महुआ मोइत्रा की बढ़ती मुश्किलों पर बोले बसपा सांसद दानिश अली, 'कहीं और लिखी गई पटकथा'

Danish Ali on Mahua Moitra: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने' के मामले में निष्कासन का खतरा मंडरा रहा है। लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला के पास अब यह सिफारिश गई है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सांसद दानिश अली ने कहा है कि पटकथा कहीं और लिखी गई।

Danish Ali On Mahua Moitra

महुआ मोइत्रा पर मंडरा रहा निष्कासन का खतरा।

Mahua Moitra News: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने' के मामले में निष्कासन का खतरा मंडरा रहा है। संसद की एथिक्स कमेटी ने 6-4 के अपने फैसले में महुआ के निष्कासन की सिफारिश की है। लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला के पास अब यह सिफारिश गई है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सांसद दानिश अली ने कहा है कि पटकथा कहीं और लिखी गई।

महुआ मोइत्रा की बढ़ती मुश्किलों पर बोले दानिश अली

दानिश अली ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता निशिकांत दुबे को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने’ के आरोप में लोकसभा आचार समिति की रिपोर्ट में मौजूद जानकारी के बारे में पता था। उन्होंने कहा कि संसद में दस्तावेज के पेश किए जाने से पहले ही विवरण के सार्वजनिक होने से पता चलता है कि 'पटकथा कहीं और लिखी गई' थी। सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि लोकसभा की आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने मोइत्रा के खिलाफ ‘रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने’ के आरोप पर समिति की रिपोर्ट लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला के कार्यालय को सौंप दी है।

इसकी पटकथा कहीं और लिखी गई थी, दानिश का दावा

समिति ने बृहस्पतिवार को एक बैठक में बहुमत से उस रिपोर्ट को स्वीकार किया था जिसमें कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर संसद में उनसे ‘रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने’ संबंधी आरोपों के मामले में टीएमसी नेता को संसद के निचले सदन से निष्कासित करने की अनुशंसा की गई है। दानिश अली ने मामले के घटनाक्रम पर कहा, 'ऐसा लगता है कि निशिकांत दुबे (शिकायतकर्ता) इस लोकसभा में सबसे अधिक होशियार व्यक्ति हैं। उन्हें गोपनीय रिपोर्ट और कितनी बार लॉग-इन किया गया जैसी चीजों के बारे में पहले से पता चल जाता है और इसके बारे में 'एक्स' पर पोस्ट भी करते हैं।' उन्होंने आरोप लगाया कि रिपोर्ट अभी तक पेश भी नहीं की गई है और इसमें मौजूद जानकारी का खुलासा कर दिया गया है। अली ने आरोप लगाया, 'सब कुछ खुलकर सामने आ रहा है जिससे पता चलता है कि इसकी पटकथा कहीं और लिखी गई थी।'

अब सांसद महुआ मोइत्रा के साथ आगे क्या होगा?

महुआ मोइत्रा इस पूरे प्रकरण में अलग-थलग पड़ गई हैं। हैरानी की बात ये है कि खुद उनकी पार्टी टीएमसी भी उनके साथ खुलकर खड़ी नजर नहीं आ रही है। सवाल ये उठ रहे हैं कि निष्कासन की सिफारिश के बाद अब महुआ के साथ क्या होगा। क्या उनकी संसद सदस्यता जाएगी?
बता दें, लोकसभा के कंडक्ट ऑफ बिजनेस से चैप्टर XXA में एथिक्स कमेटी की कार्यशैली के बारे में बताया गया है। कमेटी अपनी सिफारिश रिपोर्ट के रूप लोकसभा के स्पीकर के समक्ष पेश करती है, इसके बाद स्पीकर रिपोर्ट को संसद के पटल पर रखने के बारे में फैसला ले सकते हैं। नियम 316E के मुताबिक सदन में रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद स्पीकर, कमेटी का कोई सदस्य अथवा कई अन्य सदस्य रिपोर्ट पर विचार करने के लिए प्रस्ताव ला सकता है। इसके बाद स्पीकर सदन के समक्ष विषय को रख सकते हैं। नियम कहते हैं कि सदन के समक्ष विषय रखने से पहले स्पीकर प्रस्ताव पर आधे घंटे की चर्चा करा सकते हैं। किसी सदस्य को निष्कासित करने की मंजूरी देने वाला प्रस्ताव यदि लोकसभा के स्पीकर द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है, तब उसके बाद क्या होगा? इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का प्रस्ताव स्वीकार किए जाते ही सदस्य निष्कासित हो जाता है।
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