सी-295 डील से स्पेन हुआ गदगद, भारत का भरोसेमंद साझेदार बनने की जताई इच्छा

स्पेन के राजदूत रिडाओ ने कहा कि स्पेन और वहां की सरकार इस कार्यक्रम के साथ घनिष्ठता से जुड़ी हुई है, क्योंकि यह हमारे साझेदारों के साथ तकनीक साझा करने का एक अवसर भी है।

C-295

C-295 Deal: स्पेन के राजदूत जोस मारिया रिडाओ ने सोमवार को स्पेन से भारत पहुंचे पहले सी-295 मध्यम सैन्य परिवहन विमान पर खुशी जाहिर की और जोर देकर कहा कि मैड्रिड नई दिल्ली का सबसे भरोसेमंद द्विपक्षीय साझेदार बनना चाहेगा। हिंडन वायुसेना स्टेशन पर सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में विमान को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वायुसेना प्रमुख वी.आर. चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में रिडाओ ने समारोह में शिरकत की। इस कार्यक्रम में एयरबस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम (टीएएसएल) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

स्पेन के राजदूत बोले, हमारे लिए अच्छा मौका

स्पेन के दक्षिणी शहर सेविले में भारतीय वायुसेना को विमान सौंपे जाने के कुछ दिनों बाद यह सैन्य परिवहन विमान 20 सितंबर को वडोदरा में उतरा था। स्पेन के सेविले शहर में एयरबस का एक सुविधा केंद्र है। स्पेन के राजदूत ने कहा कि इस कार्यक्रम में स्पेन से पहला विमान (सी-295) आ रहा है और हम इस क्षण बहुत खुश हैं। हम इस कार्यक्रम के साथ घनिष्ठता से जुड़ चुके हैं और हमें लगता है कि इस विशिष्ट क्षेत्र (रक्षा उद्योग) में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार बनने का हमारे पास एक अच्छा मौका है। इसलिए यह एक अच्छा दिन है। टाटा, एयरबस, स्पेन और भारत के लिए भी यह एक अच्छा दिन है।

16 और विमान रवाना होंगे

उन्होंने कहा कि स्पेन से भारत के लिए 16 विमान रवाना होंगे। इस दौरान टीएएसएल बाकी बचे विमानों के उत्पादन के लिए तैयारी करेगा और उन्हें यहां तैयार करेगा। कार्यक्रम के तहत भारत में 40 विमान बनाए जाएंगे। रिडाओ ने कहा कि स्पेन और वहां की सरकार इस कार्यक्रम के साथ घनिष्ठता से जुड़ी हुई है, क्योंकि यह हमारे साझेदारों के साथ तकनीक साझा करने का एक अवसर भी है। उन्होंने कहा कि स्पेन के लिए इस विशिष्ट क्षेत्र में भारत का साझेदार बनना बेहद सम्मान की बात है। (भाषा इनपुट)

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