फोन हैकिंग मामले पर निशिकांत दुबे का विपक्ष पर पलटवार, नेताओं को फोन जमा कराने की दी चुनौती

सांसद ने कहा कि आरोप लगाकर आगे बढ़ने से काम नहीं चलेगा, इनमें अगर हिम्मत है ताकत है, तो इनको अपने-अपने सबंधित राज्यों में फोन दे देने चाहिए।

निशिकांत दुबे (फोटो- संसद टीवी)

Apple Phone Hacking: भारतीय जनता पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने फोन टैपिंग आरोपों को लेकर विपक्ष पर पलटवार किया है। ग्वालियर में निशिकांत ने विपक्षी नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि सब टांय टांय फिस्स हो गया है। आरोप लगा देने से कुछ नहीं होता। उसके लिए फोन जमा करना पड़ता है। एफआईआर कराना पड़ता है। पेगासस मामले में सुप्रीम कोर्ट की कमेटी पांच बार फोन मांगती रही, लेकन इन्होंने अपना फोन नहीं दिया। उनको सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की कमेटी पर भरोसा नहीं है। जांच पर भरोसा नहीं है।

सांसद ने फोन जमा करने की दी चुनौती

सांसद ने कहा कि आरोप लगाकर आगे बढ़ने से काम नहीं चलेगा, इनमें अगर हिम्मत है ताकत है, तो इनको अपने-अपने सबंधित राज्यों में फोन दे देने चाहिए। एफआईआर करानी चाहिए, जहां हमारी सरकार भी नहीं है। अगर तब कुछ आता है तब हो हल्ला मचाइये। इन सभी से मेरा आग्रह है कि सभी अपना-अपना फोन दीजिए, जांच में शामिल होइए। क्या है ये सभी गलतबयानी कर रहे हैं।

कहा, राहुल को कोई नेता मानने को तैयार नहीं

विपक्ष के गठबंधन पर निशिकांत ने कहा, इंडी अलायंस खत्म हो गया है, राहुल गांधी को कोई नेता मानने को तैयार नहीं है। सबको लगता है कि इस दुनिया के सबसे मजबूत, लोकप्रिय और महत्वपूर्ण नेता माननीय मोदी जी हैं। इसलिए मोदी जी को 2024 में प्रधानमंत्री बनना है। इसलिए उनकी इमेज को ये लोग डेंट कर रहे हैं। ये सभी छोटी मानसिकता के लोग हैं, इनकी बातों में कोई दम नहीं है।
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