पश्चिम बंगाल की पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य की बेटी सुचेतना का बोल्ड फैसला, महिला से बनेंगी पुरुष

Suchetna Bhattacharya News: पश्चिम बंगाल की पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्च की बेटी सुचेतना ने सेक्स चेंज करने का फैसला किया है। अब वो महिला से पुरुष बनेंगी।

Suchetna Bhattacharya, West Bengal

सुचेतना भट्टाचार्य,पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य की बेटी

Suchetna Bhattacharya News: सुचेतना भट्टाचार्य इस समय चर्चा में है। इनकी पहली पहचान पश्चिम बंगाल के सीएम रहे बुद्धदेव भट्टाचार्य के तौर की बेटी के तौर पर है और अब उन्होंने खुद की पहचान ट्रांस मैन के तौर पर की है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही वो सेक्स रिअसाइंमेंट सर्जरी (sex reassignement surgery)कराएंगी। इससे संबंधित जानकारी तब सामने आई जब एलजीबीटीक्यू कार्यकर्ता सुपर्वा रॉय ने सुचेता की एक तस्वीर पेश की जिसमें वो समाज की आजिविका के बारे में बोल रही थीं।

यह भी पढ़ें: LGBT समाज में शादी की वैधानिकता, सुप्रीम कोर्ट में दिलचस्प जिरह पर एक नजर

अब पुरुष बनेंगी सुचेतना

सुपर्वा रॉय के मुताबिक उस भाषण के दौरान सुचेतना ने खुद को ट्रांस मैन घोषित किया और कहा कि सर्जरी के बाद वो सुचेतन के तौर पर जानी जाएंगी। बाद में उन्होंने मीडिया में इस तरह की जानकारी को साझा करने के पक्ष में तर्क भी दिया और कहा कि लड़की से ट्रांस मैन बनने का उनका फैसला निजी है। उन्होंने कहा कि यह बड़े आश्चर्य की बात है कि परिवार अपनी पहचान छुपाता है। उन्होंने कहा कि ट्रांस मैन बनने की दिशा में जो भी आवश्यक कानूनी औपचारिकता होगी उसे वो सर्जरी से पहले पूरी कर लेंगी।

फैसला इतना आसान नहीं

अभिनेत्री और अधिकार कार्यकर्ता उषाशी चक्रवर्ती ने आईएएनएस को बताया कि सुचेतना जैसी किसी व्यक्ति के लिए जिनके पिता राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं इतने साहस के साथ सामने आना और इस तरह के फैसले की घोषणा करना आसान नहीं है।मुझे लगता है कि सुचेतना द्वारा उठाया गया साहसिक कदम कई अन्य लोगों को कोठरी से बाहर आने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। कई लोग खुलकर बोलने से डरते हैं। जितने अधिक लोग आगे आएंगे, इस मुद्दे पर सामाजिक आंदोलन उतना ही मजबूत होगा सुचेतना जैसे व्यक्तियों द्वारा उठाए गए कदमों का निश्चित रूप से समाज पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।

कलकत्ता उच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील और कोलकाता में LGBTQ आंदोलन के एक प्रमुख चेहरे कौशिक गुप्ता भी इस बिंदु पर चक्रवर्ती से सहमत थे। विचार पसंद की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता स्थापित करना है। पहले भी सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी से गुजरने वाले लोगों के मामले सामने आए हैं। दूसरों को कोठरी से बाहर आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उनकी पहल समान रूप से सराहनीय है। लेकिन जब कोई व्यक्ति की पृष्ठभूमि से आता है इस तरह के मुद्दे पर प्रतिष्ठा खुल जाती है, इसका समाज पर बड़ा प्रभाव पड़ता है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author

अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited