Kisan Andolan Latest News Today Updates: 'दिल्ली चलो' मार्च दो दिन के लिए स्थगित किया गया, एक प्रदर्शनकारी की मौत
Kisan Andolan Latest News Updates in Hindi(किसान आंदोलन 2024 हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब एंड उत्तराखंड), Bharatiya Kisan Union calls for tractor march on Feb 22 2024, Farmers Protest Updates in Hindi
किसान आंदोलन: संयुक्त किसान मोर्चा आज करेगा बैठक
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू तथा खनौरी सीमा बिंदुओं पर स्थिति के बारे में चर्चा करने के लिए बृहस्पतिवार को यहां एक बैठक करेगा। सीमा बिंदुओं पर हजारों किसान अपने संगठनों द्वारा किए गए "दिल्ली चलो" के आह्वान के तहत डेरा डाले हुए हैं। एसकेएम ने 2020-21 में केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था जिन्हें बाद में निरस्त कर दिया गया। बैठक के लिए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों से कई एसकेएम नेता यहां पहुंचे। भारती किसान यूनियन (लाखोवाल) के महासचिव हरिंदर सिंह लाखोवाल ने कहा कि एसकेएम इस बात पर चर्चा करेगा कि बुधवार को शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर क्या हुआ। उन्होंने कहा कि किसान संगठन इस बात पर भी निर्णय लेगा कि जारी आंदोलन का समर्थन किस तरह से किया जाए। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी सहित अपनी मांगों को स्वीकार कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए "दिल्ली चलो" आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। एसकेएम ''दिल्ली चलो'' आंदोलन का हिस्सा नहीं है।सरकार के आदेश को चुनौती देने वाली एक रिट अपील अभी लंबित
सोशल मीडिया मंच ने कहा कि भारत सरकार के आदेश को चुनौती देने वाली एक रिट अपील अभी लंबित है। साथ ही उसने पारदर्शिता बढ़ाने के लिए इस आदेश को सार्वजनिक करने का आह्वान किया। एक्स ने कहा, 'कानूनी बाध्यताओं के कारण हम शासकीय आदेश प्रकाशित नहीं कर सकते, लेकिन हमारा मानना है कि इन्हें सार्वजनिक करना पारदर्शिता के लिए आवश्यक है। इसका खुलासा न करने से जवाबदेही का अभाव हो सकता है और मनमाने तरीके से फैसले लिए जा सकते हैं।' देश भर के किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी और कृषि कर्ज माफी समेत अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो प्रदर्शन स्थलों में से एक खनौरी सीमा पर झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत तथा लगभग 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार को ‘दिल्ली चलो’ मार्च दो दिन के लिए स्थगित कर दिया।एक्स' ने किसान प्रदर्शन से जुड़े खाते, पोस्ट ‘ब्लॉक' करने पर असहमति जतायी
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ ने किसानों के विरोध प्रदर्शन से जुड़े खाते और पोस्ट ‘ब्लॉक’ करने के भारत सरकार के आदेश से बृहस्पतिवार को असहमति जतायी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का आह्वान किया। सूत्रों ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गृह मंत्रालय के अनुरोध पर किसानों के विरोध प्रदर्शन से जुड़े 177 सोशल मीडिया खातों और वेब लिंक को अस्थायी रूप से ‘ब्लॉक’ करने का आदेश दिया है। ‘एक्स’ ने एक पोस्ट में कहा, 'भारत सरकार ने शासकीय आदेश जारी किए हैं जिसके तहत एक्स को विशिष्ट खातों और पोस्ट्स पर कार्रवाई करने की आवश्यकता है जो अच्छे-खासे जुर्माने और कारावास सहित संभावित दंड के अधीन हैं। आदेश का अनुपालन करते हुए हम केवल भारत में ही इन खातों और पोस्ट्स पर रोक लगाएंगे, हालांकि, हम इन कार्रवाइयों से असहमत हैं और हमारा मानना है कि ये पोस्ट अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में आनी चाहिए।'पीएम मोदी की 'गारंटी' के बावजूद किसान कर रहे हैं आत्महत्या: शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार ने बुधवार को कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को तरह-तरह की ‘‘गारंटी’’ दे रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ किसान बढ़ते कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहे हैं। पुणे जिले में महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के गृह क्षेत्र अंबेगांव तहसील के मंचर में एक सम्मेलन में राकांपा (शरदचंद्र पवार) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने कृषि क्षेत्र की एक गंभीर तस्वीर पेश की। उन्होंने कहा, 'आज, देश में किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वे कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें अपने उत्पादों के लिए लाभकारी मूल्य नहीं मिलता है। यदि लागत अधिक है और उत्पादन कम है, तो इससे किसान कर्ज में डूब जाते हैं और इसके कारण किसान अतिवादी कदम उठा रहे हैं। ऐसी स्थिति इस समय देश में बनी हुई है।' राज्यसभा सदस्य पवार ने कहा कि अखबार और टेलीविजन चैनल विज्ञापनों से भरे हुए हैं, जहां प्रधानमंत्री किसानों को उनकी उपज के लिए अच्छी कीमत जैसी विभिन्न "गारंटी" की पेशकश करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने केंद्र की आलोचना करते हुए कहा, "एक तरफ, 'मोदी की गारंटी' है, लेकिन दूसरी तरफ, कहीं न कहीं कोई (किसान) आत्महत्या कर रहा है।"किसानों के लिए क्या है सरकार का प्लान? जानें अपडेट
अनुराग ठाकुर ने कहा है कि प्रदर्शनकारी किसान 'हमारे भाई' है, बातचीत के लिए तैयार सरकार है। वहीं एक युवा किसान की मौत के बाद 'दिल्ली चलो' मार्च दो दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि किसान की मौत से दुखी हूं, इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी। पढ़ें पूरी खबरगन्ने का एफआरपी 25 रुपये बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल करने की मंजूरी
केंद्र सरकार ने बुधवार को 2024-25 सत्र के लिए गन्ने का उचित व लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 25 रुपये बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल करने की मंजूरी दी। गन्ने का नया सत्र अक्टूबर से शुरू होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी एफआरपी है। मात्रा के संदर्भ में, यह दूसरी बार है जब मोदी सरकार ने एफआरपी में एक बार में 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है। गन्ने की एफआरपी बढ़ाने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में लिया गया। यह कदम आम चुनाव से पहले उठाया गया है। गन्ना मुख्य रूप से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में उगाया जाता है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सीसीईए ने 2024-25 के लिए 10.25 प्रतिशत की चीनी रिकवरी दर पर गन्ने की एफआरपी 340 रुपये प्रति क्विंटल को मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा, 'यह गन्ने की अब तक की सबसे अधिक कीमत है, जो मौजूदा सत्र 2023-24 के लिए गन्ने की एफआरपी से लगभग आठ प्रतिशत अधिक है।' ठाकुर ने कहा कि नयी एफआरपी गन्ने के तय फार्मूले से 107 प्रतिशत अधिक है और इससे गन्ना किसानों की समृद्धि सुनिश्चित होगी। मंत्री ने कहा, 'भारत, दुनियाभर में गन्ने की सबसे ज्यादा कीमत चुका रहा है।' संशोधित एफआरपी एक अक्टूबर 2024 से लागू होगी। आधिकारिक बयान के मुताबिक, 'केंद्र सरकार के इस फैसले से पांच करोड़ से अधिक गन्ना किसानों (परिवार के सदस्यों सहित) और चीनी क्षेत्र से जुड़े लाखों अन्य लोगों को फायदा होगा।' बयान में कहा गया, 'यह किसानों की आय दोगुनी करने की मोदी की गारंटी को पूरा करने की प्रतिबद्धता को दोहराता है।'प्रदर्शनकारी किसान 'हमारे भाई', बातचीत के लिए तैयार सरकार: अनुराग ठाकुर
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कहा कि प्रदर्शनकारी किसान हमारे 'भाई' व 'अन्नदाता' हैं और केंद्र सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार है। ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की अधिक आय सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठाकुर ने कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान पंजाब-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के मुद्दे पर चर्चा हुई, मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, 'हम पहले भी बातचीत के लिए तैयार थे और आज भी तैयार हैं और भविष्य में भी उनके मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार रहेंगे।' ठाकुर ने कहा, 'हमें कोई समस्या नहीं है क्योंकि वे हमारे भाई और अन्नदाता हैं।' केंद्रीय मंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि व संबद्ध क्षेत्रों में उच्च वृद्धि प्राप्त करने के लिए मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दोगुना कर दिया है और खरीद भी दोगुना से अधिक बढ़ा दी गई है। ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में गेहूं, धान, तिलहन और दालों की खरीद पर 18.39 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं जबकि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने 5.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए थे।किसान की मौत से दुखी हूं, इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी: मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि वह पंजाब-हरियाणा सीमा पर एक युवा किसान की मौत से दुखी हैं तथा इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मान ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘पोस्टमॉर्टम के बाद मामला दर्ज किया जाएगा। किसान की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।’’'दिल्ली चलो' मार्च स्थगित
पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो प्रदर्शन स्थलों में से एक खनौरी सीमा पर झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत और लगभग 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार को ‘दिल्ली चलो’ मार्च दो दिन के लिए स्थगित कर दिया। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि वे शुक्रवार शाम को आगे की रणनीति तय करेंगे। गतिरोध को समाप्त करने के प्रयास में तीन केंद्रीय मंत्रियों के एक दल के साथ रविवार रात को चौथे दौर की वार्ता के बाद दो दिन की शांति के बाद खनौरी और शंभू में पंजाब के किसानों ने सुबह अपना आंदोलन फिर से शुरू कर दिया था।Farmers Protest Live Updates: विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान की मौत
पंजाब में शंभू और खनौरी सीमा पर बुधवार की दोपहर में हरियाणा पुलिस द्वारा आंसूगैस के गोले छोड़े जाने से एक प्रदर्शनकारी किसान की सिर में चोट लगने के कारण मौत हो गई और कई घायल हो गए। किसान जुगराज सिंह की खनौरी सीमा पर मौत हो गई। हालांकि, हरियाणा पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान बुधवार को किसी भी किसान की मौत नहीं हुई। “यह सिर्फ एक अफवाह है।Kisan Andolan Live: किसान ने प्रदर्शन के दौरान की आत्मदाह की कोशिश
मुजफ्फरनगर जिले में धरना स्थल के पास बुधवार को एक किसान ने कथित तौर पर खुद को आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। हालांकि, साथी आंदोलनकारियों ने समय रहते आग बुझा दी और उसे मुजफ्फरनगर के एक अस्पताल में ले जाया गया। अस्पताल पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने बताया कि आंदोलनकारी का चेहरा मामूली रूप से झुलस गया है और उन्हें तुरंत चिकित्सा उपलब्ध करायी गयी है।Farmers Protest Live Updates: 'केंद्र को प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें मान लेनी चाहिए'
विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि हरियाणा विधानसभा को एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को स्वीकार करने का आग्रह करना चाहिए। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान, कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रघुवीर सिंह कादियान ने कहा, ‘‘किसान देश की रीढ़ हैं। कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के बाद, उन्हें केंद्र द्वारा कुछ आश्वासन दिए गए थे, लेकिन इन्हें पूरा नहीं किया गया है।’’Kisan Andolan Live: दिल्ली-गुरुग्राम के बीच भारी जाम
प्रदर्शनकारी किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू करने की घोषणा के बाद बुधवार को दिल्ली और गुरुग्राम के बीच रोज यात्रा करने वाले लोगों को भारी यातायात जाम का सामना करना पड़ा। दिल्ली पुलिस ने गुरुग्राम पुलिस के साथ विभिन्न सीमाओं पर अवरोधक लगाकर किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए व्यापक बंदोबस्त किए हैं।Farmers Protest Live Updates: वार्ता से ही कोई रास्ता निकलेगा- हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरिया निशंक
किसानों के प्रदर्शन को लेकर पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री और हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरिया निशंक का कहना है कि केंद्र सरकार और किसानों की वार्ता हो रही है, वार्ता से ही कोई रास्ता निकलेगा, क्योंकि देश की मोदी सरकार, पहली ऐसी सरकार है जो किसानों के हित में कार्य करती है हम किसानों से भी आग्रह करते हैं कि सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करें। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर कीमत पर किसानों का हित चाहते हैं और पहली बार किसानों के खातों में पैसा आया है। हमें भरोसा है जल्द ही वार्ता सफल होगी।Delhi Kisan Andolan in Hindi: दिल्ली में सुस्त पड़ी यातायात की रफ्तार
हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ सीमा पर दिल्ली के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर बुधवार को ट्रैफिक जाम देखा गया। किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च को विफल करने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान दंगा-रोधी उपकरणों से लैस दिखें। कई परतों में बैरिकेडिंग भी की गई है।Kisan Andolan Live: सरकार ने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की
कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रदर्शनकारी किसानों से शांति बनाये रखने और समाधान खोजने के लिए वार्ता में शामिल होने की भी अपील की। मुंडा ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘हम सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, चाहे वह एमएसपी हो या फसल विविधीकरण। हम बातचीत के जरिए ही समाधान निकाल सकते हैं। मैंने उन्हें चर्चा के लिए आमंत्रित किया है और उनसे शांति बनाए रखने तथा ऐसा समाधान खोजने की अपील की है जो सभी के लिए अच्छा हो।’’सरवन सिंह पंधेर ने कहा, आपस में चर्चा के बाद सरकार के साथ बातचीत पर होगा फैसला
पंधेर ने कहा, जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल नहीं करेंगे
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर से जब यह पूछा गया कि किसान दिल्ली जाने के लिए उत्खनन मशीनों या जेसीबी मशीनों का उपयोग करेंगे, तो उन्होंने कहा कि हम मशीनों का उपयोग नहीं करेंगे। अगर उत्खनन मशीनें लाई जाती हैं तो हम उन्हें रोक देंगे। जब पंधेर को बताया गया कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने कहा है कि ट्रैक्टर-ट्रॉलियां राजमार्गों पर नहीं चल सकतीं, तो उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को मेलों और रैलियों में भी ले जाया जाता है। उन्होंने कहा कि इनका इस्तेमाल शांतिपूर्ण आंदोलन के लिए किया जा सकता है। पंधेर ने कहा कि उन्होंने केंद्र से हाथ जोड़कर किसानों की मांगों का समाधान करने का अनुरोध किया है।अरविंद केजरीवाल बोले, किसानों की बात क्यों नहीं मान लेते
किसान आंदोलन पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, किसान हमारे अन्नदाता हैं, किसान सबसे ज्यादा मेहनत करता है, किसान दिन-रात, सर्दी-गर्मी, बरसात में पसीना बहाता है और हमारे लिए अन्न उगाता है। किसान गरीब है, अमीर नहीं है। ऐसा तो नहीं है कि किस बड़े-बड़े बंगले बनकर बैठे हैं जैसे इन नेताओं ने बड़े-बड़े बंगले बना रखे हैं। किसान की बात क्यों नहीं मानते हो। क्या किसान की मांग नाजायज है। किसान की मांग है कि मेरी फसल का मुझे पूरा दाम मिलना चाहिए। किसान की बात क्यों नहीं मानते हैं। आखिर किसान को यह सब क्यों करना पड़ रहा है?पंजाब सरकार ने की इमरजेंसी सुविधाओं के लिए तैयारी
पंजाब सरकार ने इमरजेंसी सुविधाओं के लिए तैयारी की है। शंभू बॉर्डर पर SSF की गाड़ियां तैनात की गई हैं। भारी संख्या में एंबुलेंस पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर तैनात हैं। किसानों की सुविधा के लिए पानी के टैंकर और टॉयलेट का इंतजाम भी किया गया है। बॉर्डर के पास सभी अस्पतालों में सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है।Delhi Kisan Andolan Latest News: कृषि मंत्री मुंडा ने किसानों से पांचवें दौर की बातचीत की पेशकश की: भाजपा
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों से पांचवें दौर की बातचीत की पेशकश करते हुए उनसे शांतिपूर्ण समाधान निकालने की अपील की है। भाजपा ने कहा कि किसानों का विकास केंद्र सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बातचीत की पेशकश की है। चर्चा और संवाद से ही समाधान निकलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार खुले मन से चर्चा के लिए तैयार है। किसानों से हमारी अपील है कि शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकलना चाहिए।Farmers’ protest LIVE UPDATES: हरियाणा की सीमाओं पर जमावड़ा
पंजाब और हरियाणा के किसानों का एक बड़ा जमावड़ा हरियाणा की सीमाओं पर जारी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी तथा अन्य मांगों पर सरकार के साथ वार्ता विफल होने के बाद किसान अपना विरोध दर्ज कराने के लिए दिल्ली की ओर कूच करने की कोशिश में हैं। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प की अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए, दोनों राज्यों ने अंतर-राज्यीय सीमा क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए जेसीबी, पोकलेन, टिपर या अन्य भारी अर्थमूविंग उपकरणों पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रदर्शनकारियों ने पंजाब-हरियाणा की शंभू सीमा पर पटियाला जिले में हरियाणा पुलिस के कंक्रीट बैरिकेड्स को तोड़ने के लिए लोहे की चादरों से ढके कई ट्रैक्टरों को तैनात किया था। किसान यूनियन नेताओं ने सोमवार को सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल के लिए एमएसपी पर दालें, मक्का और कपास खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह किसानों के हित में नहीं है।Kisan Andolan Live: शंभू बॉर्डर पर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे
पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू बॉर्डर पर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे हुए हैं और दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। हरियाणा पुलिस इन्हें रोकने की लगातार कोशिश कर रही है। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव भी हुआ। पुलिस को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। सीमा पर बड़ी संख्या में पुलिस और प्रदर्शनकारी मौजूद हैं।Kisan Andolan News: कृषि मंत्री बोले, हम बातचीत के लिए तैयार
सरकार ने किसानों को पांचवीं बार बातचीत के लिए बुलाया। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, हम किसानों के बातचीत के लिए तैयार। चर्चा से ही हम किसी समाधान तक पहुंच सकते हैं। सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।Farmers Protest Live Updates: हरियाणा पुलिस की अपील
हरियाणा पुलिस ने किसानों से ट्रैक्टर ट़्रॉली का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है। वहीं, हरियाणा सरकार ने हाई कोर्ट में अर्जी देकर कहा है कि अदालत पंजाब सरकार को प्रदर्शनकारियों के संबंध में निर्देश जारी करे।Delhi Kisan Andolan in Hindi: किसान संगठनों का दिल्ली कूच शुरू
11 बजते ही किसान संगठनों का दिल्ली कूच शुरू हो गया है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा इंतजाम सख्त करते हुए सभी सीमाएं सील कर दी हैं। खास तौर पर शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा सख्त की गई है। यहां करीब 14 हजार प्रदर्शनकारी 1200 ट्रैक्टर ट्रॉली और कई अन्य वाहनों के साथ जुटे हुए हैं। इन्हें रोकने के लिए बड़ी संख्या में हरियाणा पुलिस के जवान डटे हुए हैं। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का एक्शन भी शुरू हो गया है। इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया है।टिकरी बॉर्डर पर सख्त सुरक्षा इंतजाम
Traffic Advisory: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भीषण जाम
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट है। यूपी गाजीपुर दिल्ली बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई। गाजीपुर बॉर्डर की सर्विस रोड को दिल्ली पुलिस ने पहले से ही किया हुआ है सील। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बैरिकेड लगाकर पुलिस कर रही चेकिंग। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर भीषण जाम।Farmers Protest Live Updates: जानिए दिल्ली में आज कहां पाबंदी, कहां से मिलेगी इंट्री
दिल्ली-एनसीआर के लोग बुधवार को ट्रैफिक की समस्या से दो चार हो रहे हैं। सरकार के साथ वार्ता विफल होने के बाद किसानों का दिल्ली कूच शुरू हो गया है। दिल्ली से सटी सभी सीमाओं पर किसानों को रोकने के लिए भारी सुरक्षा की गई है और भारी बैरिकेडिंग लगाई गई है। राजधानी में किसी भी सुरक्षा चूक को रोकने के लिए टिकरी और टिकरी और सिंघू बॉर्डर को पहले ही सील कर दिया गया है । गाजीपुर सीमा की दो लेन भी बंद कर दी गई हैं, जिससे क्षेत्र में भारी यातायात जाम होने की आशंका है।Delhi Chalo Farmers Protest News Live Updates: किसान नेता ने की सरकार से अपील
शंभू बॉर्डर: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है... हमने 7 नवंबर से दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम बनाया है। अगर सरकार कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका मतलब है कि सरकार हमें नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है। ये ठीक नहीं है कि हमें रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं। हम शांति से दिल्ली जाना चाहते हैं। सरकार बैरिकेड हटाकर हमें अंदर आने दे, नहीं तो हमारी बात पूरी करें मांगें। हम शांतिपूर्ण हैं, अगर वे एक हाथ बढ़ाएंगे तो हम भी सहयोग करेंगे। हमें धैर्य के साथ स्थिति को संभालना होगा। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे नियंत्रण न खोएं।किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है
Kisan Andolan 2024: पंजाब-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शनकारियों को जमा नहीं होने की हिदायत
गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि रिपोर्टों के अनुसार, अदालत ने पंजाब सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में इकट्ठा न हों और उसने खासकर राजमार्गों पर ट्रैक्टर-ट्रॉली, जेसीबी और अन्य भारी उपकरणों के इस्तेमाल पर गंभीर आपत्ति जताई है। फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी को लेकर केंद्र के साथ चार दौर की वार्ता विफल होने के बाद प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो स्थानों से बुधवार को फिर से अपना मार्च शुरू कर रहे हैं।Farmers Protest Latest News: विरोध की आड़ में उपद्रवियों को मिली छूट
गृह मंत्रालय ने कहा कि पंजाब ने ढाबी-गुजरां बैरियर पर करीब 500 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ लगभग 4,500 लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति दी है। मंत्रालय ने पंजाब सरकार से कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पिछले कुछ दिनों से चिंता का विषय बनी हुई है, क्योंकि ऐसा लगता है कि विरोध की आड़ में उपद्रवियों और कानून तोड़ने वालों को पथराव करने और भारी मशीनरी जुटाने की खुली छूट दे दी गई है और उनका इरादा पड़ोसी राज्यों में अशांति और अव्यवस्था पैदा करना है। उसने कहा कि इसके मद्देनजर, किसानों के विरोध की आड़ में विघटनकारी गतिविधियां कर रहे सभी लोगों पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल समीक्षा किए जाने और कड़ी कार्रवाई किए जाने का अनुरोध किया जाता है।Kisan Andolan Latest News: कहीं ऐसा ना हो कि हम आपा खो बैठें
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, हमारी मांगें मान लेनी चाहिए। 60 प्रतिशत किसान निर्भर हैं। हमारा प्रयास है कि शांतिपूर्ण रहेंगे। जवान भी हमारे परिवार से हैं। हम नहीं चाहेंगे ऐसा कुछ हो। हम अपनी ओर से कोई प्रहार नहीं करेंगे। गेंद केंद्र के पाले में है। सरकार को किसानों के पक्ष में फैसला लेना चाहिए। सरकार खुद बैरिकैड हटाकर दिल्ली जाने दे। केंद्र एक हाथ आगे बढ़ाएगा तो किसान दो हाथ आगे बढ़ाएगा। कहीं ऐसा ना हो कि हम आपा खो बैठें।Kisan Andolan 2024 in hindi: किसानों की आड़ में कई उपद्रवी जमा हुए
गृह मंत्रालय ने कहा कि किसानों की आड़ में कई उपद्रवी पंजाब की हरियाणा से लगी शंभू सीमा के पास भारी मशीनरी जुटा रहे हैं और पथराव कर रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 14,000 लोगों को राजपुरा-अंबाला रोड पर शंभू बैरियर पर एकत्र होने दिया गया और उनके साथ लगभग 1,200 ट्रैक्टर-ट्रॉली, 300 कार,10 मिनी बस और अन्य छोटे वाहन भी हैं।kisan andolan 2024 in Hindi: पंजाब में बिगड़ रही कानून-व्यवस्था
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार को भेजे पत्र में कहा कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति चिंता का विषय है और मंत्रालय ने राज्य सरकार को कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा।Latest news on kisan Andolan: शंभू बॉर्डर पर लगभग 14,000 लोग जमा
केंद्र के अनुमान के अनुसार, पंजाब-हरियाणा सीमा पर 1,200 ट्रैक्टर-ट्रॉली, 300 कार और 10 मिनी बस के अलावा कई अन्य छोटे वाहनों के साथ लगभग 14,000 लोग जमा हैं। गृह मंत्रालय ने इसे लेकर पंजाब सरकार के समक्ष कड़ी आपत्ति जताई है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। शंभू बॉर्डर पर लगभग 14,000 लोग जमाKisan Andolan on 21 Feb 2024: हरियाणा ने पंजाब पुलिस से किसानों के बुलडोजर जब्त करने को कहा
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने पंजाब के अपने समकक्ष गौरव यादव को एक पत्र लिखकर पंजाब पुलिस से उन बुलडोजर और मिट्टी खोदने वाले उन उपकरणों को जब्त करने को कहा, जिन्हें दो सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले किसान अवरोधकों को नुकसान पहुंचाने के लिए लाए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे उपकरण सुरक्षा बलों के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं और प्रदर्शनकारी किसानों को ऐसे उपकरण उपलब्ध कराने पर इनके मालिकों को सख्त चेतावनी दी जानी चाहिए क्योंकि यह ‘‘एक आपराधिक कृत्य होगा’’।दिल्ली कूच आज: किसानों ने बैरीकेट्स हटाने के लिए खड़े किए बुलडोजर
एमएसपी समेत कई मुद्दों पर अपनी मांगों को मनवाने के लिए किसानों ने अपना आंदोलन फिर से शुरू कर दिया है। किसान हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर डटे हैं और प्रशासन की ओर से लगाए गए अवरोधक को हटाने के लिए बुलडोजर खड़े कर दिए हैं।संयुक्त किसान मोर्चा ट्रैक्टर मार्च: ट्रैक्टर लेकर कलक्ट्रेट पहुंचेंगे किसान, धरना देंगे
किसान आंदोलन के समर्थन और एमएसपी कानून बनाने समेत अन्य मांगों को लेकर भाकियू कार्यकर्ता बुधवार को कलक्ट्रेट में ट्रैक्टर लेकर पहुंचेंगे।© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited