Akhilesh yadav News: 'देश और देशवासियों की रक्षा करना हर देश का कर्तव्य', जानें ऐसा क्यों बोले अखिलेश यादव
एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'कोई भी समुदाय चाहे वह बांग्लादेश का अलग नज़रियेवाला बहुसंख्यक हो या हिंदू, सिख, बौद्ध या कोई अन्य धर्म-पंथ-मान्यता माननेवाला अल्पसंख्यक, कोई भी हिंसा का शिकार नहीं होना चाहिए। '
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को बांग्लादेश का नाम लिए बिना कहा कि देश और देशवासियों की रक्षा करना हर देश का कर्तव्य होता है।उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास सिखाता है कि जो सरकार किसी और देश के राजनीतिक हालात का इस्तेमाल अपने सियासी मंसूबों को पूरा करने के लिए करती है, वह देश को आंतरिक और बाह्य दोनों स्तर पर कमजोर करती है।
अखिलेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'विश्व इतिहास गवाह है कि कई देशों में विभिन्न कारणों से, सही या गलत, उस समय के हालातों के अनुसार, हिंसक जन क्रांतियां, सैन्य तख्तापलट, सत्ता-विरोधी आंदोलन होते रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि ऐसे उथल-पुथल भरे समय में केवल उसी देश का पुनरुत्थान हुआ है, जिसने किसी के खिलाफ किसी भी आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया।
'देश और देशवासियों की रक्षा करना हर देश का कर्तव्य होता है'
सपा प्रमुख ने कहा, 'देश और देशवासियों की रक्षा करना हर देश का कर्तव्य होता है। सकारात्मक मानवीय सोच के आधार पर, एक व्यक्ति के रूप में हर निवासी-पड़ोसी की रक्षा करना भी हर सभ्य समाज का मानवीय-दायित्व होता है, फिर वह चाहे किसी काल-स्थान-परिस्थिति में कहीं पर भी हो।'
ये भी पढ़ें- बांग्लादेश के मुखिया बनते ही पाक-साफ होने लगे मोहम्मद यूनुस, भ्रष्टाचार मामले में हुए बरी
'विश्व बिरादरी के साथ मिलकर साहसपूर्ण सकारात्मक मुखर पहल करनी चाहिए'
उन्होंने कहा कि कई बार किसी देश के आंतरिक मामलों से प्रभावित होने वाले किसी अन्य देश का एकल स्तर पर हस्तक्षेप करना वैश्विक राजनयिक मानकों के लिहाज से उचित नहीं माना जाता है, लेकिन ऐसे में उस प्रभावित देश को अपने लोगों की रक्षा के लिए अपनी मूक विदेश नीति को सक्रिय करते हुए, विश्व बिरादरी के साथ मिलकर साहसपूर्ण सकारात्मक मुखर पहल करनी चाहिए, जिससे सार्थक समाधान निकल सके।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
मैं 'Times Now नवभारत' Digital में Assistant Editor के रूप में सेवाएं दे रहा हूं, 'न्यूज़ की दुनि...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited