Bihar Bridge collaspe: पुल हादसों पर बिहार में सियासत गरमाई, तेजस्वी बोले-सरकार आपकी है, हमें गिरफ्तार कर लें
Bihar Bridge collaspe: सारण की ताजा घटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुधवार को संबंधित विभागों की रखरखाव नीतियों की समीक्षा के लिए की गई बैठक के एक दिन बाद हुई। कुमार ने कहा था कि पथ निर्माण विभाग ने पहले ही अपनी पुल रखरखाव नीति तैयार कर ली है और ग्रामीण कार्य विभाग को तत्काल अपनी योजना तैयार करनी चाहिए।
राजद नेता तेजस्वी यादव।
Tejashwi Yadav : बिहार के पुल हादसों पर राजनीति गरमा गई है। जद-यू और राजद के बीच इस पर सियासत खूब हो रही है। इन हादसों के लिए नेता एक दूसरे को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। पुल गिरने का जिम्मेदार बताए जाने पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने जद-यू नेताओं पर पलटवार किया है। तेजस्वी ने शुक्रवार कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग 17 सालों तक जद-यू के पास था। अगर दूध का दूध और पानी का पानी साफ करना है तो जद-यू को पुलों की स्वीकृति, उनका टेंडर, शिलान्यास और उद्घाटन की सूची जारी कर देनी चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि पेपर लीक कराने, पुल गिरने के लिए उन्हें जिम्मेदार बताया जा रहा है, अगर ऐसा है तो सरकार उन्हें गिरफ्तार कर ले।
हमें गिरफ्तार कर लो-तेजस्वी
मीडिया से बातचीत में राजद नेता ने कहा कि 'बिहार में डबल इंजन की सरकार है लेकिन यहां 20 दिनों के अंदर एक दर्जन से ज्यादा पुल गिर चुके हैं। कई रेलवे में दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, बिहार में हत्याएं हो रही हैं। पेपर लीक हो रहा है लेकिन सरकार के डबल इंजन के लोग इस पर बोलने के लिए तैयार नहीं है। वे लोग कहते हैं कि तेजस्वी ने पेपर लीक करवाया है। हम ही पुल गिरवा रहे हैं। हम ही लोगों की हत्या करा रहे हैं। मैं कहता हूं कि सरकार तुम्हारी है गिरफ्तार कर लो हमको।'
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राजद नेता ने कहा...सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा
तेजस्वी ने आगे कहा, 'लेकिन एक बात समझने की जरूरत है। जद-यू के नेताओं ने कहा कि 17 महीने तक ग्रामीण कार्य विभाग हमारे पास था लेकिन उन नेताओं को हम कहना चाहते थे हमारे पास पांच विभाग तो था ही लेकिन ग्रामीण कार्य विभाग 17 सालों तक किसके पास था। हम मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं को चुनौती देते हैं कि जो पुल गिरे हैं, उनकी स्वीकृति कब मिली, उनका टेंडर और शिलान्यास कब हुआ। उनका उद्घाटन कब हुआ, इसकी पूरी लिस्ट जारी करें, इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। यह पता चल जाएगा कि कौन भ्रष्टाचारी है।'
सारण में पुल गिरा
बता दें कि बिहार के सारण जिले में बृहस्पतिवार को एक और पुल गिर गया। जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि पिछले 24 घंटे के भीतर सारण में पुल ढहने की यह तीसरी घटना है। उन्होंने कहा, ‘जिले में इन छोटे पुलों के गिरने के कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है।’ सारण एवं सिवान जिलों में बुधवार को चार छोटे पुल गिर गए थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी वर्षा के कारण शायद ऐसा हुआ है।
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18 जून से अब तक 12 पुल ढहे-तेजस्वी
तेजस्वी यादव का कहना है कि 18 जून से अब तक बिहार में 12 पुल गिर ढहे हैं। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘बिहार में 18 जून से अब तक 12 पुल गिर चुके हैं...प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ही बिहार में हुई इन घटनाओं पर चुप हैं। सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार के दावों का क्या हुआ? ये घटनाएं बताती हैं कि राज्य सरकार के हर विभाग में भ्रष्टाचार किस तरह व्याप्त है।’
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