है। सीएसई-2022 के लिए उनकी अनंतिम उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है और उन्हें यूपीएससी की सभी भविष्य की परीक्षाओं/चयनों से स्थायी रूप से वंचित कर दिया गया है।
दिल्ली की एक अदालत ने पूजा खेडकर द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी। जांच एजेंसी को जांच का दायरा बढ़ाने की जरूरत है। एजेंसी को हाल के दिनों में यूपीएससी द्वारा अनुशंसित उम्मीदवारों का पता लगाने का निर्देश दिया गया है, जिन्होंने ओबीसी कोटा के तहत अनुमत आयु सीमा से अधिक लाभ उठाया है और जिन्होंने इसके हकदार नहीं होने के बावजूद विकलांग कोटे का लाभ उठाया है।
End Of Feed