अयोध्याः 70 एकड़ जमीन के संकरे या छोटे से हिस्से में ही क्यों बना राम मंदिर? यह है वजह, समझिए

Ayodhya Ram Mandir Latest Update: यूपी के अयोध्या में 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिससे पहले 30 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रभु श्री राम की नगरी (अयोध्या) को करोड़ों रुपए की परियोजनाओं का उपहार देंगे।

तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइल)

Ayodhya Ram Mandir Latest Update: उत्तर प्रदेश (यूपी) के अयोध्या में राम मंदिर 70 एकड़ की भूमि के संकरे हिस्से में बना है। ऐसा तब हुआ है, जब पूरे परिसर में अच्छी-खासी जगह थी। जमीन की दक्षिणी दिशा में हिस्सा मजे का चौड़ा था, लेकिन मंदिर उत्तरी हिस्से में छोटे से भाग में बनाया गया। हालांकि, इसके पीछे एक वजह है, जिसके बारे में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सचिव चंपत राय ने विस्तार से समझाया है।
बुधवार (27 दिसंबर, 2023) को समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से जारी किए गए एक वीडियो में वह राम मंदिर परिसर वाली भूमि के नक्शे के साथ बताते नजर आए कि मंदिर 70 एकड़ के उत्तरी भाग में बना है। यह हिस्सा दक्षिणी हिस्से से काफी संकरा है।
उन्होंने आगे कहा- इतने छोटे में हिस्से में मंदिर इसलिए बनाया गया क्योंकि कोर्ट में जो लंबे समय से लिटिगेशन (मुकदमेबाज़ी) है, वह इसी प्लॉट नंबर का है। हम इसलिए इसे नहीं छोड़ सकते हैं। वहां तीन मंजिला मंदिर दिखेगा, जिसका ग्राउंड फ्लोर तैयार है। पहले माले का काम चल रहा है और दूसरे फ्लोर की परिस्थितियां तैयार की जा रही हैं, जबकि मंदिर के चारों ओर दीवार बनाई जाएगी।
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