अमित शाह महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा सीटें जीतने को लेकर मंथन कर रहे हैं?
नवी मुंबई के खारघर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में आध्यात्मिक नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता दत्तात्रेय नारायण उर्फ अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया। इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौजूद रहे। इस दौरान एकनाथ शिंदे ने अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा कि अमित शाह जो कहते है, जो ठान लेते है वह करते ही है; यह मुझसे और देवेंद्र फडणवीस से बेहतर कौन समझ सकता है।
अमित शाह द्वारा ये सम्मान समारोह महज एक समारोह तक सीमित नहीं नजर आता। बल्कि इसे आगे नजर आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी के तौर पर देखा जा सकता है। अप्पा साहेब के करीब 40 लाख से ज्यादा समर्थक सिर्फ पश्चिमी महाराष्ट्र में ही है और इन इलाकों में करीब 20 लोकसभा सीट और 150 के करीब विधानसभा सीटें आती हैं। पूरे महाराष्ट्र से आए समर्थकों के जरिये शिंदे फडणवीस सरकार को इन तक सीधे पहुंचने में बड़ी सहायता मिलेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को रायगढ़ जिले में कहा कि भीड़ के पीछे न भागो, कुछ ऐसा करो जिससे भीड़ तुम्हारे कदमों पर चले। अप्पासाहेब धर्माधिकारी ने समाजसेवा में ऐसा ही कुछ किया, जिससे आज उनके सम्मान समारोह में इतनी ज्यादा तादाद में भीड़ इकठ्ठा हुई है, जो पहली बार देखी जा रही है।
अमित शाह ने कहा कि बिना किसी प्रचार की अपेक्षा के सामाजिक कार्य करने वाले समाजसेवी के सम्मान में इतनी बड़ी भीड़ पहली बार आई है। आप सभी इतनी तेज धूप में बैठे हैं, जिससे अप्पासाहेब के लिए आपके मन में प्रेम, आदर और विश्वास का भाव झलकता है। ऐसा सम्मान, विश्वास, त्याग, समर्पण और सेवा से ही प्राप्त किया जा सकता है। यह सम्मान सिर्फ अप्पासाहेब का नहीं बल्कि भीड़ में मौजूद सबका है। अमित शाह ने यहां छत्रपति शिवाजी महाराज, वीर सावरकर, वासुदेव बलवंत फडक़े, चाफेकर बंधु, लोकमान्य तिलक, समर्थ रामदास, तुकाराम महाराज और नामदेव महाराज के कार्यों और संस्कृति पर भी चर्चा की।
महा विकास आघाड़ी में दरार की खबरों के बीच जहां उद्धव ठाकरे की मुलाकात शरद पवार से हो रही है, वहीं पवार परिवार बीजेपी नेताओं की तारीफ कर रहा है। सावरकर से लेकर ईवीएम के मुद्दों पर यह तीनों पार्टियां विभिन्न विचारधाराओं में बंटती नजर आ रही है, जिसे अच्छे राजनीतीक मौके के तौर पर राज्य सरकार देख रही है।
लागातार धर्म और हिंदुत्व के मुद्दों पर महाविकास आघाड़ी को घेरने वाली शिंदे फडणवीस की सरकार ने अब आनेवाले चुनावों के लिए अपनी कमर कस ली है। इसी बीच अमित शाह का मुंबई दौरा और बीजेपी के सभी राज्य नेताओं के साथ बैठक महत्वपूर्ण संकेत देती है। शाह अपनी बैठक में चुनाव रणनीति और बीजेपी की महाराष्ट्र में मजबूती पर चर्चा करते नजर आए। ये बैठकें और महाविकास आघाड़ी की वज्रमुठ रैली एक साथ आगे बढ़ रही है, देखना होगा कि महाराष्ट्र कि जनता किसके पक्ष को स्वीकार करेगी।