सरदार पटेल न होते तो शायद आज भारत का मानचित्र भी न होता, दिल्ली में बोले अमित शाह

Sardar Patel Jayanti: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, आजादी के बाद अंग्रेज इस देश को खंड-खंड होने के लिए छोड़ कर गए थे, उस वक्त 550 से ज्यादा रियासतों को कुछ ही दिनों में एकता के धागे में पिरो कर भारत माता का मानचित्र बनाने का काम हमारे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया था।

अमित शाह

Sardar Patel Jayanti: देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आज पूरे देश में 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने एकता की शपथ दिलाई और लोगों को संबोधित किया।

अमित शाह ने कहा कि गुजरात के केवड़िया में सरकार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाकर उनको सम्मान देने का काम किया गया है। उन्होंने आगे कहा, पूरा देश 2014 से इस दिन को एकता दिवस के रूप में मनाता है। आजादी के बाद अंग्रेज इस देश को खंड-खंड होने के लिए छोड़ कर गए थे, उस वक्त 550 से ज्यादा रियासतों को कुछ ही दिनों में एकता के धागे में पिरो कर भारत माता का मानचित्र बनाने का काम हमारे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया था। अमित शाह ने कहा, अगर सरदार पटेल न होते तो शायद आज का भारत माता का मानचित्र भी न होता।

राष्ट्र को सर्वप्रथम बनाने का लें संकल्प

अमित शाम ने कहा कि यह सरदार पटेल के मजबूत इरादों का ही परिणाम है कि भारत का मानचित्र है और कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक है। उन्होंने कहा, अगर सरदार साहब न होते तो हम सब यहां न होते। हमें संकल्प लेना है कि देश जब आजादी की 100वीं वर्षगांठ मना रहा हो तो भारत श्रेष्ठ हो। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि इस राष्ट्र को सर्वप्रथम बनाएं।

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