Chhattisgarh: भूपेश बघेल ने खाए कोड़े, जानें क्या है 'गौरा-गौरी' पूजा की अनोखी परंपरा

Chhattisgarh Gauri Gaura Puja: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दीपावली के अगले दिन दुर्ग के जांजगीर में गौरा-गौरी पूजा में शामिल हुए। परंपरा के अनुसार सीएम बघेल की बांह पर कोड़े मारे गए। उन्होंने इस मौके पर प्रदेश के लोगों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। जानें इस परंपरा की खासियत।

भूपेश बघेल की बांह पर बरसाए गए कोड़े।

CM Bhupesh Baghel News: दीपावली के अगले दिन छत्तीसगढ़ में गौरा-गौरी की पूजा की मान्यता है। इस पूजा में प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद कई तरह के रस्मों और परंपराओं में शामिल होते हैं। इस वर्ष भी दिवाली के अलगे दिन यानी सोमवार (13 नवंबर, 2023) को सीएम भूपेश बघेल गौरा-गौरी की पूजा के लिए दुर्ग जिले के जांजगीर पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश के लोगों की खातिर पूजा-अर्चना की और उनकी सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

सीएम भूपेश बघेल ने अपने हाथों पर खाए कोड़े

गौरा-गौरी पूजा के मौके पर एक अजब-गजब परंपरा है। इसके तहत कोड़े बरसाए जाते हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पूजा में शिकरत की और दुर्ग के जांजगीर में दिवाली के एक दिन बाद 'गौरा-गौरी' पूजा के दिन एक अनुष्ठान के तहत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बांह पर कोड़े मारे गए।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह इस पूजा के तहत सीएम बघेल के बांह पर कोड़े बरसाए जा रहे हैं। इस पूजा को लेकर मान्याता है कि सोंटे के प्रहार से परेशानियां टलती हैं और खुशहाली आती है।
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