रेवंत रेड्डी आज लेंगे तेलंगाना के CM पद की शपथ, खींचतान के बीच 'INDIA' गठबंधन के कई नेता समारोह में होंगे शामिल

Revanth Reddy Swearing in: तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष अनुमुला रेवंत रेड्डी आज प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। इस समारोह में इंडियन नेशनल डवलपमेंट इनक्लूसिव अलाइंस (INDIA) के कई नेता शामिल हो सकते हैं।

रेवंत रेड्डी के शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे इंडिया गठबंधन के कई नेता

Revanth Reddy Swearing in: तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष अनुमुला रेवंत रेड्डी आज प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। 56 वर्षीय नेता का शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 01 बजकर 04 मिनट पर हैदराबाद में विशाल एलबी स्टेडियम में आयोजित हो रहा है। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को शानदार सफलता मिली। उसने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को हराया और कुल 119 सीटों में से 64 सीटें जीतीं। पार्टी की चुनाव पूर्व सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) को 1 सीट मिली। उधर इंडियन नेशनल डवलपमेंट इनक्लूसिव अलाइंस (INDIA) में उथल-पुथल के बीच खबर है कि 28 पार्टी-गठबंधन के कई नेताओं के हैदराबाद में तेलंगाना के निर्वाचित मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक तेलंगाना में कांग्रेस को पहली जीत दिलाने वाले रेड्डी ने पिछले दो दिनों में कई विपक्षी नेताओं को फोन किया और व्यक्तिगत रूप से उनसे समारोह में शामिल होने का अनुरोध किया। उनमें से अधिकांश (विपक्षी नेताओं) ने पहुंचने का आश्वासन दिया। कुछ नेताओं के उसी विमान में यात्रा करने की उम्मीद है जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी यात्रा कर सकती हैं।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी के अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक नेता ने पुष्टि की कि रेड्डी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित करने के लिए फोन किया था। उन्होंने बनर्जी को व्यक्तिगत रूप से फोन किया और उनसे शपथ ग्रहण समारोह में आने का अनुरोध किया। चूंकि बनर्जी के कार्यक्रम पहले से तय हैं, इसलिए उन्होंने रेड्डी से कहा कि उनकी पार्टी का एक वरिष्ठ नेता कार्यक्रम में टीएमसी का प्रतिनिधित्व करेगा।

विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से कांग्रेस अपने इंडिया गठबंधन सहयोगियों के दबाव में आ गई है। जो चाहते हैं कि अगले साल के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे पर चर्चा तुरंत शुरू हो। यह डवलपमेंट तीन भारतीय राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार की पृष्ठभूमि में आया है। जहां इसका सीधा मुकाबला बीजेपी से था।

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