81.5 करोड़ भारतीयों का डेटा लीक होने की खबर, देश में डेटा हैकिंग का अब तक का सबसे बड़ा मामला

हैकर ने दावा किया कि ये डेटा आईसीएमआर में पंजीकृत लोगों के कोविड-19 परीक्षण विवरण से निकाले गए हैं। सबूत के तौर पर pwn001 ने आधार डेटा के साथ चार बड़े लीक नमूनों वाली स्प्रेडशीट पोस्ट की।

भारतीय इतिहास में सबसे बड़ा डेटा लीक

Biggest Data Breach: देश में डेटा लीक का सबसे बड़ा मामला सामने आया है। एक रिपोर्ट के अनुसार 81.5 करोड़ से अधिक भारतीयों के निजी विवरण, कथित तौर पर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडियल रिसर्च (आईसीएमआर) से मिले डेटा ऑनलाइन लीक हो गए हैं। न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबकि, लीक की खबर सबसे पहले अमेरिकी साइबर सुरक्षा और खुफिया एजेंसी रिसिक्योरिटी को लगी। साइबर फर्म के अनुसार, 'pwn001' उपनाम वाले एक खतरे ने ब्रीच फोरम पर एक थ्रेड पोस्ट किया, जो खुद को 'प्रीमियर डेटाब्रीच चर्चा और लीक फोरम' बता रहा है जो 815 मिलियन (81.5 करोड़) भारतीयों के रिकॉर्ड तक पहुंच को सक्षम बनाता है।

हैरान कर देने वाला आंकड़ा

यह आंकड़ा यह ईरान, तुर्की और जर्मनी जैसे देशों की कुल जनसंख्या का लगभग 10 गुना है, जो दुनिया के 17वें, 18वें और 19वें सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं। दूसरी ओर भारत 1.43 अरब लोगों के साथ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है।

कौन सी जानकारी लीक हुई है?

pwn001 ने ट्विटर पर एक हैंडल के साथ लोगों के नाम, फोन नंबर और पते के साथ आधार और पासपोर्ट की जानकारी दे दी। हैकर ने दावा किया कि ये डेटा आईसीएमआर में पंजीकृत लोगों के कोविड-19 परीक्षण विवरण से निकाले गए हैं। सबूत के तौर पर pwn001 ने आधार डेटा के साथ चार बड़े लीक नमूनों वाली स्प्रेडशीट पोस्ट की। विश्लेषण करने पर इनकी पहचान वैध आधार कार्ड आईडी के रूप में की गई।
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