गहलोत के लिए Adani 'गौतम भाई', साथ बैठे भी: BJP ने कांग्रेस को घेरा- विरोधी बना मनमीत, धन की उम्मीद में बदली रीत

भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने उद्घाटन समारोह में अडाणी के साथ बैठे गहलोत की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस के युवराज राहुल जिस अडाणी समूह को पानी पी-पी कर कोसते रहते हैं, आज निवेश राजस्थान समिट में उन्हीं के साथ मुख्यमंत्री की यह दुर्लभ तस्वीर कांग्रेस आलाकमान के मुंह पर करारा तमाचा है।’’

gautam adani ashok gehlot

गहलोत का अडानी के लिए इस तरह का स्वागत, सम्मान और सराहना अपनी पार्टी लाइन के खिलाफ चली जाती है।

तस्वीर साभार : टाइम्स नाउ ब्यूरो

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘निवेश राजस्थान समिट’ में अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी (एशिया के सबसे व्यक्ति) को ‘‘गौतम भाई’’ कहकर पुकारा। उन्होंने अडानी का वहां न केवल स्वागत-सत्कार और सम्मान किया बल्कि जमकर सराहना भी की। कार्यक्रम में दोनों साथ बैठे भी और मंथन करते नजर आए।

निवेश राजस्थान समिट 2022 के उद्घाटन समारोह में शुक्रवार को अडाणी ने अगले पांच से सात वर्षों में राज्य में 10,000 मेगावाट की सौर ऊर्जा सुविधा की स्थापना, सीमेंट संयंत्र का विस्तार और जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उन्नयन के लिये राज्य में 65,000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया। वहीं, गहलोत ने अपने भाषण में उद्योगपति को "गौतम भाई" के तौर पर संबोधित किया। साथ ही उन्हें दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बनने के लिए बधाई दी। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसी को मुद्दा बनाया और कांग्रेस को घेरते हुए तंज कसा कि जो विरोधी था, वह अब मनमीत बन गया। धन की उम्मीद में उसने अपनी रीत बदल ली।

इस बीच, राहुल ने उद्योगपति का नाम लिए बिना ट्वीट किया, जिसमें कहा गया था कि केंद्र ‘‘पूंजीवादी मित्रों’’ के कई करोड़ रुपये का ऋण माफ कर रहा है, जबकि अन्य लोग कर्ज का जीवन में जी रहे हैं। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में एक घटना को याद करते हुए ट्वीट किया, ‘‘कल मैं एक महिला से मिला उनके किसान पति ने 50,000 के कर्ज़ के कारण आत्महत्या कर ली। एक भारत: पूंजीपति मित्रों को छह प्रतिशत ब्याज पर कर्ज़ और करोड़ों की कर्ज़माफ़ी। दूसरा, भारत: अन्नदाताओं को 24 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज़ और कष्टों से भरी ज़िंदगी एक देश में ये ‘दो भारत’, हम स्वीकार नहीं करेंगे।’’

कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने 47 सेकंड की एक क्लिप साझा की जिसमें राहुल गांधी ने संसद में अडाणी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर हमला किया। कहा कि जहां राहुल गांधी केंद्र पर अडाणी और अंबानी का पक्ष लेने का आरोप लगाते हैं वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री इन दोनों दिग्गजों कारोबारियों के पक्षधर हैं। उन्होंने क्लिप के साथ ट्वीट में कहा, ‘‘कल तक जो था विरोधी, आज बना मनमीत, धन की जगी उम्मीद तो बदली अपनी रीत।’’

भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने उद्घाटन समारोह में अडाणी के साथ बैठे गहलोत की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस के युवराज राहुल जिस अडाणी समूह को पानी पी-पी कर कोसते रहते हैं, आज निवेश राजस्थान समिट में उन्हीं के साथ मुख्यमंत्री की यह दुर्लभ तस्वीर कांग्रेस आलाकमान के मुंह पर करारा तमाचा है।’’

हालांकि, पूरे मामले में सीएम ने भाजपा पर पलटवार भी किया। शुक्रवार रात उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी उद्योगों के खिलाफ नहीं रही। कांग्रेस सरकार के अंधविरोध में युवाओं के भविष्य का विरोध भाजपा कर रही है। सीएम के बयान के मुताबिक, ‘‘आज देश-दुनिया के बिजनेसमैन आए और मिले सम्मान से अभिभूत दिखे। 3000 से अधिक निवेशकों में सभी विचारधाराओं के व्यापारी शामिल थे। जो लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए कि कई व्यापारी किसी पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो क्या वो दूसरे राज्यों में निवेश नहीं करते?’’

दरअसल, उद्ययोगपति और राजस्थान सीएम की यह भेंट और वहां हुई चीजें इसलिए अधिक मायने रखती हैं, क्योंकि कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केवल बड़े व्यापारियों की मदद करने का आरोप लगाते हैं। वह इस दौरान खुलकर अंबानी और अडाणी का नाम भी लेते हैं और कहते आए हैं कि यह अंबानी और अडाणी की सरकार है। वैसे, राहुल के विरोध (केंद्र और अडाणी) के बीच गहलोत की इस कदर गलबहियां ऐसे वक्त पर देखने को मिली हैं, जब कुछ ही रोज पहले राजस्थान में सियासी संकट के बाद कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की रेस से गहलोत बाहर हो लिए थे।

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अभिषेक गुप्ता author

छोटे शहर से, पर सपने बड़े-बड़े. किस्सागो ऐसे जो कहने-बताने और सुनाने को बेताब. कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में पारंगत और "मीडिया की मंडी" ...और देखें

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