नरोदा गाम केस में ओवैसी का तंज, जिसे भी चाहो हराम कह दो-जिसे भी चाहो हलाल कर दो

Naroda Gam Massacre 2002: नरोदा गाम कांड पर एक यूजर ने लिखा कि अब जब सभी आरोपी बरी हो चुके हैं तो उसका मतलब यह हुआ कि किसी ने मारा नहीं था। यूजर के इस कमेंट पर एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसा।

असदुद्दीन ओवैसी, एआईएमआईएम के मुखिया

मुख्य बातें
  • 2002 में हुआ था गुजरात दंगा
  • एसआईटी अदालत से आरोपी बरी
  • माया कोडनानी, बाबू बजरंगी थे बड़े नाम

Naroda Gam Massacre 2002: नरोदा गाम नरसंहार केस में गुजरात की अदालत ने 68 आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। इन आरोपियों में दो नाम माया कोडनानी (Maya Kodnani)और बाबू बजरंगी(Babu Bajrangi)खास थे। अदालत के इस फैसले पर सियासी दलों और चेहरों ने प्रतिक्रिया दी। बीजेपी ने जहां सत्य की जीत बताया तो विपक्षी दलों ने इसे मजाक बताया। इन सबके बीच एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी(AIMIM Chief Asaduddin owaisi) ने मशहूर शायर रहे राहत इंदौरी की शेर के जरिए मौजूदा गुजरात और केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

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शायराना अंदाज में तंज

असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा कि जिधर से गुज़रो धुआं बिछा दो, जहां भी पहुंचो धमाल कर दो।तुम्हें सियासत ने हक दिया है,हरी जमीनों को लाल कर दो।अपील भी तुम, दलील भी तुम, गवाह भी तुम, वकील भी तुम।जिसे भी चाहो हराम कह दो,जिसे भी चाहो हलाल कर दो।एक यूजर ने लिखा था कि 2002 में नरोदा में मुस्लिम समाज के 11 लोगों को जिंदा जला दिया गया। लेकिन अब सभी आरोपी बरी हो चुके हैं। इसका अर्थ यह है कि उन्हें किसी ने नहीं मारा।

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