'चीन ने न कोई कब्जा किया और न उसे करने दिया जा रहा', अरुणाचल की जमीन पर बोले पूर्व आर्मी चीफ

VK Singh on China and Agniveer Yojana: देश के पूर्व थल सेना प्रमुख विजय कुमार सिंह ने दावा किया है कि अरुणाचल प्रदेश में जमीन पर चीन ने कब्जा नहीं किया है और न ही हम ऐसा करने दे रहे हैं। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने सरकार की सराहना करते हुए ये कहा है कि सेना अग्निवीर योजना से खुश है।

VK Singh on China

केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने चीन पर कही ये बड़ी बात।

New Delhi: केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में जमीन पर कब्जा किए जाने के दावों को खारिज कर दिया और कहा कि चीन ने न तो भारतीय जमीन पर कब्जा किया है और न ही उसे ऐसा करने दिया गया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान ये कहा कि अग्निवीर योजना से सेना खुश है।

पूर्व आर्मी चीफ बोले, चीन ने नहीं किया कोई कब्जा

वीके सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'न चीन ने कोई कब्जा किया है और न उसे कब्जा करने दिया जा रहा है। हमारी परेशानी क्या है कि चीजों को अलग तरीके से पेश किया जाता है इसलिए हम उन्हें मानकर चलते हैं। जो स्थिति 2012 में थी, आज भी वही स्थिति है। कोई बदलाव नहीं आया है। तो आपसे कोई कहे कि कब्जा कर लिया है तो आप मत मानिएगा।'

अग्निवीर योजना से संतुष्ट हैं सब लोग- वीके सिंह

उन्होंने अग्निवीर योजना के बारे में कहा, 'अग्निवीर योजना का पहला बैच अब सेना की इकाइयों में आना शुरू हुआ है। जो रिपोर्ट मुझे मिल रही है... सब लोग संतुष्ट है कि लड़कों को अच्छा प्रशिक्षण मिला है।' पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह ने देश की आर्थिक वृद्धि दर का जिक्र करते हुए कहा, 'पूरी दुनिया में 6.8 (प्रतिशत) के हिसाब और कोई देश नहीं बढ़ रहा है इसलिए पूरे विश्व की निगाहें भारत की तरफ हैं। यह तभी संभव हुआ है क्योंकि केंद्र में एक मजबूत सरकार है।'
सड़क सुरक्षा एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री सिंह ने केंद्र में भाजपा नीत सरकार के 10 साल के कार्यकाल में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में हुए विकास का जिक्र करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुए है जिससे भारत की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।

स्टार्टअप पर मोदी सरकार के कामकाज को सराहा

उन्होंने स्टार्टअप का जिक्र करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस साल में युवाओं के लिए व्यापक स्तर पर नये स्टार्ट अप शुरू हुए। देश में स्टार्ट अप के लिए उचित पारिस्थितिकी तंत्र बनाया गया। देश में 2015 में महज 415 स्टार्टअप ही थे, लेकिन आज अगर एक करोड़ रुपए के कारोबार वाले स्टार्ट अप की संख्या में भारत विश्व में तीसरे पायदान पर पहुंच गया।' सिंह ने कहा, 'स्टार्टअप की संख्या के मामलों में हम दूसरे नंबर पर और नए स्टार्ट अप शुरू होने की संख्या के मामलों में भारत आज विश्व में पहले स्थान पर है।’
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