BSF की मुस्तैदी के चलते गोल्डन तीतरों की तस्करी का प्रयास हुआ विफल; जब्त किए गए चार तीतर; देखें तस्वीर

Golden Pheasants: सीमा सुरक्षा बल ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर मुस्तैदी दिखाते हुए अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया। इस दौरान बीएसएफ ने बंगाल के उत्तर 24-परगना जिले में चार विदेशी गोल्डन तीतरों को जब्त किया, जिन्हें बाद में बशीरहाट स्थित वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया।

गोल्डन तीतर (फोटो साभार: x.com/BSF_SOUTHBENGAL)

मुख्य बातें
  • तीतर छोड़ भाग निकले थे तस्कर।
  • BSF ने जारी की जब्त किए गए तीतरों की फोटो।
  • वन विभाग के अधिकारियों को सौंपे गए तीतर।
Golden Pheasants: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्करी के प्रयास को विफल करते हुए पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना जिले में चार व‍िदेशी गोल्डन तीतर जब्‍त किया। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "सीमा पार से पक्षियों की तस्करी के बारे में खुफिया जानकारी मिलने पर अमुदिया सीमा चौकी के जवान सतर्क थे।"

तीतर छोड़ भाग निकले तस्कर

उन्होंने बताया कि जवानों ने बांग्लादेश की ओर से दो व्यक्तियों को संदिग्ध तरीके से सीमा बाड़ की ओर आते देखा तो उन्‍हें रुकने का इशारा क‍िया, लेक‍िन दोनों तस्कर अपने साथ लाए प्लास्टिक के बैग छोड़कर भाग गए। जब बैग की तलाशी ली गई तो उसमें पक्षियों को पाया गया। पक्षियों को अमुदिया सीमा चौकी ले जाया गया। उसके बाद उन्हें बशीरहाट स्थित वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया।

क्यों हो रही पक्षियों की तस्करी?

अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले बीएसएफ ने लुप्तप्राय भारतीय स्टार-शेल कछुओं की भारत से बांग्लादेश में हो रही तस्करी को रोका था। पश्चिमी और मध्य चीन में पाए जाने वाले इन पक्षियों को तस्‍करी कर बांग्लादेश से भारत लाया जा रहा था। अलीपुर के प्राणी उद्यान के अनुसार ये पक्षी भारत या बांग्लादेश में नहीं पाए जाते, लेक‍िन कुछ लोग इन्‍हें अपने घरों में पालते हैं। इसील‍िए इनकी तस्‍करी कर इन्‍हें भारत लाया जाता है।
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