PFI पर बैन का समर्थन नहीं किया जा सकता है, बोले औवैसी, पर उसके दृष्टिकोण का विरोध करता हूं

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर भारत सरकार ने पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इसका विरोध किया। हालांकि उन्होंने कहा कि पीएफआई के रूख का समर्थन नहीं करते हैं।

AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी

मुख्य बातें
  • भारत सरकार ने PFI पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।
  • असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिबंध लगाए जाने का विरोध किया है।
  • उन्होंने कहा कि हालांकि उसके रूख का समर्थन नहीं करता हूं।

हैदराबाद : AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि मैंने हमेशा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के रुख का विरोध किया। लेकिन कट्टरपंथी संगठन पीएफआई पर लगाए गए प्रतिबंध का समर्थन नहीं किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपराध करने वाले कुछ व्यक्तियों के कार्यों का मतलब यह नहीं है कि संगठन को ही प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। PFI जो कथित तौर पर हिंसा में शामिल रहा है और ISIS जैसे वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ 'लिंक' है। उसे बुधवार को अपने कई सहयोगियों के साथ केंद्र ने अपने नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के बाद 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।

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ओवैसी ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि हालांकि मैंने हमेशा PFI के दृष्टिकोण का विरोध किया है और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण का समर्थन किया है, लेकिन PFI पर इस प्रतिबंध का समर्थन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लेकिन इस तरह का कठोर प्रतिबंध खतरनाक है क्योंकि यह किसी भी मुस्लिम पर प्रतिबंध है जो अपने मन की बात कहना चाहता है। जिस तरह से भारत का चुनावी निरंकुशता फासीवाद की ओर बढ़ रहा है, अब हर मुस्लिम युवा को भारत के काले कानून UAPA के तहत एक PFI पैम्फलेट के साथ गिरफ्तार किया जाएगा।

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