जब पोस्टमार्टम हाउस में बोला था अतीक अहमद- हमारा खोपड़ी आराम से खोलना, छेनी चलाने में रहम करना
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या शनिवार, 15 अप्रैल की रात कर दी गई। 15 अप्रैल की रात पत्रकार बनकर आए कुछ हमलावरों ने दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। कहा जाता है कि अतीक की ऐसी मौत हुई जिसकी कल्पना शायद ने पहले ही कर ली थी।
यूपी का बाहुबली नेता और माफिया डॉन अतीक अहमद की हत्या हो चुकी है। लाश दफनाया जा चुका है, लेकिन वो अभी भी चर्चा में बना हुआ है। रोज नई-नई कहानियां सामने आ रही हैं। इन कहानियों से ऐसा लग रहा है जैसे अतीक को पहले से ही पता था कि उसकी मौत आसान नहीं होने वाली है। उसकी हत्या ही होगी।
21 साल पहले की कहानी
बात करीब 21 साल पहले ही की है। एक रिश्तेदार की मौत के बाद अतीक अहमद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा था। यहां उसके रिश्तेदार का पोस्टमार्टम होना था। यहीं पर उसने मजाकिया अंदाज में पोस्टमार्टम वाले कर्मियों से ऐसी बात कही थी जो आजकल काफी सुर्खियों में है।
रहम की बात
अतीक ने पोस्टमार्टम में डॉ को सहयोग करने वाले कर्मियों को कुछ पैसे देते हुए कहा था कि जब उसका पोस्टमार्टम हो तो वो लोग उसके साथ नरमीं बरतें। उसकी खोपड़ी को आराम से खोलें। उसपर छेनी हथौड़ी का आराम-आराम से इस्तेमाल करें।
शनिवार को मारा गया अतीक
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या शनिवार, 15 अप्रैल की रात कर दी गई। 15 अप्रैल की रात पत्रकार बनकर आए कुछ हमलावरों ने दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। कहा जाता है कि अतीक की ऐसी मौत हुई जिसकी कल्पना शायद ने पहले ही कर ली थी। उसे ऐसी ही मौत मिलेगी। संभवत अपने इस अंजाम का अंदाजा उसे पहले से था। अतीक अहमद के बारे में कहा जाता है कि उसके दिमाग में यह बात साफ तौर पर बैठी थी कि उसका अंत सामान्य लोगों की तरह नहीं होगा। वह अक्सर यह बातें अपने लोगों के बीच मजाकिया अंदाज में कहता रहता था।
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