Breaking News: बिहार में विकास की नई बहार, मोदी कैबिनेट ने दी नए एयरपोर्ट को मंजूरी
Breaking News: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिहार और बंगाल में दो नए एयरपोर्ट्स को मंजूरी प्रदान की। इसके तहत बिहार की राजधानी पटना के पास बिहटा और बंगाल के बागडोगरा में नए एयरपोर्ट को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा देशभर में तीन मेट्रो रेल परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई है।
सांकेतिक फोटो।
- बिहार के बिहटा में एयरपोर्ट को मंजूरी।
- बागडोगरा में सिविल एन्क्लेव को मंजूरी।
- तीन शहरों में मेट्रो रेल परियोजनाओं को मंजूरी।
Union Cabinet: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पश्चिम बंगाल के बागडोगरा और बिहार के बिहटा में 2,962 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से हवाई अड्डा परियोजनाओं पर शुक्रवार को मुहर लगाई। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए इस फैसले की जानकारी दी। वैष्णव ने कहा कि बागडगोरा हवाई अड्डे पर 1,549 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एक नए सिविल एन्क्लेव को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना में ए-321 किस्म के विमानों के लिए उपयुक्त 10 पार्किंग स्थलों वाला एक ‘एप्रन’ भी बनाया जाएगा।
बिहटा में सिविल एन्क्लेव के निर्माण को मंजूरी
इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने बिहार के बिहटा में एक नए सिविल एन्क्लेव के निर्माण को मंजूरी दी है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 1,413 करोड़ रुपये है। बिहटा में ए-321, बी-737-800, ए-320 किस्म के विमानों के लिए उपयुक्त 10 पार्किंग स्थलों वाले एक ‘एप्रन’ का निर्माण किया जाना है।
तीन शहरों में मेट्रो रेल परियोजनाओं को मंजूरी
कैबिनेट ने देश भर में तीन मेट्रो रेल परियोजनाओं को भी मंजूरी दी है। कैबिनेट ने महाराष्ट्र के पुणे, ठाणे और कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मेट्रो रेल परियोजनाओं को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कैबिनेट ने बेंगलुरु मेट्रो रेल परियोजना तीसरे चरण के दो कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है।
पुणे मेट्रो रेल परियोजना
सरकार ने कहा कि कैबिनेट ने पुणे मेट्रो चरण-1 परियोजना की मौजूदा पीसीएमसी-स्वरगेट मेट्रो लाइन के स्वर्गेट-से-कत्रज अंडर ग्राउंड लाइन विस्तार को भी मंजूरी दे दी है। इस नए विस्तार को लाइन-1 बी विस्तार के रूप में जाना जाता है और यह 5.46 किलोमीटर तक फैला होगा। इसमें तीन अंडर ग्राउंड स्टेशन होंगे और यह मार्केट यार्ड, बिबवेवाड़ी, बालाजी नगर और पुणे के कटराज उपनगरों जैसे प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ेगा। पुणे में निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से यह परियोजना फरवरी 2029 तक पूरी हो जाएगी। परियोजना की अनुमानित लागत 2,954.53 करोड़ रुपये है, जिसमें भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार द्वारा समान रूप से वित्तपोषण किया जाएगा, साथ ही द्विपक्षीय एजेंसियों आदि से भी योगदान मिलेगा।
ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना कॉरिडोर
इसके अलावा मंत्रिमंडल ने ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना कॉरिडोर को भी मंजूरी दे दी है। 29 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर ठाणे शहर के पश्चिमी हिस्से की परिधि के साथ 22 स्टेशनों के साथ चलेगा। सरकार ने कहा कि नेटवर्क एक तरफ उल्हास नदी और दूसरी तरफ संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से घिरा हुआ है। यह परिवहन का टिकाऊ और कुशल तरीका प्रदान करेगा, जिससे शहर को अपनी आर्थिक क्षमता का एहसास होगा और यातायात की भीड़भाड़ कम होगी। इस परियोजना से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाने में भी योगदान मिलने की उम्मीद है। परियोजना की अनुमानित लागत 12,200.10 करोड़ रुपये है, जिसमें भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार की बराबर-बराबर हिस्सेदारी है, साथ ही द्विपक्षीय एजेंसियों से आंशिक वित्तपोषण भी है।
बेंगलुरु मेट्रो रेल परियोजना के तीसरे चरण के दो कॉरिडोर को मंजूरी
बेंगलुरु मेट्रो रेल परियोजना के तीसरे चरण के दो कॉरिडोर को मंजूरी दिए जाने पर सरकार ने कहा कि परियोजना की कुल लागत 15,611 करोड़ रुपये है। बेंगलुरु मेट्रो रेल परियोजना के तीसरे चरण में 44.65 किलोमीटर लंबे दो एलिवेटेड कॉरिडोर होंगे, जिनमें 31 स्टेशन होंगे। जेपी नगर चौथे चरण से केम्पापुरा (आउटर रिंग रोड पश्चिम के साथ) तक कॉरिडोर-एक 22 स्टेशनों के साथ 32.15 किलोमीटर की लंबाई के लिए और होसाहल्ली से कदबागेरे (मगदी रोड के साथ) तक कॉरिडोर-दो 9 स्टेशनों के साथ 12.50 किलोमीटर की लंबाई के लिए है। चरण-3 के चालू होने पर, बेंगलुरु शहर में 220.20 किलोमीटर का सक्रिय मेट्रो रेल नेटवर्क होगा।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
देवशंकर चौधरी मार्च 2024 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं और बतौर कॉपी एडिटर...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited